फैशन और स्टाइलिंग सेक्टर के इस स्टार्टअप से क्यों जुड़ीं आलिया भट्ट, जानें वजह
ऐसी क्या बात है इस स्टार्टअप में कि बॉलीवुड स्टार आलिया भट्ट ने इसमें पैसे लगा दिये...
फैशन से इत्तेफाक रखने वाला हर व्यक्ति पर्सनल स्टाइलिस्ट चाहता है और ‘स्टाइल क्रैकर’ आपके लिए यह सर्विस लेकर आया है। स्टाइल क्रैकर से आप अपनी पसंद के कपड़ों और ब्यूटी प्रोडक्ट्स आदि का पूरा कलेक्शन (बॉक्स) खरीद सकते है और अगर आपको कोई प्रोडक्ट अपने काम का नहीं लगता तो आप उसे वापस भी लौटा सकते हैं। फिल्म ऐक्ट्रेस आलिया भट्ट भी इस स्टार्टअप से जुड़ गई हैं। कुछ महीनों पहले ही आलिया ने इसमें निवेश किया है।
स्टाइल क्रैकर से आप अपनी पसंद के कपड़ों और ब्यूटी प्रोडक्ट्स आदि का पूरा कलेक्शन (बॉक्स) खरीद सकते है और अगर आपको कोई प्रोडक्ट अपने काम का नहीं लगता तो आप उसे वापस भी लौटा सकते हैं।
स्टार्टअप: स्टाइल क्रैकर
फाउंडर: धीमन शाह और अर्चना वलावलकर
साल: 2015
सेक्टर: फैशन
फंडिंग: प्री-सीरीज ए
लोकेशन: मुंबई
फैशन प्रोडक्ट्स के लिए भारत में ऑफलाइन और ऑनलाइन मार्केट, दोनों ही बेहद व्यापक हो चुके हैं और ग्राहकों के पास बहुत से विकल्प हैं। विकल्पों से भरे इस बाजार में मुंबई आधारित यह स्टार्टअप आपके लिए कुछ खास लेकर आया है। फैशन से इत्तेफाक रखने वाला हर व्यक्ति पर्सनल स्टाइलिस्ट चाहता है और ‘स्टाइल क्रैकर’ आपके लिए यह सर्विस लेकर आया है। स्टाइल क्रैकर से आप अपनी पसंद के कपड़ों और ब्यूटी प्रोडक्ट्स आदि का पूरा कलेक्शन (बॉक्स) खरीद सकते है और अगर आपको कोई प्रोडक्ट अपने काम का नहीं लगता तो आप उसे वापस भी लौटा सकते हैं।
फिल्म ऐक्ट्रेस आलिया भट्ट भी इस स्टार्टअप से जुड़ गई हैं। कुछ महीनों पहले ही आलिया ने इसमें निवेश किया है। आलिया इसकी को-फाउंडर अर्चना वलावलकर को उनके करियर के शुरूआती दिनों से जानती हैं। अर्चना एक जानी-मानी सेलेब्रिटी स्टाइलिस्ट हैं और वह ‘वोग’ फैशन मैगजीन की पूर्व संपादक भी रह चुकी हैं। अर्चना के अलावा स्टाइल क्रैकर के दूसरे फाउंडर मेंबर हैं, धीमन शाह।
धीमन शाह ने लंबे समय तक विदेश में काम किया और वापस आकर अपनी दोस्त अर्चना के साथ मिलकर, स्टाइल क्रैकर की शुरूआत की। धीमन वोकेशनल ट्रेनिंग कंपनी में काम करते थे और इसी दौरान उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि ज्यादातर लोगों को अलग स्टाइल के साथ अलग दिखना पसंद है और सबसे जरूरी बात, वे इस पर पैसा खर्च करने के लिए भी तैयार रहते हैं। स्टाइल क्रैकर की तारीफ करते हुए आलिया ने कहा कि स्टाइल क्रैकर ने फैशन से इत्तेफाक रखने वाले लोगों और ऐक्सपर्ट के बीच की दूरी को खत्म कर दिया है। आलिया कहती हैं कि आपके अंदर स्टाइल सेंस हो सकता है, लेकिन जब वह सेंस ऐक्सपर्ट की सलाह के साथ मिल जाए तो आपको अपने लिए सबसे सटीक प्रोडक्ट मिल सकेगा।
पर्सनलाइज्ड स्टाइलिंग ही क्यों?
