रूस में इस भारतीय कंपनी ने शुरू की हीरे की फैक्ट्री, व्लादिमिर पुतिन ने किया उद्घाटन
एक भारतीय हीरा कंपनी ने रूस में अपनी फैक्ट्री खोलने की घोषाणा की थी, जिसका उद्घाटन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने किया...
व्लादिवोस्तोक में 1,555 वर्ग मीटर में शुरू की गई केजीके की नई फैक्ट्री में नवीनतम और सबसे अच्छा हीरा काटने और पॉलिश करने के बुनियादी ढांचे की सुविधा को शामिल किया गया है, इसमें 400 कर्मचारी कार्य करेंगे।
केजीके ने इस इकाई में 45 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। स्थापित इस फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता हर साल 150,000 कैरेट हीरे की रहेगी।
केजीके समूह की स्थापना 1905 में राजस्थान के जयपुर के केसरीमल और घीसीलाल कोठारी ने भारत और बर्मा के बीच रत्नों के व्यापार के लिए की थी।
भारतीय हीरा कंपनी केजीके ग्रुप ने रूस के व्लादिवोस्तोक शहर में अपने उच्च तकनीक वाली हीरा काटने और पॉलिश करने की फैक्ट्री खोलने की घोषाणा की थी जिसका उद्घाटन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने किया। इस मौके पर पुतिन ने कहा, 'हमने एक साल पहले नरेंद्र मोदी के साथ इस सहयोग की चर्चा की थी और उनकी पहल पर से इस क्षेत्र में हमारा सहयोग गतिशील रूप से विकसित हो रहा है। हीरे के क्षेत्र में सहयोग को विकसित करने के उनके इस फैसले के लिए धन्यवाद। हमने हीरे के कच्चे माल की आपूर्ति भारतीय कारखानों में लगभग दो गुना बढ़ा दी है। हमारी कंपनी अलरोजा सहयोग को बढ़ाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम रूसी संघ के इस क्षेत्र पर आपके द्वारा किए गए सभी प्रयासों का स्वागत करेंगे। हम हमेशा इस तरह की पहल का समर्थन करेंगे। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।
व्लादिवोस्तोक में 1,555 वर्ग मीटर में शुरू की गई केजीके की नई फैक्ट्री में नवीनतम और सबसे अच्छा हीरा काटने और पॉलिश करने के बुनियादी ढांचे की सुविधा को शामिल किया गया है, इसमें 400 कर्मचारी कार्य करेंगे। केजीके ने इस इकाई में 45 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। स्थापित इस फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता हर साल 150,000 कैरेट हीरे की रहेगी। यह प्रगति अभी तक भारत, दक्षिण अफ्रीका, रूस, बोत्सवाना और नामीबिया में फैली केजीके की वैश्विक औद्योगिक संचालन का विस्तार है। लॉन्च के पश्चात केजीके की व्लादिवोस्तोक फैक्ट्री में दीप प्रज्वलन समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह में केजीके के उपाध्यक्ष संजय कोठारी ने कहा, 'रूस 13 साल से केजीके के लिए घर रहा हैऔर इस क्षेत्र का एक कॉर्पोरेट नागरिक होने के नाते हम इसकी संस्कृति और लोगों को समझते हैं। केजीके में हम रूस के दूरस्थ पूर्वी क्षेत्र में भारी क्षमता देखते हैं और हम इसे हीरे और आभूषण व्यापार केलिए एक उत्कृष्ट केंद्र बनाने के लिए दृढ़ हैं। हम एशिया पैसिफिक के हमारे क्लाइंटस से पहले ही चर्चा कर रहे हैं जिन्होंने इस क्षेत्र में रुचि दिखाई है।'
केजीके के प्रबंध निदेशक संदीप कोठारी ने कहा 'व्लादिवोस्तोक में दिए गए वित्तीय प्रोत्साहनों और सरकारी अधिकारियों के सहयोग से हम प्रभावित हैं। इस सहयोग से हमें एक इकाई कोव्लादिवोस्तोक मेंस्थापित करके डायमंड फैक्ट्री के हमारे पोर्टफोलियो को बढ़ाने का विश्वास दिलाया है। हम एक ही दृश्टिसे निवेश को बढ़ावा देने, मूल्य वृद्धि और क्षेत्र की नौकरी सृजन बनाने के राष्ट्र के नेताओं के समान साझा करते हैं। मुझे खुशी है कि हमें ड्राइव में योगदान करने का अवसर दिया गया है।'
यह समूह गुजरते सालों के साथ मजबूत हो रहा है और दुनिया में लगभग हर वाणिज्यिक केंद्र में मजबूत उपस्थिति स्थापित कर रहा है।
व्लादिमीर पुतिन की अध्यक्षता में आयोजित तीसरे ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के दौरान आयोजित विदेशी व्यापार मंडल की प्रतिनिधियों के लिए आयोजित बैठक में केजीके के मार्गदर्शक नवरतन कोठारी ने भाग लिया और रूस में विभिन्न व्यवसायों में निवेश पर चर्चा की।इसके अलावा केजीके ने रूस में कई समझौतों पर हस्ताक्शर किए, इसमें केजीके समूह के साथ वित्तीय सहयोग पर व्लादिवोस्तोक के गवर्नर श्री सेर्गेई मिखाइलोविच डार्किन और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथही वीटीबी बैंक के फ्रेमवर्क समझौते भी शामिल हैं।
केजीके समूह की स्थापना 1905 में राजस्थान के जयपुर के केसरीमल और घीसीलाल कोठारी ने भारत और बर्मा के बीच रत्नों के व्यापार के लिए की। आज रत्न और आभूशण क्षेत्र में सबसे पसंदीदा ब्रांड के रूप में यह समूह 19 देशों में एक वैश्विक उपस्थिति के साथ विकसित हुआ है। पिछली एक शताब्दी में केजीके एक ऐसे समूह के रूप में उभरा है जिसने कलर्ड स्टोन, हीरे और आभूषणों के खनन, सोर्सिंग और निर्माण एवं वितरण के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर किया है। यह समूह गुजरते सालों के साथ मजबूत हो रहा है और दुनिया में लगभग हर वाणिज्यिक केंद्र में मजबूत उपस्थिति स्थापित कर रहा है। केजीके एक निजी तौर पर आयोजित वैश्विक बहुराष्ट्रीय समूह है जिसके कार्यालय एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में सक्रिय रूप से संचालित हैं। कई सालों की कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता के साथ आज यह समूह रत्न और आभूषण उद्योग में विशेष पहचान रखता है।
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