ऑनलाइन ख़रीदारी में लोगों की बचत करवाकर लोकप्रिय हुई हैं यामिनी
शॉपिंग की चुनौतियों ने नींव रखी एक नई ई-कॉमर्स कंपनी कीडिस्काउंट बॉक्स के जरिए ऑनलाइन खरीदार जान सकते हैं डिस्काउंट ऑफर्स
हर खोज की एक वजह होती है और हर इमारत की एक नीव, अकारण ही कोई चीज जन्म नहीं लेती। ऐसी ही एक वजह से डिस्काउंट बॉक्स कंपनी की नीव रखी गई। यह कंपनी विभिन्न उत्पादों पर अलग-अलग कंपनियों द्वारा दिए जा रहे डिस्काउंट्स को ग्राहकों के सामने पेश करती है। यामिनी धोते डिस्काउंट बॉक्स कंपनी की फाउंडर हैं। और इस कंपनी को खोलने का विचार उनके दिमाग में अचानक ही तब आया जब वे शादी के बाद अपने नए घर के लिए फर्नीचर व अन्य घरेलू सामान खरीदना चाहती थीं। उस समय उन्हें सस्ते और अच्छे फर्नीचर की जरूरत थी। जिस वजह से उन्हें कई बाजारों की खाक छाननी पड़ी। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें शॉपिंग से संतुष्टि नहीं मिल पा रही थी। इसी दौरान उनके मन में एक विचार आया कि क्यों न आम लोगों के लिए एक ऐसे बाजार का निर्माण किया जाए जहां उन्हें विभिन्न कंपनियों द्वारा दिये जा रहे ऑफर और डिस्काउंट की जानकारी एक छत के नीचे मिल जाएं। ग्राहकों को भटकना न पड़े और बस यहीं से जन्म लिया डिस्काउंटबॉक्स.इन ने।
कंपनी की शुरूआत 2011 में हुई। महज कुछ ही समय में यह कंपनी एक सफल कंपनी में शुमार हो गई। ई-कॉमर्स के इस दौर में जहां आज हर दिन कोई नई कंपनी इस क्षेत्र में कूद रही है वहीं उनके सामने एक समस्या अपने ऑफर के बारे में ग्राहकों को बताना भी है। उनकी इसी जरूरत को पूरा कर रहा है डिस्काउंटबॉक्स.इन। यहां अलग अलग ई-कॉमर्स कंपनियां उत्पादों में दिए जा रहे डिस्काउंट्स के बारे में लोगों को जानकारी देती हैं। जिससे उनकी सेल बढ़ती है साथ ही ग्राहकों को भी एक पोर्टल में विभिन्न कंपनियों द्वारा दिये जा रहे डिस्काउंट के बारे में जानकारी मिलती है। ग्राहकों को अलग-अलग जगहों पर खुद जाकर भटकना नहीं पड़ता।
कंपनी के दो फाउंडर हैं अमोल और यामिनी। कंपनी पुणे और बैंगलोर से अपने सारे कार्य करती है। साल 2014 में यामिनी ने डिस्काउंटबॉक्स के अलावा ग्राहकों के लिए कुछ नया करने की सोची जहां ग्राहकों को केवल डिस्काउंट ही नहीं बल्कि कैशबैक की भी सुविधा मिल सके और तब जन्म हुआ कैशबैक का। कैशबैक की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके शुरू होने के मात्र एक महीने में ही कंपनी ने 500 बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ करार कर लिया था। यहां जब कोई ग्राहक किसी ई-कॉमर्स कंपनी से कोई उत्पाद खरीदता है तो वो कंपनी बिक्री से होने वाले लाभ का कुछ प्रतिशत कैशबैक.इन को देती है और उसी पैसे का कुछ हिस्सा वापस ग्राहकों को दे दिया जाता है।
यामिनी की कड़ी मेहनत और खुद को अपडेट करते रहने की कोशिश ने आज इतने कम समय में उन्हें इस मुकाम पर पहुंचा दिया है। आगे भी यामिनी कुछ नया और इनोवेटिव करना चाहती हैं। किसी भी प्रोडक्ट को केवल बनाना या उसको बाजार तक पहुंचाना ही काफी नहीं होता, सामान की सही मार्केटिंग और उसके लिए सही बाजार ढूंढऩा भी उतना ही जरूरी होता है। ई-कॉमर्स कंपनियों की इसी जरूरत को यामिनी अपनी दो कंपनियों के माध्याम से पूरा करती हैं।
भारत में ई-कॉमर्स बाजार में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आपको यह जानकर हैरानी होगी की ई-कॉमर्स बाजार का 20 प्रतिशत व्यवसाय मोबाइल के जरिए होता है इसीलिए भविष्य में यामिनी कैशेबल मोबाइल ऐप लांच करना चाहती हैं ताकि उनके काम का विस्तार हो सके और ग्राहकों को फिर कुछ नया मिले।