सिलिकन वैली में बढ़ रही है हिंदुस्तानी चाय की लोकप्रियता
अमेरिका के सूचना-प्रौद्योगिकी के सबसे बड़े केंद्र सिलिकन वैली में कॉफी की दुकानों में वैचारिक मंथन करते लोगों के बीच हाल तक कॉफी का बोलबाला रहा है, लेकिन भारतीय मूल के गौरव चावला की वजह से अब यहां चाय की चुस्की हावी होती नजर आ रही है।
चावला यहां की एक कंपनी में इंजीनियरिंग मैनेजर के तौर पर काम करते थे। उन्होंने एक बार नौकरी से थोड़ा अवकाश लिया और इस दौरान घर पर चाय पीते समय उनके मन में उन भारतीयों का खयाल आया जो गरमा-गरमा कड़क चाय को याद करते हैं।
चावला ने कहा, ‘‘मैं चावल बनाने वाला कूकर अपने साथ ले गया और इसे चाय बनाने वाले बर्तन में तब्दील करवाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अच्छी चाय बनाई और फिर ऐसा लगा कि चाय बनाने की इस पूरी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है।’’
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि होने के कारण चावला ने आसानी से चाय मशीन विकसित की। चावाल की बनाई मशीन से बनी चाय की चुस्की धीरे-धीरे लोगों को भाने लगी और फिर उन्होंने ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ब्रेवचाइम डॉट कॉम’ वेबसाइट की शुरूआत की और लोगों को चाय बनाने की मशीन बेचने लगे।
उनकी ‘चाइम’ मशीन एक समय पर एक कप चाय बनाती है। इसमें काली चाय, मसाले वाली चाय और दूध की चाय बनाई जा सकती है।
सैन फ्रांस्किों और निकट के सिलिकन वैली में चाय की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है और कॉफी दुकानों में अब चाय का विकल्प भी मौजूद है। चावला कहते हैं, ‘‘सिलिकन वैली में भारतीयों का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ रहा है। कॉफी कितनी भी अच्छी हो, लेकिन चाय तो चाय है। यह हमारी परवरिश का एक अहम हिस्सा रही है।’’ (एएफपी)