ये 7 आदतें आपकी प्रोडक्टिविटी को करेंगी सुपरचार्ज
ऐसे बढ़ायें अपनी प्रोडक्टिविटी...
7 ऐसी आसान और कारगर आदतें, जिन्हें आप अपनी निजी ज़िंदगी में उतार कर खुद को प्रोडक्टिव बना सकते हैं...

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जो लोग कम समय में ज्यादा और बेहतर काम करने के बावजूद भी खुद को तनावमुक्त रखते हैं, वे कोई अलौकिक व्यक्ति नहीं हैं बल्कि आपके जैसे ही होते हैं, फर्क सिर्फ इतना है, कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों, कामों और दिनचर्या में सामंजस्य बिठाना आता है। वे बहुत अच्छे से जानते हैं कि कैसे अपनी पुरानी आदतों को ही थोड़ा नया रूप देने से कैसे खुद को प्रोडक्टिव बनाना है...
क्या आप हाल के दिनों में खुद को कम प्रोडक्टिव पा रहे हैं? क्या आपको ऐसा लग रहा है कि आपकी लाख कोशिशों के बावजूद भी आप खुद को संतुष्ट नहीं देख पा रहे हैं? एक अजीब तरह की निराशा से आप घिरे हुए हैं? अगर बात ऐसी ही है, तो आप अपनी दिनचर्या में थोड़ा बदलाव लाने का प्रयास करें, इससे आपकी मनोदशा में तो बदलाव आयेगा ही साथ ही साथ बेहतर परिणाम भी जल्द नज़र आने लगेंगे। जो लोग कम समय में ज्यादा और बेहतर काम करने के बावजूद भी खुद को तनावमुक्त रखते हैं, वे कोई अलौकिक व्यक्ति नहीं हैं बल्कि आपके जैसे ही हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों, कामों और दिनचर्या में सामंजस्य बिठाना आता है। वे बहुत अच्छे से जानते हैं कि अपनी पुरानी आदतों को ही थोड़ा नया रूप देने से कैसे खुद को प्रोडक्टिव बनाना है...
यहाँ 7 ऐसी आसान और कारगर आदतों को संकलित किया गया है, जिसे आप अपनी निजी ज़िन्दगी में उतार कर खुद को अधिक प्रोडक्टिव बना सकते हैं-
अपने कामों में होशियारी बरतें
आपको अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए अधिक समय की नहीं बल्कि अपने काम के प्रति एकाग्रता को बढ़ाने की जरुरत है। आप अपने कार्य के प्रति जितने एकाग्र रहेंगे उतने ही फायदे में रहेंगे। सप्ताह के 40 घंटों का काम 30 घंटे में ही पूरा कर बाकी के बचे समय को दूसरी जगह लगा सकते हैं। सबसे पहले आप अपने कामों की एक सूचि तैयार कर कहीं (घर या अॉफिस) लगा दें, ताकि हर छोटे से छोटे काम के लिए समय-सीमा निर्धारित कर सकें। काम करते वक़्त अपने मन को विचलित होने से रोकें।
अपने मोबाइल का इस्तेमाल कम करें
काम करते वक़्त खुद को अपने मोबाइल से दूर रखने की कोशिश करें। मोबाइल का इस्तेमाल आपको काम करने से भटका सकता है और आपका कीमती समय बर्बाद कर टारगेट पूरा होने में देर हो सकती है। काम के दौरान फ़ोन पे बात करने से आपकी एकाग्रता भंग हो जाएगी और दिमाग पर ज्यादा ज़ोर पड़ेगा, जिससे आप तनाव में आ सकते हैं। कोशिश करें की काम के दौरान अपने मोबाइल को बंद कर दें या फिर उसे अपनी नज़र से दूर रखें।
लें सकते हैं एक छोटी झपकी
हलांकि यह आदत सभी के लिए साध्य नहीं है, फिर भी अगर आप अपने बॉस को यह समझाने में सफल हों कि काम के दौरान 15 मिनट से आधे घंटे तक की झपकी आपको तारो-ताज़ा कर अधिक उर्जावान कर देगी और आप काम के दवाब में भी बेहतर रिजल्ट देने लायक तैयार हो जायेंगे, तो ऐसा जरुर करें। एक छोटी झपकी से आपका दिमाग और आँखें दोनों को बहुत आराम मिलेगा और आप काम के दवाब में भी खुद को फ्रेश महसूस कर सकते हैं।
थोड़ी देर के लिए बहार घूमें
काम के दौरान एक जगह बैठे-बैठे हम सभी नकारात्मक हो जाते हैं, हमारा मन उबने लगता है| ऐसे सोचते रहने से हमारी मानसिक थकान बढ़ने लगती है, इससे अच्छा है कि कुछ देर के लिए हम अपने स्थान से उठ कर बहार टहल लें| हमारी शारीर में हलचल होने से खून का बहाव सुधर जाता है, हम दोस्तों से बात कर के अपने दिमाग को भी आराम दे सकते हैं, फिर आप बिलकुल फ्रेश हो कर वापस अपनी काम में लग जाएँ| ऐसी छोटी-छोटी ब्रेक आपको काम के दौरान तनाव से बचा सकती है|
रोज थोड़ा व्यायाम भी है ज़रूरी
जॉर्जिया के विश्वविद्यालय के ‘व्यायाम विज्ञान विभाग’ के शोधकर्ताओं की मानें तो "व्यायाम करने से हमारे दिमाग की याद रखने तथा काम करने की क्षमता बढ़ती है।" व्यायाम करने से आप न केवल स्वस्थ और फुर्तीले रहेंगे बल्कि आपकी प्रोडक्टिविटी में भी बढ़ोतरी होगी। रोज 20 मिनट दौड़ने से आपके अन्दर समस्या सुलझाने की क्षमता बढ़ेगी और आप अपने कार्यों में कुशलता ला सकते हैं|
पूरी नींद लेनी हैं बेहद जरुरी
हमें अपनी पूरी नींद लेनी चाहिए। रात में जल्दी बिस्तर पर जाने और सुबह जल्दी उठने से शारीर काफी फुर्तीला रहता है। इससे हमें अपने दैनिक कार्यों में लगने से पहले खुद के लिए काफी वक़्त मिल जाता है, जिसे हम व्यायाम कर, अख़बार पढ़ कर या फिर टहल कर अपने इस्तेमाल में ला सकते हैं और पूरे दिन के लिए खुद को चार्ज रख सकते हैं।
ज़रूरी है काम से थोड़ा ब्रेक
लंबे दिनों से काम करने के बाद कुछ दिनों के लिए छुट्टियाँ ले कर अपने दिमाग को आराम देना भी बेहद जरुरी होता है। अपने परिवार के साथ बाहर घूमने जाएँ और खूब मस्ती करें, जिससे आपकी उर्जाशक्ति में बढ़ोतरी होगी और आप अपने आपको अत्यधिक प्रोडक्टिव बनाने में सफल होंगे|
"अत्यधिक उत्पादक बनने का सबसे सरल उपाय यह है कि आप खुद को ‘बीते हुए कल’ से अपने ‘आज’ को और भी बेहतर बनाने की प्रयास में सदैव कार्यरत रहें।"
-प्रस्तुति: उत्पल आनंद
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