देश के 500 रेलवे स्टेशनों में उच्च-गति वाला इंटरनेट की सुविधा देगा गूगल-पिचाई
पीटीआई
इंटरनेट कंपनी गूगल अगले साल तक भारतीय रेलवे के साथ मिलकर 500 स्टेशनों पर वाइफाई सेवाएं उपलब्ध कराएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गूगल के मुख्यालय के दौरे के दौरान यह घोषणा की।
गूगल परिसर में मोदी को गूगल कंपनी के कुछ आधुनिकतम उत्पाद दिखाए गए और कंपनी द्वारा किए गए शोध कार्यो से रूबरू कराया गया। उन्हें गूगल अर्थ की एक प्रस्तुति दी गई जिसमें उनके लोकसभा क्षेत्र वाराणसी के घाट दिखाए गए।
प्रधानमंत्री ने गूगल को ऐसे एप्प विकसित करने को प्रोत्साहित किया जो कि आम लोगों के लिए फायदेमंद हों। उन्होंने गूगल परिसर में हैकाथन में भाग लिया जिसमें कंपनी के कर्मचारियों ने लगातार 15 घंटे बैठक कर भारत में इस्तेमाल आने वाले विशेष एप्प तैयार किए।
बाद में गूगल के कर्मचारियों को संक्षिप्त संबोधन में मोदी ने घोषणा की कि,‘ भारतीय रेलवे व गूगल भारत में 500 रेलवे स्टेशनों पर वाइफाइ उपलब्ध कराने के लिए गठजोड़ करेंगे।’ इससे पहले गूगल के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि कंपनी शुरू में भारत के 100 रेलवे स्टेशनों पर हाईस्पीड इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराएगी। अगले साल के आखिर तक 400 और स्टेशनों पर यह सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक समय आएगा जब इंटरनेट व प्रौद्योगिकी का सही इस्तेमाल होगा और इससे आम लोगों की जिंदगी में गुणात्मक बदलाव आएंगे।
मोदी ने कहा,‘‘ कभी कभी मैं मजाक में कहता हूं कि प्रौद्योगिकी का जन्म समय, मानव श्रम व कागज बचाने के लिए हुआ। लेकिन हुआ इसका उलटा। आज लोग सबसे ज्यादा समय इसी में बिताते हैं। शिशु जब दूध मांगता है तो मां कहती है कि ठहरो मुझे एक व्हाटसएप्प करना है।’ उन्होंने कहा,‘ लेकिन समय आएगा जब इसका :इंटरनेट व प्रौद्योगिकी: का सही इस्तेमाल होगा और यह जिंदगी में गुणात्मक बदलाव लाएगा और मैं यह साफ तौर पर देख रहा हूं।’ उन्होंने कहा,‘ प्रौद्योगिकी लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी ताकत बन गई है।’ उन्होंने कहा,‘‘ इस प्रौद्योगिकी का बहुत लाभ हुआ है। मुझे उसका बहुत फायदा मिला है। नरेंद्र मोदी एप्प से लगातार संदेश व सुझाव मिलते हैं। यह लोकतंत्र के लिए एक बहुत बड़ी ताकत बन गया है।’ इस अवसर पर गूगल कर्मचारियों द्वारा महिला सुरक्षा सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए 15 घंटों की लगातार मेहनत से तैयार 55 एप्प की जानकारी मोदी को दी गई। मोदी ने कहा- इस तरह के हैकाथन की संस्कृति भारतीय शहरों में भी विकसित होनी चाहिए ताकि युवा दिन रात मेहनत कर आम आदमी की समस्याओं के समाधान ढूंढ सके।’ उन्होंने कहा,‘‘ मुझे विश्वास है कि आपने जो मेहनत की है, हमारी सरकार समस्याओं के समाधान के लिए उनका उपयोग करेगी।’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचई द्वारा मोदी को दिखायी गयी विभिन्न परियोजनाओं के बारे में कहा, ‘‘ प्रगति की परियोजनाएं ’’ ।
पिचई ने मोदी को स्ट्रीट व्यू और गूगल अर्थ के नेवीगेशन , सुरक्षा और अन्य बातों की जानकारी दी।