धीमन ने भारत के फैशन ईकोसिस्टम पर रिसर्च की और पाया कि प्रोडक्ट आधारित रीटेलरशिप से कुछ खास बात नहीं बनेगी। फैशन और स्टाइलिंग सेगमेंट में पहले से ही कई बड़े नाम मौजूद हैं। उन्हें नए कॉन्सेप्ट की तलाश थी। उन्हें अहसास हुआ कि मुद्दा सिर्फ सप्लाई का नहीं है, बल्कि सप्लाई किस ढंग से की जा रही है, इसका है। इस निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद ही उन्होंने अपनी दोस्त अर्चना के साथ मिलकर स्टाइल क्रैकर की शुरूआत की।
ग्राहकों की जरूरत और डेटा पॉइंट्स को ध्यान में रखते हुए स्टाइल क्रैकर एक निर्धारित बजट में डिजाइनर कपड़ों, ऐक्सेसरीज, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और अन्य जरूरी सामानों का कलेक्शन या बॉक्स तैयार करता है। ग्राहक अपने पसंद का सामान चुन सकते हैं और पसंद नहीं आने वाला प्रोडक्ट लौटा सकते हैं। धीमन ने ग्राहकों के लिए सेलेक्शन प्रोसेस को स्पष्ट करते हुए बताया कि यह बेहद आसान है। यूजर स्टाइल क्रैकर पर रजिस्टर कराते हैं और अपने बॉडी शेप, पर्सनल स्टाइल, साइज, बजट, फैशन प्रेफरेंस और अन्य जरूरतों की मूलभूत जानकारी देते हैं। इनके आधार पर स्टाइल क्रैकर की सेलेब्रिटी स्टाइलिस्ट्स की टीम ग्राहक के सेलेक्शन को ध्यान में रखते हुए उसका बॉक्स तैयार करती है। यह पूरी प्रक्रिया एक तकनीकी सिस्टम पर काम करती है और इसलिए स्टाइलिस्ट्स रोजाना सैकड़ों बॉक्स का कलेक्शन तैयार कर पाते हैं।
स्टाइलिस्ट्स और उपभोक्ताओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाना स्टाइल क्रैकर के लिए कोई मुश्किल काम नहीं था, क्योंकि टीम में फैशन, तकनीक और मार्केटिंग में लंबा और अच्छा अनुभव रखने वाले प्रोफेशनल्स जुड़े हुए हैं। अर्चना और धीमन के अलावा, तिया परांजपे भी टीम का हिस्सा हैं। तिया के पास फैशन इंडस्ट्री में 12 साल का अनुभव है और वह कई जाने-माने एडिटोरियल्स और ब्रैंड्स के साथ काम कर चुकी हैं। कोर टीम में अर्जुन मल्होत्रा भी हैं, जो बिजनस डिवेलपमेंट का काम संभालते हैं और उनके पास कई इंडस्ट्रीज में सेल्स के काम का अनुभव है। टीम के लोगों की औसत आयु 27 साल है, जिसका मतलब है कि युवाओं से भरी यह टीम फैशन ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों तक पहुंच बना रही है।
मार्केट पोजिशन
टीम का दावा है कि कंपनी को शुरू हुए चार साल हुए हैं और इसका सालाना ग्रोथ रेट 100 प्रतिशत का रहा है। टीम ने बताया कि पिछले 6 महीनों से बॉक्स बिजनस में हर महीने 40 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी हुई है। धीमन को उम्मीद है कि आगामी 18-24 महीनों में कंपनी के ग्रोथ में और अधिक इजाफा होगा। पर्सनलाइज्ड फैशन का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है। योर बॉक्स, स्नॉब बॉक्स, फैब बैग, पिंकबॉक्स और लेडी रागा जैसी सब्सक्रिप्शन आधारित सर्विसें मार्केट में मौजूद हैं। इन सर्विसों के बॉक्स की औसत कीमत 300 रुपए से 4000 रुपए के बीच है।
स्टाइल क्रैकर के बॉक्सेज की कीमत 7000 हजार रुपए तक जाती है। टीम ने हाल ही में प्री-सीरीज ए राउंड में 1 मिलियन डॉलर की फंडिंग रेज की है और उन्हें सीरीज-ए राउंड में भी अच्छे रेस्पॉन्स की उम्मीद है। आलिया मानती हैं कि स्टाइल क्रैकर ने एक नई कैटिगरी बनाई है और उसकी तुलना किसी और से नहीं हो सकती। धीमन का कहना है कि अभी उनकी टीम को लंबा सफर तय करना है कि क्योंकि भारत में उन्हें फैशन के प्रति लोगों के नजरिए को पूरी तरह से बदलना है।
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