नये लेखकों अमलेंदु तिवारी, बलराम कावंत , ओम नागर और तसनीम खान को ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार

नये लेखकों अमलेंदु तिवारी, बलराम  कावंत , ओम नागर और तसनीम खान को ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार

Friday July 29, 2016,

1 min Read

चार लेखकों को वर्ष 2015 के लिए भारतीय ज्ञानपीठ का 11वां नवलेखन पुरस्कार प्रदान किया गया। इन लेखकों में तीन लेखक राजस्थान के हैं।

अमलेंदु तिवारी और बलराम कावंत उनके उपन्यास ‘परित्यक्त’ और ‘सारा मोरिला’ के लिए सम्मानित किये गए। जबकि ओम नागर और तसनीम खान को क्रमश: ‘नीब के चिरे से’ और ‘ये मेरे रहनुमा’ के लिए सम्मानित किया गया।

image


पुरस्कार पाने वालों का चयन वरिष्ठ लेखक एवं पत्रकार मधुसूदन आनंद के नेतृत्व वाली समिति ने किया। इस समिति में जानेमाने साहित्यिक हस्तियां जैसे विष्णु नागर, गोविंद प्रसाद और ओम निश्चल शामिल थे।

समारोह में ज्ञानपीठ निदेशक लीलाधर मांडलोई मौजूद थे। उन्होंने कहा कि तिवारी और ओम नागर को 50.50 हजार रूपये, एक प्रमाणपत्र और वाग्देवी की प्रतिमा दी जाएगी।

इसके अलावा दो को पुरस्कृत करने के अलावा भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार पाने वाले चारों लेखकों की कृतियों का प्रकाशन भी करेगा। -पीटीआई