इन सात सवालों के उत्तर से जानिए आप कितने सफल और खुश हैं
इन 7 प्रश्नों में किसी एक का भी उत्तर यदि “हाँ” है आपके लिए, तो आप हैं अपनी उमीद से कई गुना ज्यादा सफल...
ऐसा कौन इंसान है जो सफल और खुश नहीं होना चाहता, लेकिन बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं जो सफल भी होते हैं और खुश भी। लगभग सभी के लिए खुशी और सफलता के पैमाने अलग होते हैं, लेकिन कुछ बुनियादी बातें होती हैं जो सब पर लागू होती हैं। ऐसी ही कुछ बातें हैं जिनके बारे में हम चर्चा करने जा रहे हैं।
जिंदगी में किसी चीज़ की तुलना करना शायद कभी-कभी सही साबित हो सकता है लेकिन आपकी आत्मसंतुष्टि और पूर्ति की भावना का संबंध है तो भूल कर भी किसी अन्य चीज से अपनी तुलना न करें, अन्यथा आप दुखी हो सकते हैं।
तुलनात्मक खुशी के साथ यह समस्या है कि चाहे आप स्वयं को कितना भी सफल मानते हों, ना चाहते हुए भी आप हमेशा खुद से कोई बेहतर, या स्मार्ट, या अमीर व्यक्ति से मिल बैठेंगे और आपकी क्षणिक खुशी आपसे दूर होती नज़र आने लगेगी।
जेफ हेडेन कहते हैं कि उम्र एक नंबर मात्र है जो चलती रहती हैं, लेकिन भावनाएं हमेशा के लिए होती हैं जिसके माध्यम से यह दर्शाया जाता है कि आप स्वयं को कैसा महसूस करते हैं। जिंदगी में किसी चीज़ की तुलना करना शायद कभी-कभी सही साबित हो सकता है लेकिन आपकी आत्मसंतुष्टि और पूर्ति की भावना का संबंध है तो भूल कर भी किसी अन्य चीज से अपनी तुलना न करें, अन्यथा आप दुखी हो सकते हैं। यदि आप लगातार दूसरे लोगों से खुद की तुलना करते हैं तो आप किसी न किसी वज़ह से खुद को असफल पाएंगे।
अगर आप एक उद्यमी हैं और आप खुद को रिचर्ड ब्रैनसन के साथ तुलना करते हैं, तो आप जीत नहीं पाएंगे। यदि आप एक संगीतकार हैं और आप टेलर स्विफ्ट से खुद की तुलना करते हैं (विशेषकर यदि तुलनात्मक मुद्दा आय है), तो आप शायद जीत नहीं पाएंगे, यदि आपका लक्ष्य दुनिया को बदलना है और आप स्टीव से खुद की तुलना करते हैं तब आप खुद को अधूरा पाएंगे। यदि आप दूसरों से तुलना कर खुद को खुश रखते हैं तो शायद आप हमेशा असली खुशी से दूर रह जायेंगे। तुलनात्मक खुशी के साथ यह समस्या है कि चाहे आप स्वयं को कितना भी सफल मानते हों, ना चाहते हुए भी आप हमेशा खुद से कोई बेहतर, या स्मार्ट, या अमीर व्यक्ति से मिल बैठेंगे और आपकी क्षणिक खुशी आपसे दूर होती नज़र आने लगेगी।
इससे बचने के लिए सबसे पहले आप दूसरों से स्वयं की तुलना करना बंद करें और निम्न बिन्दुओं पर ध्यान दें जो आपको उमीद से अधिक सफल होने में पूर्ण रूप से मदद करेगी। ये आपको क्षणिक खुशी से बचाते हुए आत्मसंतुष्टि और सुख की ओर अग्रसर होने में सहयोग करेगी।
1- क्या आपके करीबी दोस्त हैं?
आज के दौर में करीबी और भरोसेमंद दोस्त मिलना आसान नहीं रहा। एक अध्ययन से पता चला है कि पिछले 20 सालों में दोस्तों के बीच महत्वपूर्ण मामलों पर बात करने की औसत 2.94 से घट कर 2.08 हो गयी है। यदि आपके पास 3-4 करीबी दोस्त हैं तो न सिर्फ सोशल कनेक्शन के लिए काम आएंगे बल्कि उनसे मिल कर आप आनंदित भी हो सकते हैं, और आप अपने जीवन काल के संबंधों में अधिक ऊर्जावान पायेंगे और साथ ही खुद को तनाव मुक्त महसूस करेंगे।
2- क्या आपके पास सकारात्मक विकल्प बनाने के लिए पर्याप्त पैसा है?
सकारात्मक विकल्प बनाने के लिए आपके पास पर्याप्त पैसे से ज्यादा जरुरी आपका मनोबल है जो आपको आत्मनिर्भर बनाता है, क्योंकि सब कुछ पैसा नहीं होता और हम पैसा से कभी किसी की सकारात्मक विकल्प नहीं प्राप्त कर सकते है। यदि आप पर्याप्त पैसा कमाते हैं जो आपके खर्च से अधिक हो, तो आप इसमें से कुछ पैसे के साथ क्या करना है इसके बारे में सकारात्मक विकल्प बना सकते हैं- चाहे किसी संस्था में निवेश करें, या छुट्टी ले और परिवार के साथ समय व्यतीत करें, या गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ायें। इससे आपके दिनचर्या में फेर-बदल होगा और आप सफल महसूस कर सकते हैं, और आप उस अतिरिक्त पैसे से और भी अधिक सफल बनने का लाभ उठा सकते हैं।
3- क्या आपके आसपास के लोग आपके करीब रहना चाहते हैं?
