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नौसेना अधिकारी से उद्यमी बने शायक मजूमदार, 300 निवेशकों से मिलने के बाद जुटाया 5 लाख डॉलर का फंड

नौसेना अधिकारी से उद्यमी बने शायक मजूमदार, 300 निवेशकों से मिलने के बाद जुटाया 5 लाख डॉलर का फंड

Wednesday October 17, 2018 , 7 min Read

कहा जाता है कि फंडिंग अपने आप में एक मील का पत्थर होती है, लेकिन इस 32 वर्षीय पूर्व नौसेना अधिकारी ने उस मील के पत्थर को हासिल करने के लिए भारत में 300 से अधिक निवेशकों (दोनों, एंजेल इन्वेस्टर्स और वीसी) से मुलाकात की।

नेवी के दिनों में शायक

नेवी के दिनों में शायक


शायक ने INSEAD से एमबीए करने के लिए 2012 में नौसेना छोड़ दी। डिग्री पूरी होने के बाद शायक के पास कई नौकरियों के ऑफर थे। लेकिन उन्होंने उद्यमशील के मार्ग पर चलने का फैसला किया।

शायक मजूमदार ने बताया कि उन्होंने इस साल करीब 650,000 डॉलर की फंडिंग जुटाई है। हालांकि कहा जाता है कि फंडिंग अपने आप में एक मील का पत्थर होती है, लेकिन इस 32 वर्षीय पूर्व नौसेना अधिकारी ने उस मील के पत्थर को हासिल करने के लिए भारत में 300 से अधिक निवेशकों (दोनों, एंजेल इन्वेस्टर्स और वीसी) से मुलाकात की। हालांकि इसके बाद कुछ अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से उन्हें समर्थन मिला जोकि शायक के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं था। शायक बताते हैं, "मैंने खुद से 100,000 डॉलर का निवेश किया, और INSEAD से अपने दोस्तों से 45,000 डॉलर हासिल किए, बाकी 500,000 डॉलर अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से आए।" शायक का स्टार्टअप - यूनीमार्ट - एक क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म है जिसे उन्होंने मई 2016 में विशाखापत्तनम में लॉन्च किया था।

यूनिमार्ट ने कई बड़े अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का समर्थन हासिल किया है। जिनमें एजिलिटी लॉजिस्टिक्स; व्हार्टन के वाइस डीन सर्गुई नेटसेन; न्यूयॉर्क की फिजटेक वेंचर्स (एक गहरी तकनीक निवेश निधि) के प्रबंध निदेशक ओल्गा मास्लीखोवा; सिंगापुर से बेशोर वेंचर पार्टनर्स; रूस से रक्सेल टेलीमैटिक्स (दुनिया की अग्रणी आईओटी कंपनियों में से एक) के सीईओ इवान शर्निकोव; और मोमेंटम वर्क्स (एक चीनी ईकॉमर्स कंपनी) के सीईओ जियांगगन ली शामिल हैं। फंडिंग के लिए अपनी व्यापक खोज पर, शायक का कहना है कि उनका नौसेना का प्रशिक्षण उनके काम आया। वे कहते हैं कि इससे उनके अंदर कभी हार न मानने की क्षमता बढ़ी है।

शायक आगे बताते हैं, "भारत के निवेशकों और सिंगापुर या अमेरिका के निवेशकों के बीच जो बुनियादी अंतर पाया गया वह जोखिम की भूख है। भारत में, लगभग हर बार जब मैंने किसी निवेशक से संपर्क किया, तो वे एक छोटा आइडिया या कम जोखिम भरा व्यवसाय चाहते थे। जब मैंने एंजेल ग्रुप में प्रवेश किया, तो उन्होंने सभी ने मुझे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मैं जो हासिल करने की कोशिश कर रहा था, वह केवल अमेजॉन की तरह ही संभव होगा ... जब मैंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश किया, तो उन्होंने मुझे तुरंत मेरे विजन और आइडिया की युनिकनेस के लिए स्वीकार कर लिया।"

