आॅनलाइन पेमेंट की टेंशन करें दूर, ‘जसपे सेफ’
विभिन्न कारणों से आॅनलाइन भुगतान में आने वाली परेशानियों का हल है ‘जसपे सेफ’नेटवर्क 18 के पूर्व सीईओ हरेश चावला ने एक अज्ञात राशि का किया है निवेशअपने एक विशेष ब्राउजर और कीबोर्ड की सहायता से उपयोगकर्ता के आॅनलाइन भुगतान के अनुभव को कर देता है बेहद सुविधाजनकबैंगलोर के विमल कुमार और रामानाथन द्वारा तैयार की गई इस प्रणाली ने आॅनलाइन भुगतान के क्षेत्र में ला दी है एक क्रांति
‘‘आपके साथ कितनी ही बार ऐसा हो चुका होगा कि आप आॅनलाइन भुगतान करने के प्रयास में हों और किन्हीं तकनीकी वजहों के चलते आप लेन-देन की प्रक्रिया से बाहर कर दिये गए हों। कई बार ऐसा होता है कि आप ओटीपी नंबर का इंतजार ही करते रह जाते हैं और लेन-देन की प्रक्रिया का समय समाप्त हो जाता है या फिर कई बार आप अपने कार्ड या बैंक के एकाउंट का नंबर ही तलाशते रह जाते हैं और एक अच्छा मौका आपके हाथ से फिसल जाता है।’’
अगर हम वैश्विक स्तर पर नजर डालें और स्टेटिस्टा के आंकड़ों पर भरोसा करें तो हमारे सामने एक तथ्य आता है कि दुनियाभर में करीब 21 प्रतिशत के करीब आॅनलाइन लेन-देन के सौदे सिर्फ इस पूरी प्रक्रिया के बेहद लंबी अवधि का होने की वजह से परवान नही चढ़ पाते। इस समस्या से निजात पाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए कुछ महीनों पहले ‘पेपाल’ अपनी मरचेंट एप्प के लिये एक सिंगल क्लिक भुगतान पद्धति को लेकर सामने आया। इस पूरी प्रक्रिया को ‘वन टच’ का नाम दिया गया और इसमें मोबाइल से खरीददारी करने वाले उपभोक्ताओं को सिर्फ एक एकबार अपने यूजर नाम और पासवर्ड का प्रयोग करते हुए लाॅगिन करना है। इसके बाद उन्हें अधिक कुछ न करते हुए सारी खरीददारी करने के बाद सिर्फ ‘खरीद’ के बटन को क्लिक करना है और भुगतान की प्रक्रिया अपने आप संपन्न हो जाएगी।
वर्ष 2012 में बैंगलोर के दो जोशीले युवाओं विमल कुमार और रामानाथन ने आॅनलाइन भुगतान की प्रक्रिया को आसान बनाने का बीड़ा उठाते हुए वेब या मोबाइल द्वारा किये जाने वाले भुगतान के लिये एक सिंगल क्लिक प्रणाली विकसित करने की ठानी और ‘जसपे टेक्नोलाॅजीज’ की स्थापना की। आज यही दोनों युवा अपनी नवीनतम प्रणाली ‘जसपे सेफ’ के द्वारा आॅनलाइन लेन-देन की पूरी प्रक्रिया को एक नया रंग दे रहे हैं। ‘जसपे सेफ’ आॅनलाइन बैंकिंग और भुगतान अनुप्रयोगों में काम आने वाला एक विशेष रूप से तैयार किया गया ब्राउजर है। अबतक आॅनलान गेमिंग से लेकर बैंकिंग अनुप्रयोगों में काम आने वाले परंपरागत ब्राउजरों के विपरीत ‘जसपे सेफ’ उपयोगकर्ताओं को बेहतर बैंकिंग अनुभव के अलावा अधिक सुरक्षित प्रक्रिया से रूबरू करवा रहा है। यह भारतीय उपभोक्ताओं को डिजिटल रूप से भुगतान करने के लिये प्रेरिक करने के इरादे से एक नवीन यूजर इंटरफेस और नेटवर्क अनुकूलन तकनीकों का उपयोग करता है ताकि उपभोक्ता खरीददारी करते समय नकदी का कम से कम प्रयोग करें।
‘जसपे सेफ’ अपने पहले ही उत्पाद ‘एक्सप्रेस चेकआउट’ की कार्ड भंडारण प्रक्रिया के द्वारा ही पेमेंट गेटवे के शीर्ष पर छा गया था। वर्तमान में रेडबस, स्नैपडील, फ्रीचार्ज, न्यूजहंट ‘जसपे’ के कुछ बड़े उपभोक्ताओं में एक हैं। अपने दोनों प्रमुख उत्पादों की सहायता से कंपनी प्रतिमाह 4 मिलियन से भी अधिक लेन-देन की प्रक्रियाओं को पूरा करती है।
जसपे सेफ - सुरक्षित ब्राउजर
जसपे सेफ स्मार्ट फोन के द्वारा किये जाने वाले भुगतान की प्रक्रिया को और अधिक सुरक्षित और बेहतर बनाता है। यह एक ऐसा मोबाइन ब्राउजर है जिसे मोबाइल वेबव्यू ब्राउजर के स्थान पर किसी भी एप्लीकेशन के साथ सन्निहित किया जा सकता है। एप्लीकेशन तैयार करने वाले मिनटों में ही जसपे सेफ एसडीके के साथ स्वयं को एकीकृत करते हुए अपनी एप्प ला सकते हैं।
जसपे सेफ की यूएसपी (विशेषताएं)
