50 शहरों में अब नहीं होगा अंधेरा, सौर शहर का मास्टर प्लान तैयार
50 शहरों को ‘सौर शहर’ बनाने की मंजूरीनवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय ने दी मंजूरी कुल प्रस्तावित 60 शहर थे 46 शहरों के लिए मास्टर प्लान तैयार
पीटीआई
नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी सहित 50 शहरों को सौर शहरों के रूप में विकसित करने की अनुमति दे दी है।
कुल प्रस्तावित 60 शहरों में से 50 शहरों के लिए मंजूरी दी गई है। इनमें नयी दिल्ली, आगरा, चंडीगढ़, गुड़गांव, फरीदाबाद, अमृतसर, न्यू टाउन :कोलकाता:, हावड़ा, मध्यमग्राम, कोच्चि तथा भोपाल जैसे शहर शामिल हैं। मंत्रालय की वेबसाइट पर यह सूचना डाली गई है।
इन 50 शहरों में से 46 के लिए मास्टरप्लान तैयार कर लिया गया है। इनमें आगरा, गांधीनगर, राजकोट, सूरत, ठाणे, शिरडी, नागपुर, औरंगाबाद, इम्फाल, चंडीगढ़, गुड़गांव, फरीदाबाद, बिलासपुर, रायपुर, अगरतला, गुवाहाटी, जोरहाट, मैसूर, शिमला, हमीरपुर, जोधपुर, विजयवाड़ा, लुधियाना, अमृतसर, देहरादून, पणजी और नयी दिल्ली :एनडीएमसी क्षेत्र: शामिल हैं। इसके अलावा पांच शहरों को सैद्धान्तिक मंजूरी दी गई है। इनमें तिरवनंतपुरम, जयपुर, इंदौर, लेह और महबूबनगर हैं।
आठ शहरों का विकास ‘आदर्श सौर शहरों’ के रूप में किया जाएगा। अभी इसके लिए नागपुर, चंडीगढ़, गांधीनगर और मैसूर की पहचान की गई है।
वहीं 15 शहरों को पायलट सौर शहर के रूप में विकसित किया जाएगा। अभी इसके लिए 13 शहर..अगरतला, कोयम्बटूर, राजकोट, शिमला, फरीदाबाद, ठाणे, रायपुर, शिरडी, लेह, एजल, पुडुचेरी, विजयवाड़ा और अमृतसर का चयन किया गया है।