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भारतीय संस्कृति को पर्यटन से जोड़ कर नई पहचान दे रहे दो आईआईटियन

बनारस और आगरा में भारतीय पर्यटन को नयी पहचान देता 'सफ़रनामा'

भारतीय संस्कृति को पर्यटन से जोड़ कर नई पहचान दे रहे दो आईआईटियन

Monday December 10, 2018 , 4 min Read

भारत का पर्यटन विभाग का सूत्र वाक्य अतुल्य भारत की सफलता के लिए जरूरी है कि भारतीय अपने विदेशी मेहमानों को अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ स्वागत करें। बनारस के अविनव पेशवानी और आगरा के आशीष अग्रवाल अपने वेंचर सफ़रनामा से पर्यटकों को एक ऐसा ही शानदार अनुभव देना चाहते हैं।

सफरनामा के फाउंडर अशीष और अविनव

सफरनामा के फाउंडर अशीष और अविनव


सफ़रनामा बनारस का बाहरी डिजाइन जहां पुराने भारतीय वास्तुकला के थीम पर आधारित है वहीं आगरा का सफ़रनामा एक भव्य तीन मंजिला बंगला है जिसकी दिवारों पर मुगल काल की पेंटिग्स उकेरी गई हैं जो शहर की ऐतिहासिकता की गवाही देता है।

अतिथि देवो भव:। भारतीय संस्कृति और सभ्यता की जड़ में बसा एक महत्वपूर्ण वाक्य है जो भारत को विश्व पर्यटन में एक अलग पहचान देता है। भारत का पर्यटन विभाग का सूत्र वाक्य अतुल्य भारत की सफलता के लिए जरूरी है कि भारतीय अपने विदेशी मेहमानों को अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ स्वागत करें। बनारस के अविनव पेशवानी और आगरा के आशिश अग्रवाल अपने वेंचर सफ़रनामा से पर्यटकों को एक ऐसा ही शानदार अनुभव देना चाहते हैं।

वर्तमान में आगरा और बनारस में स्थित सफ़रनामा का होटल भारत का पहला होटल श्रृंखला है जो रहने के लिए बेहतरीन मेहमाननवाजी के साथ पर्यटकों से घर आये मेहमान की तरह व्यवहार करता है। सफ़रनामा के सह-संस्थापक अविनव पेशवानी योरस्टोरी हिंदी से बात करते हुए कहते हैं कि हम अतिथि देवो भव: के सिद्धांत पर काम करते हैं। जिसका मतलब है हमारे लिए हमारा हर एक ग्राहक देवता है। हम कोशिश करते हैं कि अपने मेहमानों को विशुद्ध भारतीय अनुभवों द्वारा समृद्ध संस्कृती से रूबरू करायें। अविनव आगे बताते हैं कि हमारे ज्यादातर मेहमान तीस से चालिस साल की उम्र वाले विदेशी पर्यटक होते हैं। जिनको स्थानिय संस्कृति के अनुभवों के साथ-साथ आराम और अन्य जरूरी सुविधायें आकर्षित करती हैं।

सफ़रनामा के संस्थापक आशिश अग्रवाल कहते हैं कि हम आगरा और बनारस के अपने सफ़रनामा घरों के डिजाइन को लेकर गंभीर रहते हैं। कमरे से लेकर आसपास के माहौल को इस तरह के सामानों और कलाकृतियों से सुसज्जीत करते हैं कि मेहमानों को एक विशेष अनुभव दिलाया जा सके। आशिश बताते हैं कि सफ़रनामा बनारस का बाहरी डिजाइनजहां पुराने भारतीय वास्तुकला के थीम पर आधारित है वहीं आगरा का सफ़रनामा एक भव्य तीन मंजिला बंगला है जिसकी दिवारों पर मुगल काल की पेंटिग्स उकेरी गई हैं जो शहर की ऐतिहासिकता की गवाही देता है।

सफ़रनामा में बुकिंग से लेकर पर्यटन के बाद चेक आउट करने तक ग्राहकों के साथ मेहमान की तरह व्यवहार किया जाता है। उन्हे आरामदायक और खुशनुमा घर के अलावा वो सारी सुविधायें उपलब्ध करवाई जाती है। जैसे एक आम भारतीय अपने घर आये मेहमान के लिए रहने खाने के साथ-साथ शहर घुमाने का भी बेहतरीन इंतजाम रखता है। ये सुविधायें हमारे विदेशी मेहमानों के लिए जिंदगी भर के लिए एक बेहतरीन अनुभव दे जाता है और भारतीय संस्कृति के सकारात्मक पहलुओं को उनके मन मस्तिक में उतार देता है।

अविनव सफ़रनामा के सफ़र पर प्रकाश डालते हुए बताते हैं कि अब तक वे पचास देशों के ढाई हजार से ज्यादा मेहमानों का आतिथ्य कर चुके हैं। वर्तमान में सफ़रनामा आगरा की रैंकिंग ट्रिपएडवाइजर पर ट्रैवलर रैंक में सबसे आगे है वहीं सफ़रनामा बनारस दुनिया की नंबर एक बुकिंग वेबसाइट बूकिंग डॉट कॉम पर बनारस की सबसे बेहतरीन रिव्यू वाली प्रॉपर्टी है।

आईआईटी धनबाद से स्नातक अविनव और आशिश दोनों को विश्व भ्रमण का शानदार अनुभव है। आशिश अपने उन्नतीस साल के उम्र में पच्चीस देशों का भ्रमण कर चुके हैं वहीं छब्बीस साल के अविनव विभिन्न उद्देश्यों से अबतक बारह देशों का भ्रमण कर चुके हैं।

अविनव सफ़रनामा के आने वाले सफ़र के बारे में कहते हैं कि हमारा पर्यटन उद्योग में पहले से मौजूद किसी भी होटल चेन की तरह बनने का कोई इरादा नहीं है, हम भारतीय पहचान के माध्यम से भारतीय पर्यटन उद्योग को नयी पहचान देने की कोशिश कर रहे हैं। अब बनारस और आगरा से निकलकर हम जयपुर, पुष्कर और खजुराहो में सफ़रनामा को स्थापित करने की योजना पर काम कर रहे हैं।

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