ट्रैवल एजेंसी 'वाया डॉट कॉम' को खरीदने की जुगत में पेटीएम
बेंगलुरु की Via.com को इंडो यूएस वेंचर पार्टनर्स और सिकोइया कैपिटल सहित वेंचर कैपिटल इनवेस्टर्स का सपोर्ट हासिल है। उसने फंडिंग में करीब 1.5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
पेटीएम को अलीबाबा ग्रुप और उसकी सहयोगी कंपनियों के अलावा एसएआईएफ पार्टनर्स का सपोर्ट भी हासिल है। पेटीएम पर भी फ्लाइट्स की टिकटें बुक करने की सुविधा है।
वाया डॉट कॉम एशिया की एक अग्रणी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी है। 2600 कस्बों और शहरों में इसके एक लाख एक्टिव ट्रैवल पार्टनर हैं।
डिजिटल लेन देन के मामले में देश की सबसे बड़ी कंपनी पेटीएम एक दूसरे स्टार्टअप कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए बात कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी वाया डॉट काम को खरीदने के लिए बातचीत चल रही है। दरअसल पेटीएम अब ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी बिजनेस पर जोर बढ़ा रही है ताकि 'मेकमाईट्रिप' और 'यात्रा डॉट कॉम' जैसी कंपनियों को टक्कर दी जा सके। ये कंपनियां शेयर मार्केट प्लेटफॉर्म नैस्डैक पर सूचीबद्ध हैं। वहीं वाया डॉट कॉम एशिया की एक अग्रणी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी है।
जापान की दिग्गज इंटरनेट कंपनी सॉफ्टबैंक से मई में 1.4 अरब डॉलर जुटा चुकी पेटीएम ने Via.com के बारे में शुरुआती बातचीत की है, लेकिन अभी टर्म शीट पर दस्तखत नहीं किए गए हैं। उन्होंने बताया कि Via.com की वैल्यू 8 करोड़ डॉलर लगाई जा सकती है। पेटीएम का ट्रैवल बिजनेस जनवरी में 50 करोड़ डॉलर का एनुअलाइज्ड ग्रॉस मर्चेंडाइज वॉल्यूम पार कर गया था। उस महीने में 20 लाख टिकटों की बुकिंग्स से उसे मदद मिली थी। पेटीएम को अलीबाबा ग्रुप और उसकी सहयोगी कंपनियों के अलावा एसएआईएफ पार्टनर्स का सपोर्ट भी हासिल है। मार्च तक उसने अपने ट्रैवल बिजनेस का एनुअलाइज्ड जीएमवी 2 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान दिया है।
पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने Via.com को खरीदने की उनकी कंपनी की योजना के बारे में बिजनेस पेपर इकनॉमिक टाइम्स ने बात करने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। Via.com की वेबसाइट पर दिए गए ऐड्रेस और उसके सीईओ स्वामीनाथन वेदारण्यम के ऐड्रेस पर भेजी गई ईमेल्स का जवाब भी नहीं आया। बेंगलुरु की Via.com को इंडो यूएस वेंचर पार्टनर्स और सिकोइया कैपिटल सहित वेंचर कैपिटल इनवेस्टर्स का सपोर्ट हासिल है। उसने फंडिंग में करीब 1.5 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। यह कंपनी 2007 में शुरू हुई थी। इसे तब फ्लाइटराजा के नाम से जाना जाता था।
2600 कस्बों और शहरों में इसके एक लाख एक्टिव ट्रैवल पार्टनर हैं। यह एशिया में 13000 से ज्यादा पिन कोड कवर करती है। पेटीएम पिछले 12 महीनों से तेजी से विस्तार करने की राह पर है। वह विभिन्न सेक्टर्स की प्रॉपर्टीज लपकने की कोशिश में है। हाल में वह डील्स प्लेटफॉर्म्स नियरबाय और लिटल को खरीदने के लिए बातचीत कर रही थी। जुलाई में रिपोर्ट आई थी कि पेटीएम मॉल ने ऑनलाइन ग्रॉसर बिगबास्केट में हिस्सा खरीदने के लिए बातचीत शुरू की है। फिलहाल पेटीएम इस फेस्टिवल सीजन में 20 से 23 सितंबर तक के लिए 'मेरा कैशबैक सेल' लेकर आ रहा है। इसमें 100 प्रतिशत कैशबैक तक का दावा किया जा रहा है।
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