'संगठित क्षेत्र में अच्छे वेतन वाली नौकरियों की ज़रूरत'
श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने आज कहा के भारत के लिए नौकरियों का सृजन करना शीर्ष प्राथमिकता है। इसमें भी सबसे बड़ी चुनौती संगठित क्षेत्र में बड़ी संख्या में अच्छे वेतन वाली नौकरियों सुनिश्चित करना है।
दत्तात्रेयने कहा, ‘‘भारत के लिए पर्याप्त नौकरियों का सृजन करना उसकी पहली प्राथमिकता है। हम उच्च वृद्धि दायरे को पाने के लिए प्रयास कर रहे हैं जो भारत की वृहद कामकाजी जनसंख्या के लिए सतत और गुणवत्ता पूर्ण नौकरियों के सृजन के रूप में दिखाई दे रही है।’’ उन्होंने यह बात यहां जी-20 समूह देशों के श्रम और रोजगार मंत्रियों की बैठक ब्राज़ील में कही।
दत्तात्रेय ने कहा कि भारत का मानना है कि ग़रीबी उन्मूलन के लिए रोज़गार सृजन ही एक मात्र सतत नीति है। यह 2030 एजेंडा का प्रथम लक्ष्य भी है।
उन्होंने कहा कि संगठित क्षेत्र में अच्छे वेतन और बेहतर सामाजिक सुरक्षा वाली नौकरियां समावेशी होने के साथ साथ श्रम बाजार की असमानता भी कम करतीं हैं। इससे ‘अच्छे काम और आर्थिक वृद्धि’ के सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने में भी मदद मिलती है।
श्रम मंत्रालय की यहा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, दत्तात्रेय ने कहा, ‘‘हम दुनिया में धीमी आर्थिक वृद्धि का साया महसूस कर रहे हैं और कमजोर रोजगार सृजन अभी भी दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं पर मंडरा रहा है। ऐसे में जी-20 में होने वाले विचार विमर्श से इन चुनौतियों का सामना करने के लिये हमें सामूहिक रूप से अमल करने योग्य निदान तलाशने में मदद मिलेगी।’’ (पीटीआई)