1 जनवरी को भारत में जन्मे 67 हज़ार बच्चे, फ़िजी में हुआ साल के पहले बच्चे का जन्म
यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार 1 जनवरी को भारत में सबसे अधिक बच्चे जन्मे हैं। वहीं जनसंख्या के मामले में भारत जल्द ही चीन को पीछे छोड़ने वाला है। गौरतलब है कि इस साल के पहले बच्चे का जन्म फ़िजी में हुआ है।
नए साल के पहले दिन भारत में जन्मे बच्चो की संख्या सबसे अधिक है। भारत में 1 जनवरी के दिन 67 हज़ार 385 बच्चों का जन्म हुआ है। यूनिसेफ ने इस संबंध में आंकड़े जारी है, जिसके अनुसार 1 जनवरी को विश्वभर में करीब 3 लाख 92 हज़ार बच्चों ने जन्म लिया है।
फ़िजी में हुआ पहले बच्चे जन्म
रिपोर्ट के अनुसार फ़िजी में साल के सबसे पहले बच्चे का जन्म हुआ है, जबकि अमेरिका इस सूची में आखिरी नंबर पर है। यूनिसेफ ने विश्वभर में पैदा होने वाले बच्चों के संबंध में ये आंकड़े पेश किए हैं। गौरतलब है कि साल 2018 में दुनिया भर में 25 लाख से अधिक शिशुओं ने जन्म के पहले ही महीने में अपनी जान गंवा दी थी।
चीन है दूसरे नंबर पर है
भारत के बाद 1 जनवरी को पैदा हुए बच्चों के मामले में चीन का नंबर दूसरा है। एक जनवरी को भारत में जहां 67 हज़ार 385 बच्चों का जन्म हुआ है, वहीं चीन में इस दिन 46 हज़ार 299 बच्चों का जन्म हुआ, जबकि पाकिस्तान में 16 हज़ार 787, इंडोनेशिया में 13 हज़ार 20 और अमेरिका में 10 हज़ार 452 बच्चों का जन्म हुआ है। इसके बाद गणराज्य कांगो और इथियोपिया का नंबर आता है।
बड़ी तेज़ी से बढ़ेगी आबादी
यूएन के अंकाड़ों के अनुसार भारत में 2019 से 2050 के बीच 27 करोड़ से अधिक जनसंख्या बढ्ने का अनुमान है। इस दौरान नाइजीरिया में 20 करोड़ की आबादी बढ़ने का अनुमान है। अनुमान के मुताबिक 2050 तक इन दोनों देशों की भागीदारी 23 प्रतिशत की थी।
2019 में चीन की आबादी रही अधिक
2019 में भारत की अनुमानित जनसंख्या 1.37 अरब रही, जबकि इस साल चीन की आबादी 1.47 अरब रही, लेकिन बढ़ती जनसंख्या दर के चलते भारत जल्द ही चीन को जनसंख्या के मामले में पीछे छोड़ देगा। यूनिसेफ की नई कार्यकारी निदेशक हेनरिटा एच. फोर ने इस दौरान कहा,
“कैलेंडर हर जनवरी को बदलता है, हमें हर बच्चे को उसके जीवन यात्रा में शामिल होने की संभावना और क्षमता की याद दिलाई जाती है।“