अपने डॉग की जरूरतों के लिए ना हों परेशान, ‘Dogspot’ करेगा हर मुश्किल आसान
साल 2007 में हुई ‘Dogspot’ की शुरूआतसाल 2011 में ई-कामर्स में किया प्रवेशDogSpot के पास 3500 से ज्यादा उत्पाद
कुत्तों से लगाव रखने वाले लोग हर जगह आमतौर पर दिखाई दे जाते हैं। लेकिन आपको ऐसे तीन लोगों से मिलाते हैं जो ना सिर्फ उनसे लगाव रखते हैं बल्कि वो उनकी जरूरतों को भी समझते हैं। तभी तो इन लोगों ने कुत्तों के लिए ना सिर्फ अपनी अच्छी खासी नौकरी को छोड़ दिया बल्कि उनके लिए Dogspot.in की स्थापना की। राणा अथैया, विजल अथैयार और शैलेष इन तीन लोगों ने मिलकर साल 2007 में Dogspot.in की शुरूआत की। जहां पर कुत्तों से लगाव रखने वाले लोग आपस में मिल सकें और एक दूसरे से साथ अपने अनुभव साझा कर सकें।
कुत्तों को पसंद करने वाले काफी लोग Dogspot.in से जुडने लगे और धीरे धीरे ये साइट काफी प्रसिद्ध होने लगी। इस वेबसाइट को देखने वाली इस त्रिमूर्ति ने जब देखा कि ये काम बढ़ता जा रहा है तो उनको साल 2009 में अपनी नौकरी छोड़ पूरी तरह इस काम में अपना ध्यान लगाना पड़ा। इसके बाद इन लोगों ने तकनीक के जरिये लोगों को विभिन्न डॉग शो के बारे में जानकारी देने का भी काम शुरू किया साथ ही ये लोग इस कोशिश में जुट गए कि कुत्तों से जुड़ी हर जरूरत को लोगों तक सीधा पहुंचाया जाए। इस वजह से साल 2011 में इन तीनों ने ई-कामर्स में प्रवेश किया जिसके बाद इन लोगों ने फिर कभी मुड़कर नहीं देखा।
शुरूआत में इन लोगों ने 7 लाख रुपये का निवेश किया। जो इन्होने अपने परिवार और दोस्तों से कर्ज के तौर पर लिये थे। इसके बाद कुछ विदेशी निवेशकों ने इनके काम में रूचि दिखाई और अब हाल ही में India Quotient ने भी इनकी मदद की है। DogSpot के पास साढ़े तीन हजार से ज्यादा उत्पाद हैं और हर रोज ये लोग 100 लोगों तक अपना सामान पहुंचाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक हर समान की कीमत औसतन 13सौ रुपये के आसपास होती है। ये लोग जो उत्पाद बेचते हैं उनमें से एक है The Poop Picker इस उत्पाद को हर उस परिवार के पास होना चाहिए जो अपने यहां कुत्ता पालते हैं। इस मशीन की मदद से कुत्ते की गंदगी को ना सिर्फ साफ किया जा सकता है बल्कि उसे सही ठिकाने पर भी लगाया जा सकता है। Puppy Trainer ये भी कुत्ते की गंदगी से जुड़ा उत्पाद है ये एक तरल पदार्थ है जिसे गिराने पर कुत्ता उस और आकर्षित होता है और उस जगह में गंदगी करता है। Cooling Jackets ये जैकेट सर्दियों के मौसम में कुत्ते को गर्मी प्रदान करती है।
ये सभी समान डीलरों के जरिये लिया जाता है जो देश भर में फैले हुए हैं। ये लोग निर्माताओं से सीधे सम्पर्क करते हैं और मोलभाव के बाद उनसे सामान लेकर गोदाम में रखते हैं। जब ये सामान गोदाम में आ जाता है तो उसे व्यवस्थित तरीके से रखा जाता है ताकि डिलीवरी के दौरान उसे ढूंढने में कोई दिक्कत ना हो। इसके लिए ये लोग इंटरनेट की मदद लेते हैं। हर सामान के लिए अलग रैक होता है। जिसमें उसका कोड नंबर भी होता है जिसे कागज पर उतार लिया जाता है और जब डिलीवरी देने वाला शख्स उसे कोड नंबर वाली शीट थमा दी जाती है और वो उसे उचित जगह पर पहुंचा देता है।
ये लोग सभी तरह के ऑर्डर ऑनलाइन बुक करते हैं और समान को कब और किस वक्त भेजना है इसका चयन खुद ग्राहक करता है। इनकी कंपनी ने विभिन्न कुरियर कंपनियों के साथ भी समझौता किया हुआ है और अलग अलग कुरियर कंपनी अलग अलग सामान को भेजती है। ये सब वक्त और लागत को देखते हुए किया गया है। Dogspot का बाजार में अच्छा खासा दखल है और ये उन लोगों के लिये झटका है जो ये सोचते थे कि भारत में इस तरह की चीजें काम नहीं करती।