पुरुषों के फैशन को नई पहचान दे रहे हैं ऋषभ मनोचा
आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं जो पुरुषों की फैशन की दुनिया में जाना पहचाना नाम है। हम बात कर रहे हैं ऋषभ मनोचा की, ऋषभ मनोचा न्यूयॉर्क शहर में स्थित एक मेन्सवेअर डिजाइनर हैं। उन्होंने पार्सन्स स्कूल ऑफ डिजाइन से ग्रेजुएट होने के बाद खुद की अलग पहचान बनाई है।
कई सारे मेडल व अवॉर्ड जीतने के साथ-साथ ऋषभ ने न्यूयॉर्क फैशन उद्योग के भीतर का अनुभव भी लिया। ऋषभ ने पैट्रिक डेमर्सेलियर, मिस्टर पोर्टर और जॉन वरवाटोस जैसे दिग्गज लोगों के साथ काम किया।
औरतों की ही तरह पुरुषों के लिए फैशन एक आम ट्रेंड बन गया है। हर कोई मौसम के हिसाब से कूल दिखना चाहता है। कुछ पुरुष होते हैं जो फैशन को लेकर बेहद सजग रहते हैं तो कुछ को सही जानकारी का आभाव होता है। आज हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं जो पुरुषों की फैशन की दुनिया में जाना पहचाना नाम है। हम बात कर रहे हैं ऋषभ मनोचा की, ऋषभ मनोचा न्यूयॉर्क शहर में स्थित एक मेन्सवेअर डिजाइनर हैं। उन्होंने पार्सन्स स्कूल ऑफ डिजाइन से ग्रेजुएट होने के बाद खुद की अलग पहचान बनाई है।
अक्सर देखा जाता है कि युवा डिजाइनर पहले से चली आ रही फैशन ट्रेंड को ही आगे बढ़ाते रहते हैं लेकिन ऋषभ मनोचा ने भीड़ को फॉलो नहाीं किया। उन्होंने फैशन में रूचि रखते हुए, अपने स्कूल के जीवन के माध्यम से और बाद में न्यूयॉर्क शहर में पार्सन्स स्कूल ऑफ डिजाइन में पढ़ाई कर फैशन के ट्रेंड को आगे बढ़ाया। कई सारे मेडल व अवॉर्ड जीतने के साथ-साथ ऋषभ ने न्यूयॉर्क फैशन उद्योग के भीतर का अनुभव भी लिया। ऋषभ ने पैट्रिक डेमर्सेलियर, मिस्टर पोर्टर और जॉन वरवाटोस जैसे दिग्गज लोगों के साथ काम किया।
इन सबके बाद इस युवा डिजाइनर ने पिछले साल न्यूयॉर्क में अपना खुद का ब्रांड 'ऋषभ मनोचा' लॉन्च किया। ऋषभ ने अपने इस फैशन ब्रांड के बारे में हमारे साथ खुलकर बात की। पढ़िए साक्षात्कार से संपादित अंश:
आपने कब फैसला किया कि आप फैशन में करियर बनाना चाहते हैं?
ऋषभ मनोचा (आरएम): ऐसा कोई निर्णायक पल नहीं था कि मुझे फैशन में ही रहना है। बल्कि यह हमेशा से ही मेरे जीवन का एक अभिन्न अंग रहा है, और जारी है। फैशन हर दिन आपके मूड को बदल देता है। मेरे लिए एक पेशे में समर्पित होकर अध्ययन करना जीवन का नेचुरल हिस्सा लग रहा है।
क्या आप हमें अपनी स्टाइल यात्रा के बारे में बता सकते हैं?
आरएम: मैं गुजरात में बड़ा हुआ। गुजरात एक बेहद ही जीवंत और आकर्षक राज्य है। कपड़ा विरासत से काफी प्रभावित, शुरुआती सालों में रंग, लाइन और बनावट को लेकर मेरे अंदर एक अलग छवि विकसित हुई। फिर, मैं ओमान की सल्तनत में बड़ा हुआ। मैंने हाईस्कूल में कलाकार वेन फोस्टर के साथ अध्ययन किया, और स्कूल के बाहर कई अतिरिक्त कला और भाषा की क्लासेस लीं।
फैशन स्कूल पूरा करने के बाद, आपने उद्यमी मार्ग पर जाने का फैसला क्यों किया?
