2020 तक इंडियन फैशन मार्केट $30 बिलीयन तक पहुंचने की संभावना
भारत का फैशन मार्केट सिर्फ मैट्रो सीटीज़ में ही नहीं, बल्कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में भी तेजी से अपना आकार बड़ा कर रहा है, जिसके चलते आने वाले समय में रिटेल कंपनियों के लिए कारोबार की और अधिक संभावनाएं बढ़ जायेंगी, जिसमें डीजिटल शॉपिंग अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
जिस तरह से देश में हर दिन नये-नये तरह के फैशन देखने को मिल रहा उसे देखकर ये अंदाजा लगाना आसान है, कि आने वाले समय में इंडियन मार्केट के $30 बिलीयन तक पहुंचने की जो बात हो रही है, वो अतिश्योक्ति नहीं है।
रियल एस्टेट कंसलटेंसी फर्म सीबीआरई के मुताबिक भारत में ऑर्गनाइज्ड रिटेल सेक्टर बहुत तेजी से अपने पैर पसार रहा है, जो कि आज के समय में 5.34 लाख करोड़ का है। इस मार्केट में डोमेस्टिक और इंटरनेशनल रिटेल कंपनियों के लिए अनगिनत कारोबारी संभावनाएं हैं। यदि सीबीआरई की मानें, तो आने वाले चार सालों में यानी की 2020 तक देश के रिटेल सेक्टर में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी बढ़कर 20 प्रतिशत के आसपास पहुंच जायेगी और 2020 तक देश का रिटेल सेक्टर बढ़कर 73.38 लाख करोड़ रूपये तक पहुंचने की संभावना है।
पिछले कुछ सालों में देखा जाये तो अमेरिका और यूरोप की कंपनियों ने इंडियन मार्केट में काफी ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है। सीबीआरई के अनुसार देश में ऑर्गनाइज्ड रिटेल वार्षिक तौर पर 25 प्रतिशत की तेजी से आगे ही आगे बढ़ रहा है, जिसके अंतर्गत इनकम में बढ़ोतरी, ग्लोबलाइजेशन और लोगों की तेजी से बदलती आदतों और पसंद की महत्वपूर्ण भूमिका है। विदेशी कंपनियों की दिलचस्पी ने इंडियन मार्केट के बूम में बेहतरीन योगदान दिया है, हालांकि इसके अपने कुछ फायदे हैं, तो कुछ नुक्सान भी हैं, जिन पर विस्तार से सोचने की आवश्यकता है।
पीछे मुड़ कर देखा जाये, तो पिछले दो-तीन सालों में 40 से ज्यादा बड़े इंटरनेशनल ब्रांड्स ने भारतीय बाजार में प्रवेश करके पूरे मार्केट पर अपना कब्ज़ा कर लिया है।