अब भारत में बनी आई ड्रॉप के इस्तेमाल से अमेरिका के 12 राज्यों में फैला संक्रमण, एलर्ट जारी
भारतीय आई ड्रॉप ‘एजरीकेयर आर्टिफिशियल टियर्स’ को लेकर अमेरिका में जारी एलर्ट.
यह दूसरी बार है, जब भारतीय कंपनी की बनाई कोई दवा निशाने पर है. पिछले दिनों भारत के नोएडा में स्थित मैरियन बायोटेक फार्मास्युटिकल कंपनी का बना कफ सीरप पीकर उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हो गई थी. इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दवा को लेकर विश्वव्यापी चेतावनी जारी की थी.
हालांकि यह इस तरह की पहली घटना नहीं थी. पिछले साल 5 अक्तूबर को भी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हरियाणा की एक दवा कंपनी को लेकर ऐसा ही अलर्ट जारी किया था, जिसके बनाए जहरीले कफ सीरप को पीकर अफ्रीका के गैम्बिया में 66 बच्चों की मौत हो गई थी.
इन दोनों दवाइयों के बाद अब भारत में बनी एक आई ड्रॉप को लेकर अमेरिका में एलर्ट जारी हुआ है. अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने एलर्ट जारी किया है कि वह इस आई ड्रॉप का इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें.
इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल से कोलोराडो, कनेक्टिकट, कैलिफोर्निया, न्यू जर्सी, फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क, न्यू मेक्सिको, नेवादा, यूटा, टेक्सस, विस्कॉन्सिन और वॉशिंगटन राज्यों में लोग बीमार पड़ गए हैं. इसके अलावा वॉशिंगटन में इस दवा के इस्तेमाल से एक व्यक्ति की मौत हो गई है.
यह आई ड्रॉप एक तरह की आई सूथिंग ल्यूब्रिकेंट आई ड्रॉप है, जिसका इस्तेमाल आंखों का सूखापन, जलन, खुजली आदि दूर करने के लिए किया जाता है. चूंकि इस दवा का इस्तेमाल आंख से जुड़ी किसी विशेष मेडिकल कंडीशन के लिए नहीं होता, इसलिए इसे बिना मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन के भी सीधे मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है.
इस आई ड्रॉप का नाम है एजरीकेयर आर्टिफिशियल टियर्स और यह चेतावनी जारी की है अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन डिपार्टमेंट ने. उनका कहना है कि इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल से इंफेक्शन फैल रहा है. इस दवा का प्रयोग करने के कारण अब तक 55 लोगों को इंफेक्शन हो चुका है और इंफेक्शन फैलने के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है.
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन डिपार्टमेंट ने कहा है कि इस आई ड्रॉप का असर सिर्फ आंखों तक ही सीमित नहीं है. इस दवा के इस्तेमाल से खून और फेफड़ों तक में इंफेक्शन हो रहा है.
डॉक्टरों ने अपनी जांच में पाया है कि जिन लोगों ने इस आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया है, उनके शरीर में सूडोमोनास ऑरूजिनोसा नामक बैक्टीरिया पाया गया है. इतना ही नहीं, डॉक्टरों को यह बैक्टीरिया एजरीकेयर आई ड्रॉप की बोतलों में भी मिला है. यह बैक्टीरिया सीधे उनके फेफड़ों और रक्त को संक्रमित कर रहा है.
हालांकि एजरीकेयर आई ड्रॉप बनाने वाली कंपनी का कहना है कि उनकी दवा में इस तरह का कोई बैक्टीरिया होने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. कंपनी ने इस दवा की मार्केट सप्लाय पूरी तरह बंद कर दी है. साथ ही कंपनी ने एक नोटिस जारी कर लोगों को इस दवा का इस्तेमाल ने किए जाने की ताकीद की है.
Edited by Manisha Pandey