आरएम: मैं कई प्रोजेक्ट्स पर बतौर फ्रीलांस डिजाइनर और परामर्शदाता के रूप में काम करता हूं। मैं ऐसा व्यक्ति हूं जिसे खुद के लिए जांच और चुनौतीपूर्ण काम करने की जरूरत है। मुझे अपनी कई इंटर्नशिप के माध्यम से पारंपरिक फैशन स्पेक्ट्रम में अनुभव हुआ है। जॉन वरवाटोस से वेरा वैंग तक, पैटर्न-काटने, सिलाई, सीएडी (कंप्यूटर-एडेड डिजाइन) में मैंने कई बार उनसे प्रोत्साहन पाया है। तब मुझे लगा कि चांसेस लेने का समय है और तब से चीजें काफी अलग-अलग जा रही हैं।
पुरुषों को बेस्पोक सिलाई ही क्यों चुननी चाहिए?
आरएम: बेस्पोक का मतलब है कि यह कुछ ऐसा है जो आपके लिए ही बना है। चाहें किसी भी साइज या शेप का हो, ये आपके शरीर पर शोभा देता है। यह व्यक्तिगत, टिकाऊ और शिल्प-केंद्रित होता है। साथ ही यह ग्राहक को अत्यंत महत्व देता है। यह केवल उन संसाधनों का उपयोग करता है जो सावधानी से जांचे परखे हुए होते हैं। बेस्पोक महत्वपूर्ण है क्योंकि वर्तमान में फैशन साइकल खराब, अपर्याप्त और पुराना है।
बेस्पोक प्रक्रिया क्या है?
आरएम: इसमें स्केच दिए किए जाते हैं, वे लगभग वैसे होते हैं जैसे किसी के घर का आर्कीटेक्चर ब्लूप्रिंट हो। हालांकि इसके जरिए व्यक्ति को गारमेंट का जेश्चर इंप्रेशन आसानी से समझ आ जाता है। इस प्रक्रिया के बाद प्रॉपर फिटिंग सुनिश्चित करने के लिए एक टाइल बनाई जाती है। इसके बाद स्क्रैच से पैटर्न का मसौदा तैयार किया जाता है। और आखिरकार, दो और फिटिंग के बाद, गारमेंट तैयार हो जाता है।
आप क्वांटिटी के बजाय क्वालिटी को ज्यादा तबज्जों क्यों देते हैं?
आरएम: यह सकारात्मक रहा है। बहुत से युवा डिजाइनर शिल्प कौशल या व्यक्तिगत ग्राहक अनुभव पर ध्यान नहीं देते हैं। लोग तेजी से पैसा बनाने में रुचि रखते हैं। दो सीजन पुराने कपड़े बेचते रहते हैं और फिर वहीं सिमट कर रह जाते हैं। लोग गुणवत्ता चाहते हैं। वे स्टाइल चाहते हैं। हालांकि बाकी को शिक्षित करने की जरूरत है। मैं क्लासिक मेन्सवेअर बेचता हूं जो आज के समाज में अच्छे से चलता है। यह एक लंबा अनुभव है, और यही वो चीज है जिसे ग्राहक आज चाहता है!
फैशन इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
आरएम: नॉलेज के साथ लोगों को सशक्त बनाने का मेरा आजीवन प्रयास है कि फैशन केवल व्यापार या कपड़ों का टुकड़ा नहीं है बल्कि जाने-अनजाने में हमारे समय का प्रतिबिंब है। भाषा की तरह, यह शक्तिशाली और प्रभावशाली है। मेरी योजना एक गैर-लाभकारी शैक्षिक संस्थान खोलना है जहां लोगों को ऐसा करने का मौका मिले जिसके लिए वो किसी बड़े फैशन स्कूल में जाना चाहते हैं। दुर्भाग्यवश, शिक्षा एक पैसा बनाने वाला रैकेट बन गया है। मैं पवित्र शिक्षक-छात्र संबंधों को पुनर्स्थापित करना चाहता हूं, व्यक्तिगत प्रतिभा का पोषण और उपयोग करना चाहता हूं।
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