"द इंडियन ब्रांड", देशभक्ति का नया जज़्बा
एक उद्योगपति के युवा पौत्र की अनोखी पहल - देशभक्ति की भावना के साथ साथ एक सामाजिक प्रभाव उत्पन्न करने का विचार
इसके आकर्षण का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इस सितम्बर में "द इंडियन ब्रांड" की हैदराबाद में हुयी लांचिंग में फिल्म स्टार सोनम कपूर, चार्मी कौर और नागार्जुन जैसे लोग भी उपस्थित थे. और इस भव्य आयोजन का श्रेय स्वयं अपने बूते अरबपति बने व्यापारी जीवीके समूह के मुखिया जीवीके रेड्डी के पौत्र केशव रेड्डी को जाता है. किसी भी फैशन ब्रांड के उद्घाटन के समय वैसे तो फ़िल्मी हस्तियों का उपस्थित रहना एक सामान्य सी बात है. लेकिन यहाँ कुछ अलग बात थी. वास्तव में "द इंडियन ब्रांड" एक सामाजिक उद्यम है जो भारतीय झंडे से सुशोभित एक मोर के लोगो छपी टी शर्ट का ऑनलाइन विक्रय करती है.
उद्यम में सामाजिकता इस व्यापार मॉडल का अभिन्न हिस्सा है. हर बिकने वाली टी शर्ट के एवज में "द इंडियन ब्रांड" एक टी शर्ट किसी जरूरतमंद को देता है. यह मॉडल अमेरिकी कंपनी टॉम्स शूज एंड आईवियर के द्वारा अपनाये जाने के बाद प्रसिद्ध हुआ इसके तहत उन्होंने अपने एक जोड़ी जूते के विक्रय पर एक जोड़ी जूता किसी गरीब को मुफ्त में देना प्रारम्भ किया.
एक अच्छी पुरानी देशभक्ति की भावना के साथ साथ एक सामाजिक प्रभाव उत्पन्न करने का विचार केशव रेड्डी के मन में तब आया जब वो अमेरिका में पढाई कर रहे थे. "नवीन जिंदल द्वारा स्थापित "फ्लैग फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया" हमारे लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा स्रोत था. एक व्यापारिक घराने से सम्बंधित होने के कारण हमें स्वतः कुछ नया और अभिनव करने की प्रेरणा मिली. अमेरिका में एक कंपनी ने इस तरह के सामाजिक उद्यम के अवधारणा की शुरुआत की. और यह विचार हमारी सोच और सिद्धांतों से बहुत मेल खाता था." रेड्डी बताते हैं. इसके दूसरे सह-संस्थापक हैं ईशान डोढ़ीवाला, जो कि लम्बे समय से रेड्डी के पारिवारिक मित्र रहे हैं.
रेड्डी का मानना है कि "द इंडियन ब्रांड" की यह मुहिम भारतीय युवाओं एवं मध्यम वर्ग में देशभक्ति की भावना और समाज के लिए कुछ करने का जज्बा पैदा कर सकेगी. शुरुआत से पहले विभिन्न शहरों के अलग अलग श्रेणी के 100 पर किये गए उनके अनुसन्धान से उन्हें पता चला कि एक बहुत बड़ी संभावनाओं का बाजार इस काम के लिए उपलब्ध है. वर्तमान में उनके उत्पाद में तीन रंगों में कालर वाली टी शर्ट ही है जिसका मूल्य 999 रुपये है. "उद्घाटन वाले दिन लोगों का प्रतिक्रिया अद्भुत थी. और हमारा सारा स्टॉक एक ही दिन में बिक गया. और हम अभी बिना अपना विज्ञापन अभियान प्रारम्भ किये ही निरंतर एक नियमित वृद्धि के साथ आगे बढ़ रहे हैं. इस से यह सिद्ध होता है कि लोगों को हमारा यह विचार और उत्पाद पसंद है और वो इसका आनंद ले रहे हैं" रेड्डी बताते हैं.
चूंकि भारत में इस तरह के विचार को सबसे पहले लेकर आये है इस लिए "द इंडियन ब्रांड" को उम्मीद है कि वो इस क्षेत्र में एक प्रभावी मुकाम हासिल कर सकेंगे. और इस के लिए उन्होंने ने बड़ी योजनाएं बनायीं हुयी हैं. रेड्डी उम्मीद जताते हैं कि अगले तीन सालों में हम १ करोड़ वार्षिक राजस्व के साथ 15-20 विभिन्न उत्पाद बेच रहे होंगे और 10 परोपकारी कार्यों को मदद कर रहे होंगे. अभी जबकि कि सब कुछ सहज और आसान है,लेकिन जैसे जैसे विस्तार होता जाएगा, रेड्डी के अनुसार- "हमारे सामने आपूर्ति श्रृंखला को सुचारू रूप से संचालित करने कि सबसे बड़ी चुनौती होगी."
"द इंडियन ब्रांड" की भव्य दृष्टि है कि भारतीय वस्त्रों को लोग नियमित रूप से अपनाएं और पहने ना कि इसे केवल राष्ट्रीय महत्त्व के अवसरों पर पहना जाय.