हर 24 घंटे में देश में हो रही हैं कोविड-19 की 10 लाख से अधिक जाँचें
जांचों की औसत साप्ताहिक संख्या में जनवरी 2020 के पहले सप्ताह की तुलना में 4 गुनी से अधिक की बढोतरी हो चुकी है।
टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की केंद्र की अगुवाई वाली कार्यनीति के भीतर का मार्गदर्शी सिद्धांत राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा आक्रामक टेस्टिंग रहा है। निरंतर रूप से जांच के उच्च स्तर का परिणाम आरंभिक डायग्नोसिस तथा बेहतर रिकवरी के रूप में सामने आया है।
इस सिद्धांत का अनुसरण करते हुए, भारत की संचयी जांचों ने आज 4.3 करोड़ (4,33,24,834) का आंकड़ा पार कर लिया। केवल पिछले दो सप्ताहों में 1,22,66,514 जांचें की गईं।
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश लगातार अपनी जांच क्षमता बढ़ा रहे हैं। जांचों की समग्र संख्या में जिन राज्यों ने अधिकतम योगदान दिया है, उनमें तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र शामिल हैं। इन तीनों राज्यों की कुल जांचों में से लगभग 34 प्रतिशत की भागीदारी है।
भारत की प्रति दिन की जांच क्षमता 10 लाख जांच से अधिक हो गई है। जांचों की औसत साप्ताहिक संख्या में निरंतर वृद्धि होती रही है।
जांचों की औसत साप्ताहिक संख्या में जनवरी 2020 के पहले सप्ताह की तुलना में 4 गुनी से अधिक की बढोतरी हो चुकी है।
देश भर में विस्तारित नैदानिकी प्रयोगशाला नेटवर्क तथा आसान जांच के लिए सुगमता ने इसे उल्लेखनीय रूप से बढ़ा दिया है। प्रति मिलियन जांच (टीपीएम) में भी तेज उछाल आई है और यह 31,394 तक पहुंच गई है।
22 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों का राष्ट्रीय औसत की तुलना में बेहतर टीपीएम है। दिल्ली, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु एक दिन में सबसे अधिक संख्या में जांच रिपोर्ट कर रहे हैं।