रहमान और पूजा को उबाउ लगती थी 'मोहेन्जो दारो' की कहानी !
नवोदित अभिेनत्री पूजा हेगड़े का कहना है कि उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी कि वह मोहेन्जो दारो पर बनी एक फिल्म में काम करेंगी। स्कूली दिनों में उन्हें यह अध्याय पढ़ने में बडा उबाउ लगता था।
फिल्म निर्माता आशुतोष गोवारिकर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘मोहेन्जो दारो’ के प्रचार कार्यक्रम के दौरान यहाँ पर पूजा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने स्कूल में मोहेन्जो दारो अध्याय पढ़ा है और बहुत बोर हुई हूं। मैंने कभी कल्पना नहीं की थी कि मैं उस काल पर आधारित या पृष्ठभूमि पर एक फिल्म करूंगी। युवा पीढ़ी एक बार फिर से इतिहास की किताबें पढ़ रही है और चीजों को जानने को लेकर उत्सुक हैं।’’
पूजा ने बताया, ‘‘यह फिल्म आशुतोष गोवारिकर के मोहेन्जो दारो संस्करण पर आधारित है। मुझे लगता है कि यह कहानी, काल को लेकर दर्शकों के बीच उत्सुकता पैदा करेगी।’’ पूर्व में दक्षिण की फिल्मों में काम करने वाली पूजा ने बताया कि हिन्दी फिल्म जगत में इस शानदार शुरूआत को लेकर वह गोवारिकर और फिल्म के मुख्य अभिनेता रितिक रोशन की शुक्रगुजार हैं।
रितिक ने भी अपनी सह-अभिनेत्री की तारीफ की है। उन्होंने कहा, ‘‘पहली बार मैं एक फोटो-शूट के दौरान पूजा से मिला था जहां पर हम दोनों ने एक-दूसरे की आंखों में देखा, जिनमें रोमांस था। ’’
शुरूआत में सोचा, ‘मोहेन्जो दारो’ उबाउ फिल्म होगी : ए आर रहमान
फिल्म ‘‘लगान’’ से निर्माता आशुतोष गोवारिकर के साथ काम कर रहे जाने माने संगीतकार ए आर रहमान को शुरू में लगा कि निर्देशक की आने वाली फिल्म ‘मोहेन्जो दारो’ एक डक्यूमेंट्री की तरह है और यह उबाउ होगी।
‘मोहेन्जो दारो’ के प्रचार कार्यक्रम के दौरान रहमान ने बताया, ‘‘शुरू में जब उन्होंने (आशुतोष ने) ‘मोहेन्जो दारो’ के बारे में बताया तो मुझे लगा कि यह एक ऐतिहासिक डक्यूमेंट्री होगी.. यह उबाउ होगी।’’
जब गोवारिकर ने ‘मोहेन्जो दारो’ के बारे में बताया तो रहमान को फिल्म का विचार समझ में आया और वह आश्चर्यचकित हो गए थे। उन्होंने कहा ‘‘मैंने :फिल्म के लिए: उस जगह पर जाने की कोशिश की और :संगीत तैयार करने के लिए: अपनी कल्पना का उपयोग किया।’’ तब गोवारिकर यह जानना चाहते थे कि हिन्दी फिल्मों, दक्षिणी फिल्मों और पाश्चात्य फिल्मों में धुन देते समय रहमान किस तरह से विभिन्न संस्कृतियों को ध्यान में रखते हैं।
इस पर ऑस्कर विजेता रहमान ने कहा, ‘‘हम सभी लोगों की समान भावनाएं, प्यार, दुख, गुस्सा, रोमांस और सपने हैं। ऐसे में मैं भावना के उस सार्वभौमिक तथ्य का दोहन करता हूं। मैंने पहले इसे बेहतर करने में इस्तेमाल किया। मैंने इससे अधिक नहीं किया।’’ ‘तमाशा’ के 49 वर्षीय संगीतकार ने कार्यक्रम के दौरान फिल्म के एक गीत ‘तू है’ की कुछ लाइनें भी सुनायी। (पीटीआई)