कश्मीरी छात्र की टीशर्ट पर लिखी ऐसी बातें कि उसे शहर छोड़ घर वापस लौटना पड़ा
राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित देश के प्रतिष्ठित कॉलेज BITS पिलानी इंस्टिट्यूट के एक कश्मीरी छात्र की टीशर्ट पर कुछ अज्ञात लोगों ने काफी आपत्तिजनक बातें लिख दीं, जिस वजह से उस स्टूडेंट को कॉलेज छोड़कर अपने घर वापस लौटना पड़ गया।
"कश्मीर में हिंसा और पत्थरबाजी की घटनाओं का खामियाजा देश के कई इलाकों में रहकर पढ़ाई करने वाले बेकसूर कश्मीरी स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से कई कश्मीरी छात्रों के साथ अभद्रताएं की गईं, उन्हें मारा-पीटा गया, उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ और इतना ही नहीं उन्हें प्रदेश छोड़कर कश्मीर वापस चले जाने की धमकियां भी दी गईं। ताजा मामला राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित देश के प्रतिष्ठित कॉलेज BITS पिलानी इंस्टिट्यूट का है, जहां एक कश्मीरी छात्र की टी-शर्ट पर कुछ अज्ञात लोगों ने काफी आपत्तिजनक बातें लिख दीं, जिस वजह से उस स्टूडेंट को कॉलेज छोड़कर अपने घर वापस लौटना पड़ गया।"
फोटो: हाशिम सोफी। संस्थान ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और स्टैंडिंग कमिटी से जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। फोटो क्रेडिट: फेसबुकa12bc34de56fgmedium"/>
27 साल का हाशिम सोफी BITS पिलानी के साइंस ऐंड टेक्नॉलजी डिपार्टमेंट में रिसर्च कर रहा था। वो कॉलेज के मालिया भवन हॉस्टल में रह रहा था। बालकनी में सूख रही उसकी टी-शर्ट और उसके कमरे के दरवाजे पर उसे जान से मारने की धमकी मिली जिसकी वजह से वो कॉलेज छोड़कर वापस कश्मीर चला गया।
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हाशिम सोफी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है,
'मैं रोज की तरह सुबह जल्दी उठा और अपने कमरे के दरवाजे पर लिखी बातों को देखकर अपनी आंखों पर यकीन ही नहीं कर पाया। इसके बाद मुझे और हैरानी तब हुई जब मुझे मेरे कपड़ों पर दिल दुखाने वाली बातें पढ़ने को मिलीं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कश्मीरियों के प्रति इतनी घृणा की भावना कैसे आ रही है। मुझे अपने करियर और बेहतर भविष्य के लिहाज से कैंपस में रहना चाहिए, लेकिन मेरी चेतना मुझे ऐसा करने की इजाजत नहीं दे रही है। इस तरह का अपमान मैं नहीं बर्दाश्त कर सकता। मैं अपने भारतीय दोस्तों से जानना चाहता हूं कि इतनी असहिष्णुता क्यों है?'
हाशिम सोफी की फेसबुक पोस्ट, फोटो क्रेडिट: फेसबुकa12bc34de56fgmedium"/>
इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इंस्टीट्यूट के मीडिया कोऑर्डिनेटर गिरिधारी कुंकुर ने कहा कि संस्थान ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और स्टैंडिंग कमिटी से जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। गिरधारी ने ये भी बताया कि सोफी को 21 अप्रैल को ही हॉस्टल से अलग क्वार्टर में शिफ्ट किया गया था। ये क्वार्टर हॉस्टल से अच्छे और अलग होते हैं। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि तमाम कश्मीरी स्टूडेंट्स यहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन आज तक किसी के साथ ऐसा नहीं हुआ।
कश्मीरी छात्रों के साथ अभद्रता का ये पहला मामला नहीं है। कुछ ही दिन पहले राजस्थान के ही मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुछ कश्मीरी स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की खबरें सामने आई थीं। उन छात्रों को स्थानीय लोगों ने 'पत्थरबाज' कहते हुए मारापीटा था।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी एक होर्डिंग लगाई गई थी, जिसमें कश्मीरी स्टूडेंट्स को वापस अपने राज्य कश्मीर चले जाने को कहा गया था।
इन घटनाओं को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से कहा था, कि "वे अपने-अपने राज्यों में रह रहे कश्मीर के छात्रों से अच्छा संपर्क बनाने कोशिश करें और ये सुनिश्चित करें कि उन्हें कोई परेशानी न हो।"
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्य में रहने वाले कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि कश्मीरी भी भारत के ही नागरिक हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा में उनका योगदान भी बहुत बड़ा है।
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