कभी-कभी लोग अपने सहकर्मियों के विचार को नापसंद करते हैं, उनके साथ काम करने से चिड़चिड़ा स्वाभाव के हो जाते हैं। व्यापारी अपने धंधे में कुछ ग्राहकों से ऊब जाया करते है तो कुछ लोग बहुत स्वार्थी स्वाभाव के होते हैं। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके साथ काम करना या समय व्यतीत करना आपको अच्छा लगता है, उस माहौल में खुद को ढाल लेते हैं। सफल लोग हमेशा सफल लोगों को आकर्षित करते हैं, मेहनती लोग मेहनती लोगों को लुभाते हैं। दयालु तरह के लोग दयालु लोगों के साथ सहयोग करते हैं और अच्छे कर्मचारी सदैव अच्छे बॉस के लिए काम करना चाहते हैं। अगर आपके चारों ओर के लोग आप के आसपास रहना चाहते है तो समझिये आप सफल हो रहे हैं और यदि ऐसा नहीं है, तो कुछ बदलाव करने का समय आ चुका है।
4- क्या आपमें है अपनी गलतियों से सीखने की क्षमता?
हकीकत यही है कि असफल होना किसी को पसंद नहीं है, लेकिन सफलता की और कदम बढ़ाने के लिए अपने असफल होने का कारण जानना बेहद जरुरी है। सफलता का सफर चुनौतियों और रुकावटों से भरा रहता है, खुद पर भरोसा रखते हुए धीरज के साथ आगे बढ़ने वाले को मंजील कभी दूर नज़र नही आती है। हर सफल व्यक्ति पहले विफल हुआ है, शायद आपसे कई अधिक बार विफलता का सामना किया है और अपनी विफलता को कमजोरी के बजाय हिम्मत बना कर आज सफल हो गया है। खुद को साबित करने के लिए आपको निरंतर प्रयासरत रहना अति आवश्यक है, और इस मूल मंत्र से आप हर रोज खुद को ज्यादा सफल पाएंगे।
5- क्या आप नि:स्वार्थ किसी की मदद कर सकते हैं?
हम सभी ने इस क्षण का अनुभव किया है कि कुछ लोग लालची स्वाभाव के होते हैं तो वहीं कुछ लोग दयालु स्वाभाव के होते हैं। लालची लोग किसी के मदद करने के एवज में अपनी शर्तें रखा करते हैं किन्तु दयालु व्यक्ति किसी तरह से उनकी जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं, और अगर उनकी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ रहते हैं तो उन्हें ग्लानी महसूस होती है। और यह कोई आश्चर्यचकित होने वाली बात नही है कि जो लोग सफल महसूस करते हैं, वे किसी से सहायता की उमीद नही रखते हैं, यदि किसी के द्वारा उन्हें ऑफर की जाती है तब वे मदद लेते हैं। वास्तव में, वे ध्यान देते हैं कि वे अन्य लोगों के लिए क्या कर सकते हैं।
6- क्या आप अन्य लोगों की तरह प्रशंसा पाना चाहते हैं?
आज के दौर में लोग काम करने से पहले ही सुर्ख़ियों में रहना चाहते हैं, ऐसे लोग काम से ज्यादा नाम कमाने के पीछे रहते हैं। सफल व्यक्ति हमेशा दूसरों की तरक्की देख कर उनकी प्रशंसा किया करते हैं। यदि आप प्रशंसा की तलाश नहीं कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप सफल हैं। इसका मतलब है कि आप भीतर से गौरवान्वित महसूस करते हैं, जो खुद को सफल बनाने के लिए बहुत मायने रखता है। आपकी खुशी दूसरों की सफलता से आती है। आपको झूठी तारीफ़ की आवश्यकता नहीं है, आप जानते हैं कि आपने क्या हासिल किया है और आप पहले से कितना ज्यादा सफल हो चुके हैं।
7- क्या आपको हकीकत में जीवन जीना पसंद है?
काल्पनिक जीवन जीने वाले लोग कभी सफलता का स्वाद नहीं चख सकते है। जिन्दगी जीने का असली मजा वास्तविक जीवन में आये उतार-चढ़ाव को पार करने में आता है। जो लोग चुनौतिओं और बाधाओं को स्वीकारते हुए सपनों को हकिकत का रूप देना चाहते हैं, जिन्दगी में असली सफलता उनके हाथ ही लगती है। अपनी खुशियों की तुलना धन-दौलत से न करते हुए आगे बढ़ने में लगे रहते हैं और दूसरों की तरक्की देख कर भीतर से खुश हुआ करते हैं, आज के दौर में वे लोग सफल व्यक्ति के लिस्ट में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि वे अपनी जिन्दगी अपने अंदाज़ में जिया करते हैं।
-उत्पल आनंद
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