कोल्हापुर में भारी बारिश के बाद 10,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया, राष्ट्रीय राजमार्ग बंद
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में मूसलाधार बारिश से कई निचले इलाकों में मंगलवार को बाढ़ आ गई जिसके बाद 10,000 लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर 85,000 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।
कोल्हापुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिनव देशमुख ने पीटीआई-भाषा को बताया कि क्षेत्र में जलभराव के चलते दक्षिण कोल्हापुर से कर्नाटक के बेलगाम के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “सोमवार को, हमने राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को बंद कर दिया था। हालांकि बारिश बढ़ने के बाद हमें मंगलवार तड़के पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा।”
देशमुख ने बताया कि "कोल्हापुर में बेतहाशा बारिश हो रही है जिससे कई तहसीलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है> सोमवार को हमने निचले इलाके से 4,500 लोगों को निकाला था और आज हमने कई गांवों से 6,000 से ज्यादा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।”
महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी (एमएसईडीसीएल) के एक अधिकारी ने कहा कि एहतियात के तौर पर करीब 85,523 उपभोक्ताओं को बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है।
देशमुख ने बताया कि जिले की कुछ नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर जाने के बाद राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), अग्निशमन विभाग, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीमों को मदद के लिए बुलाया गया है। उन्होंने कहा, “सेना की एक टुकड़ी (करीब 60 कर्मियों वाली) को पुणे से बुलाया गया है। वे जल्द ही जिले में जारी बचाव कार्य में शामिल हो जाएंगे।”
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने बचाव कार्यों के लिए नौसेना की भी मदद मांगी है। कलेक्ट्रेट के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार की स्थिति 2005 से भी ज्यादा खराब है जब भारी बारिश ने मुंबई और पश्चिमी महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों को बुरी तरह प्रभावित किया था।