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दुनिया में अमीरों की संख्या में इजाफा, 75% नए अरबपति चीन और भारत से

दुनिया में अमीरों की संख्या में इजाफा, 75% नए अरबपति चीन और भारत से

Friday October 27, 2017 , 3 min Read

स्विस बैंक यूबीएस की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में अरबपतियों की संख्या 1,500 के पार हो गई है। आश्चर्य की बात ये है कि नए अरबपतियों में से सबसे ज्यादा अमीर भारत और चीन जैसे देशों से हैं। 

सांकेतिक तस्वीर

सांकेतिक तस्वीर


यूबीएस और पीडब्लूसी ने 1,550 अरबपतियों का अध्ययन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 तक सभी अरबपतियों की कुल संपत्ति 600 खरब डॉलर है। वहीं एशिया में हर दूसरे दिन एक नया अरबपति इस लिस्ट में शामिल हो जाता है। 

पूरी दुनिया में एक साल में 142 नए बिलियनेयर्स बने। इनमें 67 भारत और चीन के हैं। भारत में 2015 में 84 थे। एक साल बाद 100 हो गए। इसी के साथ भारत में अब कुल अरबपतियों की संख्या 100 हो गई है।

पूरी दुनिया में अमीरों और गरीबों की खाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। स्विट्जरलैंड की रिसर्च एजेंसी प्राइस वॉटरहाउस कूपर्स और स्विस बैंक यूबीएस की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में अरबपतियों की संख्या 1,500 के पार हो गई है। आश्चर्य की बात ये है कि नए अरबपतियों में से सबसे ज्यादा अमीर भारत और चीन जैसे देशों से हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि एशिया ने अमेरिका को अरबपतियों के मामले मं पीछे छोड़ दिया है, लेकिन अमेरिका में अरबपतियों की कुल संपत्ति अभी भी सबसे ज्यादा है। चीन में हर तीन हफ्ते में एक नया अरबपति तैयार हो जाता है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले तीन सालों में संपत्ति के मामले में एशिया अमेरिका को भी पछाड़ देगा।

यूबीएस और पीडब्लूसी ने 1,550 अरबपतियों का अध्ययन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 तक सभी अरबपतियों की कुल संपत्ति 600 खरब डॉलर है। वहीं एशिया में हर दूसरे दिन एक नया अरबपति इस लिस्ट में शामिल हो जाता है। यूरोप में अमीरों की संख्या 342 रही। यूरोप में केवल तीन नए अरबपति ही बने। पूरी दुनिया में एक साल में 142 नए बिलियनेयर्स बने। इनमें 67 भारत और चीन के हैं। भारत में 2015 में 84 थे। एक साल बाद 100 हो गए। यानी 16 बढ़े। वहीं एक साल में एशिया के सेल्फमेड अमीरों की संपत्ति 32% तक बढ़ी जबकि अगले एक साल में पैतृक संपत्ति वालों की नेटवर्थ में 28% और सेल्फमेड की संपत्ति में 32% का इजाफा हुआ।

अगर शौक की बात की जाए तो आर्ट कलेक्शन अमीरों का स्टेटस सिंबल है। दुनिया के 200 बड़े आर्ट कलेक्टर्स में से 150 अरबपति ही हैं। 1995 में 28 आर्ट कलेक्टर बिलियनेयर थे। हाल में जापान के युसाका माइजावा ने सबसे महंगा आर्ट कलेक्शन 700 करोड़ रु. में खरीदा था। स्पोर्ट्स क्लब के मालिक भी अरबपतियों की सूची में शुमार हैं। सबसे बड़े 140 स्पोर्ट्स क्लबों के मालिक 109 अरबपति हैं। इनमें 60 अमेरिका, 29 एशिया और 20 यूरोप के हैं। इन सभी अरबपतियों की औसत उम्र 68 साल और औसत नेटवर्थ 32,500 करोड़ रुपए है।

रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की टॉप 140 स्पोर्ट्स टीमें सिर्फ 109 अरबपतियों द्वारा चलाई जाती हैं। इसमें एनबीए और एनएफएल की दो तिहाई टीमें भी शामिल हैं। यूके में 20 में से 9 टीमें अरबपतियों के मालिकाना हक वाली हैं। दुनिया के सबसे अमीर लोगों में अभी भी माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स का नाम शुमार होता है। अगर भारत की बात करें तो अभी भी रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अम्बानी दुनिया के 21 वें सबसे अमीर आदमी है और भारत में वे पहले स्थान पर है। उसके बाद सन फार्मा के चेयरमैन दिलीप सांघवी का नंबर आता है। इसी के साथ भारत में अब कुल अरबपतियों की संख्या 100 हो गई है।

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