पूर्णतः सुरक्षित होनाः जसपे सेफ अपनी इनबिल्ट फिशिंग सुरक्षा आवरण की सहायता से उपयोगकर्ताओं को बैंकों की वेबसाइट होने का नाटक करने वाली फर्जी वेबसाइटों से बचाता है। इसके अलावा इसमें विशेष रूप से बैंकिंग अनुप्रयोगों के लिये बनाया गया एक विशेष कीबोर्ड भी है जो उपभोक्ताओं को थर्ड पार्टी कीबोर्ड से बचाता है जो उपभोक्ता की बेहद संवेदनशील जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं। जसपे मोबाइल पर होने वाले लेन-देन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिये बैंकों के साथ मिलकर एक सुरक्षित प्रक्रिया तैयार करने की दिशा में काम करने का विचार कर रहा है। इसके लिये ये डिवाइन फिंगरप्रिंटिंग को उन्नत करने की दिशा में काम कर रहे हैं।
अत्यंत सुविधाजनक होनाः जसपे सेफ भुगतान की प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिये कुछ आवश्यक फीचर्स के साथ आता है। इन फीचर्स की वजह से किसी भी लेन-देन की प्रक्रिया को पूरा होने में लगने वाला समय कम हो जाता है और भुगतान सफलता की दर बढ़ जाती है। इसकें आॅटो प्रोसेसिंग ओटीपी, 2जी पर पेज लोड होने में तेजी के अलावा अपने एक विशेष कीबोर्ड की भी फीचर्स हैं जो पासवर्ड डालने और भुगतान की पूरी प्रक्रिया को बेहद आसान बना देते हैं। इनका पूरा ध्यान भुगतान की पूरी प्रक्रिया को बेहद आसान बनाते हुए इसमें फंसे हुए उपभोक्ताओं को बाहर निकालने में है।
कंपनी, उसकी दृष्टि और इसके संस्थापक
जसपे का लक्ष्य मोबाइल का प्रयोग करते हुए लेन-देन करने वाले 1 अरब से अधिक उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित मंच प्रउान करवाना है। कंपनी मोबइल के द्वारा होने वाले भुगतानों में 95 प्रतिशत से भी अधिक की सफलता दर को पाने के लिये पूरे प्रयास कर रही है।
जसपे के सहसंस्थपक विमल कुमार कहते हैं, ‘‘हम उन व्यापारियों को भुगतान संबंधी तकनीकी सहायता उपलब्ध करवा रहे हैं जो अपने उपभोक्ताओं के अनुभव और उनकी सफलता दर में सुधार लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हम पेमेंट गेटवे नहीं हैं बल्कि हम समस्त पेमेंट गेटवे के शीर्ष पर एक परत के रूप में काम कर रहे हैं।’’
नेटवर्क 18 और वाॅयकाॅम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड समूह के पूर्व सीईओ और वर्तमान में इंडिया वैल्यू फंड एडवाइजर के भागीदार हरेश चावला ने हाल-फिलहाल में ही जसपे में एक अज्ञात राशि का निवेश किया है। हरेश चावला वही व्यक्ति हैं जिन्होंने 2001 में सिर्फ 12 मिलियन डॉलर वाले नेटवर्क 18 सूमह को वर्ष 2012 में 500 मिलियन डॉलर से अधिक का बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आईआईटी बाॅम्बे और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र हरेश इससे पहले एक पाॅपर्टी पोर्टल हाउसिंगडॉटकॉम में भी निवेश कर चुके हैं।
फ्लिपकार्ट को प्राप्त होने वाले राजस्व का आधे से भी अधिक हिस्सा मोबाइल उपयोगकर्ताओं के द्वारा आता है। जिस तेजी से भारत में मोबइल पर इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसे देयाते हुए इस प्रवृत्ति में और उछाल आने की संभावना है। चाहे वह फ्लिपकार्ट हो या स्नैपडील, क्लियरट्रिप हो या रेडबस, सबके उपभोक्ता जसपे सेफ का प्रयोग करते हुए एक बेहद सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से भुगतान करने में सक्षम होते हैं। इसी का नतीजा है कि लेनदेन की पूरी प्रक्रिया में बीच में ही भुगतान छोड़ने वालों की संख्या में बहुत तेजी के साथ कमी आई है।
विमल कहते हैं, ‘‘कुल मिलाकर हम इंजीनियरों और डिजायनरों का एक ऐसा समूह हैं जो उच्च गुणवत्तावाले उत्पादों का निर्माण करने में यकीन रखते हैं। हम उस दिन का बेसब्री से इंतजार करते हुए अपने काम में जुटे हुए हैं जिस दिन अधिकतर भारतीय हमारे तैयार किये गए उत्पादों का इस्तेमाल करके लाभान्वित हेा रहे होंगे।’’