Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

चाइल्ड ट्रैफिकिंग के खिलाफ फंड्स इकट्ठा करने के लिए इंग्लिश चैनल पार करेंगी लिया चौधरी

लंदन में बिजनेस करने वाली भारतीय मूल की लिया चौधरी ने ऐसा काम करने के बारे में सोचा है जिससे न जाने कितने लोग प्रेरित हो सकते हैं...

चाइल्ड ट्रैफिकिंग के खिलाफ फंड्स इकट्ठा करने के लिए इंग्लिश चैनल पार करेंगी लिया चौधरी

Wednesday July 04, 2018 , 3 min Read

भारत में लगभग 12 लाख बच्चे चाइल्ड ट्रैफिकिंग से प्रभावित हैं। ज्यादातर बच्चे यौन शोषण का भी शिकार होते हैं। ब्रिटिशन एशियन ट्रस्ट ने भारत के एक संगठन प्रेरणा के साथ गठजोड़ किया है। इंग्लिश चैनल पार करने वाले लोगों के इकट्ठा फंड्स से भारत में तीन नाइट केयर सेंटर और शेल्टर होम बनाए जाएंगे।

इंग्लिश चैनल को पार करेंगी लिया चौधरी

इंग्लिश चैनल को पार करेंगी लिया चौधरी


 इस चैलेंज को अब तक सिर्फ 1,500 लोगों ने पूरा किया है। लिया यह सफर 13 घंटे में पूरा करेंगी। इस सफर में उन्हें जेलीफिश, शिप टैंकर्स और समुद्र में चलने से होने वाले दर्द से भी जूझना पड़ेगा।

लंदन में बिजनेस करने वाली भारतीय मूल की लिया चौधरी ने ऐसा काम करने के बारे में सोचा है जिससे न जाने कितने लोग प्रेरित हो सकते हैं। लिया ने भारत में बाल तस्करी रोकने के लिए फंड्स इकट्ठा करने की योजना बनाई थी। वह इंग्लिश चैनल को पार करके इस नेक काम के लिए फंड इकट्टा करेंगी। बुधवार को वह ड्रूवर से ग्रुएलिंग तक 35 किलोमीटर की दूरी को तय करेंगी। इससे जुटाए जाने वाला फंड ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट को जाएगा। यह ट्रस्ट प्रिंस चार्ल्स द्वारा स्थापित किया गया है।

लिया चौधरी लंदन में प्रोफेनल चाइल्डकेयर सर्विस चलाती हैं, जिसका नाम 'पॉप अप, पार्टी & प्ले' है। उन्होंने कहा, 'मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है कि मैं यह चुनौती स्वीकार करने वाली पहली ब्रिटिश एशियन महिला हूं। इस चैलेंज को अब तक सिर्फ 1,500 लोगों ने पूरा किया है।' लिया यह सफर 13 घंटे में पूरा करेंगी। इस सफर में उन्हें जेलीफिश, शिप टैंकर्स और समुद्र में चलने से होने वाले दर्द से भी जूझना पड़ेगा।

लिया के परिवार के लोग और दोस्त एक सपोर्ट बोट पर उनके साथ-साथ चलेंगे, लेकिन चैनल स्विमिंग असोसिएशन नियमों के मुताबिक वे इस चैलेंज के दौरान किसी से संपर्क नहीं रख सकेंगी। लिया पिछले 6 महीनों से फंड्स जुटाने के प्रयास में लगी हैं। उन्होंने अभी तक 35,000 पाउंड इकट्ठा भी कर लिए हैं। इन पैसों को भारत में बाल तस्करी के विरुद्ध चलने वाले अभियानों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

भारत में लगभग 12 लाख बच्चे चाइल्ड ट्रैफिकिंग से प्रभावित हैं। ज्यादातर बच्चे यौन शोषण का भी शिकार होते हैं। ब्रिटिशन एशियन ट्रस्ट ने भारत के एक संगठन प्रेरणा के साथ गठजोड़ किया है। इंग्लिश चैनल पार करने वाले लोगों के इकट्ठा फंड्स से भारत में तीन नाइट केयर सेंटर और शेल्टर होम बनाए जाएंगे। वहीं बाल तस्करी की शिकार लड़कियों के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाएंगे। लिया कहती हैं, 'जब मैंने बच्चों से बात की तो उनके जवाब ने मुझे काफी प्रेरित किया। कोई बच्चा फुटबॉलर बनना चाहता है तो कोई डॉक्टर। इतनी मुश्किलों के बाद भी सबसे अच्छी बात है कि वे पॉजिटिव रहते हैं। यही वजह रही कि मैंने ट्रेनिंग में काफी मेहनत की।'

यह भी पढ़ें: बिना किसी बाहरी सहायता के समुद्र में 30,000 मील का सफर करेंगे नेवी के कमांडर अभिलाष टोमी