अब घर बैठे मिनटों में डायबिटीज और थायराइड की जांच, भारतीय कंपनी ने बनाई नई डिवाइस
Cippoint डिवाइस एक साथ कई बीमारियों की जांच करने में सक्षम.
भारत का फार्मा उद्योग काफी विकसित है. भारत दुनिया के कई देशों को न सिर्फ दवाइयां बल्कि कई तरह के मेडिकल इंस्ट्रूमेंट और डिवाइस आदि सप्लाय करने के लिए जाना जाता है.
पूरी दुनिया को फार्मास्यूटिकल्स और वैक्सीन सप्लाय करने में भ्ज्ञारत की महत्वपूर्ण भूमिका है. यह विश्व स्तर पर जेनेरिक दवाओं का सबसे बड़ा प्रदाता है. जेनेरिक दवाओं की वैश्विक आपूर्ति में भारत की हिस्सेदारी 20 फीसदी है और पूरी दुनिया के टीकों की आपूर्ति में हमारे देश का योगदान तकरीबन 60 फीसदी है.
दवाएं और टीके एक्सपोर्ट करने के मामले में भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है. भारत ये निर्यात होने वाली चीजों में ओटीसी दवाएं, जेनरिक दवाएं, एपीआई, वैक्सीन, बायोसिमिलर और कस्टम रिसर्च मैन्युफैक्चरिंग (सीआरएम) आदि शामिल हैं.
इसके अलावा भारत डीपीटी, बीसीजी और खसरा जैसे टीकों की आपूर्ति में भी दुनिया में अग्रणी है. भारत के पास यूएस एफडीए द्वारा अनुमोदित संयंत्रों की संख्या भी सबसे ज्यादा है. शायद यही वजह है कि भारत को "दुनिया की फार्मेसी" भी कहा जाता है.
इस सिलसिले में अब भारत में बनी एक और मेडिकल डिवाइस जुड़ गई है. भारतीय की जानी-मानी दवा कंपनी Cipla ने एक नया प्रोडक्ट बनाया है.
यह एक डायग्नोस्टिक डिवाइस है, जिसका नाम है Cippoint है. इस डिवाइस की मदद से अब घर बैठे एक साथ कई बीमारियों की जांच की जा सकती है, जैसेकि डायबिटीज, थायरॉइड, पेट की संक्रामक बीमारियां और फर्टिलिटी आदि.
सिप्ला ने कहा है कि यह एक प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग डिवाइस है, जो एक साथ कई तरह के संक्रमण और बीमारियों की घर बैठे जांच को आसान बना देती है. इसकी मदद से डायबिटीज के अलावा थायराइड फंक्शन की भी जांच की जा सकती है. इसके साथ-साथ यह डिवाइस इंफ्लेमेशन, इंफेक्शन, कार्डियाक मार्कर्स, मेटाबॉलिक मार्कर्स और कोरेग्युलेशन मार्कर्स आदि की भी जांच कर सकती है.
हालांकि डायबिटीज की घर बैठे जांच के लिए कई सारी डिवाइस बाजार में पहले से उपलब्ध हैं, लेकिन यह डिवाइस उनसे अलग है.
सिप्ला के मुताबिक इस डिवाइस को यूरोप के इन-विट्रो डायग्नॉस्टिक डिवाइस डायरेक्टिव की मंजूरी दी जा चुकी है. एथॉरिटीज इसे टेस्टिंग के लिए एक भरोसेमंद डिवाइस मान रही हैं. कुछ और अंतर्राष्ट्रीय एथॉरिटीज के अप्रूवल के बाद यह डिवाइस दुनिया के कई देशों के बाजार में आसानी से उपलब्ध होगी.
इस डिवाइस की मदद से 3 से 15 मिनट के भीतर कई तरह की बीमारियों की जांच घर बैठे आसानी से की जा सकेगी. डायबिटीज की बाकी डायग्नोस्टिक डिवाइस की तरह इसमें उंगली को प्रिक करके ब्लड निकालने की भी जरूरत नहीं होगी. यह सीधे स्किन के टच से खून में मौजूद ब्लड शुगर की मात्रा को डिटेक्ट कर लेगी.
यह डिवाइस न सिर्फ इंडीविजुअल लोगों, बल्कि हेल्थ प्रैक्टिशनर्स, डॉक्टर्स और मेडिकल प्रोफेशन से जुड़े लोगों के लिए भी जांच की प्रक्रिया को आसान बना देगी.
Edited by Manisha Pandey