शायक कहते हैं कि सभी निवेशकों के साथ मुलाकात के बाद उनका व्यक्तिगत ऑब्जरवेशन यह निकला कि ज्यादातर निवेशक, आसानी से करने योग्य आइडियाज में निवेश करना चाहते थे। (हालांकि, यह पूरे पारिस्थितिक तंत्र पर लागू नहीं होता। क्योंकि भारत ने ऐसे कई आइडियाज में निवेश देखा है जिन्हें क्रांतिकारी कहा जा सकता है।)

शायक आगे बताते हैं, "इवान ने एआई (आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस) का अपना अनुभव इसमें लगाया ताकि हम इसे पूरा कर सकें। जियांगगन ने अपने चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में बड़े पैमाने पर क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स कनेक्शन का इस्तेमाल किया। ओल्गा ने अपनी मेटल, कनेक्शन और प्रोग्रामेटिज्म का इस्तेमाल किया। जबकि सर्गुई पिछले दो सालों से मुझे बतौर मेटॉर सलाह दे रहे हैं। मैंने पाया कि हम अद्भुत चीजें कर सकते हैं बस हमें सिर्फ अपनी ताकत जानने की जरूरत है।"

हालांकि अब इस स्ट्रेंथ का परीक्षण यूनीमार्ट में किया जा रहा है, जिसके माध्यम से शायक हजारों एसएमई को उनके उत्पादों को बेचने और उनकी पहुंच और व्यापार बढ़ाने के लिए एक क्रॉस-बॉर्डर प्लेटफॉर्म प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। शायक ने INSEAD से एमबीए करने के लिए 2012 में नौसेना छोड़ दी। डिग्री पूरी होने के बाद शायक के पास कई नौकरियों के ऑफर थे। लेकिन उन्होंने उद्यमशील के मार्ग पर चलने का फैसला किया।

शायक कहते हैं, "मैंने जॉब करने का फैसला किया जो सबसे खतरनाक था क्योंकि मुझे काफी कुछ सीखना था। रॉकेट इंटरनेट पर मुझे एक क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स मंच बनाना था। उन्होंने मुझे बिना लाइफबोट के महासागर के बीच में फेंक दिया - कोई फंड नहीं , कोई लोग नहीं, यहां तक कि कोई आइडिया भी नहीं था। मैंने एक बड़े व्यवसाय के लिए क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स के इर्द-गिर्द अपनी खुद की थीसिस बनाई। मैंने देखा कि यह कैसे उभरते देशों से निर्माताओं को प्रभावित करेगा। इसलिए, मैंने एक बेहतर संस्करण बनाने का फैसला किया और यूनीमार्ट शुरू किया।"

यूनीमार्ट 600 से अधिक व्यापारियों के साथ काम कर रहा है और लगभग दो वर्षों से भारत में विनिर्माण कर रहा है। इसके 70 प्रतिशत ग्राहक उत्तर और पश्चिम भारत के स्मॉल स्केल निर्माता हैं। वे आभूषण, हैंडलूम, हस्तशिल्प और एथनिक फैशन का निर्माण करते हैं। अधिकांश निर्माताओं को अंतरराष्ट्रीय बाजारों या क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स के बारे में बहुत कुछ पता नहीं होता है। यूनीमार्ट उन्हें अपने कैटलॉग बनाने और कंटेंट, पिक्टर्स और मूल्य निर्धारण को ऑप्टीमाइज करने में मदद करता है।

व्यापारियों को लाभ प्राप्त करने में मदद करने के लिए यूनीमार्ट डेटा इंटेलिजेंस और एआई का उपयोग करता है। इसके अलावा यह व्यापारियों को बाजार की समझ देने के लिए भी एआई का उपयोग करता है। ऑफर्स में प्रिडिक्शन्स का इस्तेमाल किया जाता है। यूनीमार्ट व्यापारियों को बताता है कि हर प्रोडक्ट प्रत्येक बाजार में कितना बेचा जाएगा, सर्वोत्तम मूल्य निर्धारण क्या होना चाहिए, लिस्टिंग में इमेजेस कितनी अच्छी हैं और उन्हें कैसे सुधारें, टेक्स्ट कंटेंट में क्या सुधार करें, एसईओ को कैसे सुधारें, और कितनी इन्वेंटरी दिखानी चाहिए।

