अब हेल्थ चेकअप के लिए लाइन में लगने की ज़रूरत नहीं, DoctorC है ना!
मोबाइल और इंटरनेट आधारित एक मंच है जो इन परीक्षणों के काम को बेहद आसान बनाता हैघर बैठे करवाने वाले परीक्षणों की कीमतों और उन्हें करने वाले परीक्षण केंद्रो की जानकारी करवाता है उपलब्धइनके द्वारा परीक्षण के लिये अग्रिम बुकिंग करवाने पर मिलती है कीमतों में अच्छी-खासी छूट20 सदस्यीय यह टीम एक वर्ष में ही 1.4 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर चुकी है
हेल्थ चेकअप अपने आप में ही एक बड़ा दर्दनाक काम है। अगर इसमें कीमतों और गुणवत्ता में मौजूद विसंगतियों को भी जोड़ दें तो इन चिकित्सीय परीक्षणों को ठीक तरीके से करवाने का अनुभव, उपचार के मुकाबले और भी बुरा रहता है। बहरहाल समय के साथ बीमारियां और अधिक जटिल होती जा रही हैं और डॉक्टर अधिक से अधिक टेस्ट करवाने पर जोर दे रहे हैं तो ऐसे में इस समस्या के बद् से बद्तर होने की संभावनाएं हैं।
ऐसे में आपकी सहायता के लिये सामने आता है DoctorC. यह एक मोबाइल और इंटरनेट आधारित एप्लीकेशन है जो चिकित्सीय परीक्षणों में पारदर्शिता लाता है और प्रयोगशाला परीक्षण के क्षेत्र में बराबरी के अवसर प्रदान करता है। आप आॅनलाइन या एप्लीकेशएन की सहायता से किसी भी परीक्षण की खोज करें और बदले में आपको उस परीक्षण को करने वाली सभी प्रयोगशालाओं की एक सूची उपलब्ध हो जाएगी। इसके अलावा आपको इन परीक्षणों को करने की कीमतों के साथ-साथ इन्हें विशेष दरों पर करवाने के विकल्प भी आपके सामने पेश होंगे।
फिलहाल इस कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है और जल्द ही वे बैंगलोर में अपना विस्तार करने जा रहे हैं। इनका लक्ष्य वर्ष 2016 के अंत तक अपनी उपस्थिति पूरे भारतभर में फैलाने की है।
स्वर्गीय डा. दयाकर रेड्डी ने उपभोक्ताओं और डायग्नोस्टिक सेंटरों के हितों की रक्षा करने के उद्देश्य के साथ इसकी स्थापना की थी। इसके चार सहसंस्थापक, जो पूर्व में सिलिकाॅन वैली में इंजीनियर रह चुके हैं और इवी लीग के स्नातक हैं, कंपनी को बनाने और उसे सफलतापूर्वक संचालित करने की तकनीकी जानकारी के साथ पिछले वर्ष ही इसमें शामिल हुए।
‘‘आप हमें भी यात्रा समूहकों वाली नजरों से ही देखें,’’ डाक्टरसी की सीओओ मानसी गांधी कहती हैं। ‘‘आप आॅनलाइन माध्यम से या मोबइल एप्लीकेशन की सहायता से परीक्षण को आॅनलाइन बुक करने के अलावा कीमतों के बारे में पता कर सकते हैं और समीक्षा पढ़ और लिख सकते हैं।’’
मानसी बताती हैं कि इनका पहला कदम इनकी खुद की गलत अवधारणाओं को तोड़ने के लिये था।
‘‘उदाहरण के लिये हम लोगों में से अधिकतर यही सोचते हैं कि अधिकतर मरीज इन परीक्षणों को करवाने के लिये अपने डाॅक्टर की सुझाई गई प्रयोगशाला में ही जाना पसंद करते हैं। लेकिन आज हमारे सामने जागरुक मरीजों की एक नई श्रेणी खड़ी है जो इन परीक्षणों को करवाने से पहले पूरा अनुसंधान करती है और फिर विकल्पों की खोज करती है। और ऐसे मरीज ही हमारे प्राकृतिक लक्ष्य हैं।’’
इसके अलावा डाॅक्टरसी ने विभिन्न डाइग्नोस्टिक प्रयोगशालाओं के साथ इनकी एप्लीकेशन के द्वारा बुक करवाये गए परीक्षणों की एवज में छूट देने के लिये करार किया है। यह एक 20 सदस्यीय टीम है जो मार्केटिंग, ग्राहक सेवा और व्यापार विकास के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
कंपनी ने हाल ही में कैलिफोर्निया आधारित लेवियाथन इन्वेस्टमेंट जिसके संचालक अनिल धर्नी, राम गुडावल्ली और गेमिंग स्टार्टअप फनजि़ओ के संस्थापक एण्ड्रयू कीडेल से 2.5 करोड़ रुपये का प्रारंभिक निवेश पाने में सफलता पाई है।
इसके अलावा इनके निवेशकों में द्रुवा और स्टेजि़ला को शुरू करने वाली स्पाइस कैपिटल और गो नाॅर्थ वेंचर्स के संस्थापक और सीईओ संजस जेसरानी, जो इंडियन एंजेल नेटवर्क के सदस्य भी हैं, शामिल हैं।
एक वर्ष के छोटे से समय में ही डाॅक्टरसी सालाना 1.4 करोड़ रुपये के व्यापार को करने में सफल रहा है और इन्हें उम्मीद है कि वर्ष 2016 तक डाइग्नोस्टिक परीक्षणों का बाजार बढ़कर करीब 10 बिलियन डाॅलर तक पहुंच जाएगा भारत में इलाज संबंधित करीब 70 प्रतिशत फैसले इन परीक्षणों के परिणामों पर निर्भर होते हैं और डाइग्नोस्टिक सेवा चिकित्सा जगत के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है।