पार्ट टाईम जॉब के रास्ते आसान, 'doparttime'
मोहनकुमार और अरुण कुमार ने बनायीं डूपार्टटाइमडॉटकॉम
मोहनकुमार स्वामिनाथन और अरूण डेविड ने साल 2011 में कोयंमबटूर के करूण्य विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साईंस में स्नातक किया। कॉलेज के दिनों में ही दोनों ने मिलकर छात्रों के लिए, एक ऐसी सोशल नेटवर्किंग स्क्रिप्ट तैयार की, जिसे कुछ समय बाद ही नोर्वे की एक कंपनी ने खरीद लिया। इस शुरूआती कामयाबी ने मोहन और अरूण को, किसी और के लिए नौकरी करने के बजाए खुद का व्यवसाय शुरू करने का आत्मविश्वास दिया।
कॉलेज के बाद दोनों ने व्यावसायिक अनुभव के लिए एक मल्टीनैशनल कंपनी में काम किया, लेकिन साथ ही साथ अपने आईडियाज़ पर भी काम करते रहे। इस दौरान विदेश में पढाई कर रहे उनके दोस्तों ने बताया कि वो विदेश में जीवन-यापन पार्ट टाईम जॉब करके करते हैं। इस बात को जानकर मोहन ने सोचा कि पार्ट टाईम जॉब जैसे मौके भारत में क्यों नहीं है? मोहन ने अपने सवाल का जवाब ढूँढने के लिए, पार्ट टाइम नौकरी के बाज़ार पर अपनी रिसर्च शुरू कर दी। मोहन बताते हैं “मैंने अपनी शुरूआती रिसर्च में केएफसी, मैक डोनाल्ड जैसे रेस्तरां और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों में पार्ट टाइम काम कर रहे कुछ लोगों से बात की।” इस बीच मोहन को ऑनसाइट असाइनमेंट के लिए हांगकांग जाने का मौका मिला, जहां उन्होंने जॉब मार्केट को और करीब से समझा और जाना।
वापस आकर उन्होंने अपना अनुभव और प्लान अपने दोस्त अरूण से साझा किया और खुद के बिज़नस खड़ा करने के लिए कमर कस ली। अपनी योजना और बिज़नस के बारे में बात करते हुए, अरूण बताते हैं “हमारा मूल उद्देश्य देश के सारे पार्ट टाईम जॉब्स को संगठित करके उन कुशल लोगों तक पहुंचाना है जो नौ से पांच की फुल टाईम जॉब्स नहीं कर सकते।”
आज अरूण अपने बिज़नस के टेकनिकल हेड हैं और मोहन बिजनेस डेवलपमेंट को देखते हैं। दोनों ने मिलकर एक प्रोटोटाईप विकसित किया, जिसे उन्होंने 2013 में चेन्नई के पिचफेस्ट में प्रदर्शित किया और साल 2014 के शुरूआत में ही स्टारटैंक इंक्यूबेशन चैलेंज जीता।
इसके बाद उन्होंने अपनी कंपनी रजिस्टर की और एमवीपी पर काम करने लगे, ये वही वक्त था जब वो एक कंपनी के संपर्क में आए। यह कम्पनी दस ऐसे पार्ट टाईम वर्कस को ढूंढ़ रही थी, जो उनके ई-कॉमर्स कैटेलॉग में डाटा अपलोड कर सके। बस तब से मोहन और अरूण का सफर आगे की ओर ही बढ़ने लगा। लेकिन तब तक भी उनके पास अपनी कंपनी के लिए कोई नाम नहीं था। मोहन कंपनी के नाम पर हुई दो महीने तक की चर्चाओं को याद करते हुए बताते हैं “दो महीनों तक रात-रात जागकर हमने कई नाम सोचे, कुछ अजीब-ओ-गरीब नामों के विकल्पों और लंबी- लंबी चर्चाओं के बाद हमने 300 नाम शार्टलिस्ट किये, तब जाकर हमें डूपार्टटाइमडॉटकॉम नाम मिला।”
जब से डूपार्टटाइमडॉटकॉम को उसका पायलेट कस्टमर मिला तब से ये पोर्टल आगे बढ़ रहा है । आज उनके पास हर दिन के करीब 20 रजिस्ट्रेशन के साथ 4000 से भी ज्यादा रजिस्टर्ड यूज़र्स हैं। डूपार्टटाइमडॉटकॉम के पास जॉब सीकर्स की फहरिस्त बहुत लंबी है, जिनमें पढ़ी-लिखी महिलाएं, छात्र, एक्सपर्ट्स, कंसलटेंट और रिटायर्ड प्रोफेशनल शामिल है, जो 9 से 5 घंटे की फुल टाईम नौकरी नहीं कर सकते। अगर बात करें जॉब देने वाली कंपनियों की तो डूपार्टटाइमडॉटकॉम ने इवेंट मैनेजमेंट कंपनी, मीडिया कंपनी, ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट आदि जैसे स्टार्टअप और एसएमई को टारगेट किया है जो छोटी अवधि के लिए लोगों को काम देती है। पार्ट टाईम नौकरी की बात करें तो भारतीय स्टाफिंग फेडरेशन (ISF) की रिपोर्ट के अनुसार देश में 13 लाख लोग पार्ट टाईम जॉब कर रहें हैं, जो कि साल 2025 तक 90 लाख तक बढ़ सकता है। इन संभावित पार्ट टाईमर्स तक पहुंचने के बारे में मोहन का कहना है कि “पार्ट टाईम काम करना एक सांस्कृतिक बदलाव है जिसके लिए उसके चारों तरफ अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। क्योंकि हमारे उपयोगकर्ता (यूजर्स) एक जगह ना होकर अलग-अलग हिस्सों में फैले हुए हैं इसलिए हम उन तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचेंगे।” यूजर्स तक पहुंचने के लिए उन्होंने कई योजनाएं बनाई हैं, जिसमें महिलाओं तक पहुंचने के लिए रेडियो और स्टूडेंट्स के लिए कैंपस प्लेसमेंट का माध्यम चुना जाएगा।
डूपार्टटाइमडॉटकॉम रजिस्टर होने के लिए पार्ट टाईमर्स के सब्सक्रिपशन और वैल्यू एडेड सेवाओं पर निर्भर है। पोर्टल की सेवाएं नौकरी चाहने वालों और नौकरी पोस्ट करने वालों के लिए फ्री है। दोस्तों और परिवार वालों की वित्तीय मदद से डूपार्टटाइमडॉटकॉम आज 5 सदस्ययी टीम के साथ चेन्नई के स्टारटैंक इंक्यूबेटर से संचालित होता है।
भारत की बात करें तो ऑनलाइन हायरिंग पोर्टल्स एक बड़े क्षेत्र के तौर पर उभरे हैं। कुछ ही सालों में हैकररैंक, हैकरअर्थ, आसानजाब्स और आईआईएमजॉब्स जैसी कंपनियां लोकप्रिय होकर उभरी हैं, जो नौकरीडॉटकॉम या मॉन्सटरडॉटकॉम की तुलना में छोटे जॉब मार्केट को अच्छी सेवाएं दे रही हैं। डूपार्टटाइमडॉटकॉम के लिए ये सफर अभी शुरू हुआ है और उनकी सोच है कि वो पार्ट टाईमर्स को हायरिंग का एक आसान और परेशानी मुक्त अनुभव दे।