50 सदस्यों को अकाउंट मैनेजमेंट, ऑनबोर्डिंग, लॉजिस्टिक, मार्केटिंग और पेमेंट में बांटा गया है। इनका मार्केट रिसर्च पर एक मजबूत फोकस है। शायक का कहना है कि कंपनी की एक शोध टीम है और उन्नत क्षेत्रों में मार्केट रिसर्च करने के लिए आईआईटी से इंटर्न भी रखती है। वे कहते हैं, "हमारे डेटा कलेक्शन इंजन कई वैश्विक डेटा प्लेटफार्मों के साथ इंटीग्रेटेड हैं और साथ ही प्लेटफार्मों से स्वतंत्र डेटा एकत्रित करने के लिए भी एकीकृत हैं।"

शायक की टीम रिटर्न और घाटे को कम करने के लिए एआई के उपयोग से व्यापारियों की मदद कर रही है। उनका कहना है कि आम तौर पर, सप्लाई चैन और मार्केटिंग दो लागतें हैं जिसे एसएमई के अनुकूल नहीं माना जाता है क्योंकि उनके पास यह समझने के लिए डेटा नहीं है कि कहां से शिप करना है, कहां स्टोर करना है, और किस प्रकार के रिटर्न सैल्यूशन का उपयोग करना है, या कौन सा मार्केटिंग सैल्यूशन बेस्ट रिटर्न देगा। शायक बताते हैं, "आजकल इनमें से कोई भी सैल्यूशन मार्केटप्लेस में मौजूद नहीं है। ऐसे कुछ सैल्यूशन हैं जो केवल अमेजॉन पर काम करते हैं। लेकिन अब हम क्रॉस-बॉर्डर सैल्यूशन देने वाले मार्केट में पहले हैं।"

कंपटीशन

शायक बताते हैं, "हमारे पास दुनिया भर में कई कंपटीटर्स हैं। ऐसे कई समूह हैं जो घरेलू बाजारों पर ध्यान केंद्रित करते हैं क्योंकि क्रॉस-बॉर्डर ईकॉमर्स को सुलझाने के लिए उन सैल्यूशन को समझने और बनाने की आवश्यकता होती है जो बहुत कठिन हैं।" शायक कहते हैं कि क्रॉस-बॉर्डर एग्रीगेटर्स को उन प्लेयर्स में डिवाइड किया जा सकता है जो एसएमई या उद्यमों की सर्विस पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। एक्सेंचर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 तक, 2 बिलियन ई-शॉपर्स, या टार्गेट वैश्विक आबादी का 60 प्रतिशत कुल खुदरा खपत का 13.5 प्रतिशत ऑनलाइन लेनदेन करेगा जिसकी बाजार लागत 3.4 ट्रिलियन डॉलर होगी।

अन्य कंपटीटर्स में यूएस-आधारित चैनलएडवाइसर शामिल है, जो दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा एग्रीगेटर है और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध है। यह अमेरिका, यूरोप और चीन के उद्यमों पर केंद्रित है। एक और बड़ा एग्रीगेटर हांगकांग स्थित ई-सर्विसेज समूह है जो एसएमई और उद्यमों पर केंद्रित है और अलीबाबा को इसके निवेशक में गिना जाता है। अन्य कंपटीटर्स में जर्मनी की ट्रेडबाइट, यूके की वेयरेपेंटागन और इंडोनेशिया की एंचाटो शामिल हैं।

हालांकि अब ये तो समय ही बताएगा कि यूनीमार्ट कैसे आगे बढ़ता है और यह कैसे दूसरे देशों तक पहुंच सकता है। इसके संस्थापक जो कहते हैं, "कभी भी हार मत मानो। यह सबसे अच्छा सबक है जो मैंने सीखा। नौसेना प्रशिक्षण बहुत कठिन और कठोर होता है। यह आपसे आपके अंदर का सब कुछ मांगता है। मैं आपको बताता हूं कि यह उससे कहीं अधिक कठिन है जो आप फिल्मों में देखते हैं और सामाजिक सर्कल में सुनते हैं।"

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