13 साल के भारतीय ने आंख पर पट्टी बांध दो पियानो बजा जीते 10 लाख डॉलर
भारतीय प्रतिभाओं ने अपनी काबिलियत के दम पर दुनियाभर में अपनी पहचान बनाई है। इस कड़ी में नया नाम है लिडियन नादस्वरम का। मूल रूप से चेन्नई में रहने वाले लिडियन नादस्वरम ने पियानो के कीबोर्ड पर अपनी कारीगरी दिखाते हुए। अमेरिकी रियलिटी शो 'द वर्ल्ड्स बेस्ट' का खिताब जीता है। उन्होंने दक्षिण कोरिया के द फ्लाइंग ताइक्वांडो मास्टर्स 'कुकीवोन' को हराकर प्रतिष्ठित खिताब और 10 लाख अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार भी जीता।
लिडियन के पिता वर्शन सतीश तमिल फिल्मों के जाने माने संगीतकार हैं। लिडियन ने संगीत की तालीम अपने गुरू और देश के जाने माने संगीतकार एआर रहमान से ली है। लिडियन अनोखे तरीके से पियानो बजाकर सबको हैरत में डाल देते हैं। रियालिटी शो 'द वर्ल्ड्स बेस्ट' में उन्होंने आंखों पर काली पट्टी बांधकर बिजली की गति से दो पियानो एक साथ बजाकर सबको चकित कर दिया।
इस शानदार जीत के बाद एआ रहमान ने लिडियन की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिडियन की तारीफ में कसीदे पढ़े। लिडियन एआर रहमान की म्यूजिक अकैडमी केएम म्यूजिक कंजर्वेट्री के छात्र हैं। अपने पियानो बजाने की इस अनोखी तकनीक के जरिए वे दुनियाभर में लोगों का दिल जीतने के साथ ही कई अवॉर्ड जीत चुके हैं।
लिडियन ने एक शो में बात करते हुए बताया कि उन्होंने दो साल की उम्र से ही ड्रम बजाना शुरू कर दिया था। इसके बाद वे अपने पिता वर्शन सतीश के साथ पब्लिक कंसर्ट्स में जाना शुरू कर दिया। लिडियन की बड़ी बहन अमृतवर्षिनी पियानो बजाती थीं जिन्हें देखकर उनके मन में पियानो बजाने की इच्छा जागृत हुई। लिडियन ने चार साल पहले ही पियानो बजाना शुरू किया है। वे अपनी बहन को ही इसके लिए प्रेरणास्रोत मानते हैं
इस जीत के बाद लिडियन ने बताया, 'मेरे लिए यह गौरव की बात है कि मुझे एक बड़े अतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिला। मैंने इस कॉम्पिटिशन के लिए काफी प्रैक्टिस की थी।'
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