स्टार्टअप्स के लिए रिजर्व बैंक की घोषणा, कारोबार को आसान बनाने के लिए बैंक तैयार कर रही है योजना
स्टार्टअप करने वालों के लिए एक बेहद ही सुकून देने वाली खबर। देश में स्टार्टअप के सकारात्मक माहोल को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अहम घोषणा की। देश भर के स्टार्टअप कारोबार को आसान बनाने के लिए बैंक ने जो घोषणा की है वो स्टार्टअप करने वाले उद्यमीयों को खासी राहत देने वाली है। स्टार्टअप संबंधी ये घोषणा मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान की गई।
स्टार्टअप बिजनेस के लिए रिजर्व बैंक बनाएगा फ्रेमवर्क:
रिजर्व बैंक के गर्वनर राजन रघुराम राजन ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए सेंट्रल बैंक कदम उठाएगा। स्टार्टअप बिजनेस की ग्रोथ को मुमकीन बनाने के लिए आरबीआई जल्दी ही एक फ्रेमवर्क बनाएगा। इस फ्रेमवर्क के बन जाने के बाद देशभर में स्टार्टअप बिजनेस के लिए मुश्किलें आसान होंगी। रिजर्व बैंक के गर्वनर रघुराम राजन ने अपनी घोषणा में स्टार्टअप को मदद करने की पेशकश की है और कहा है कि रिजर्व बैंक (RBI) कारोबार सुगमता के लिए पहल करेगा और एक प्रणाली में बनाने में योगदान करेगा। रिजर्व बैंक द्वारा बनाई गई प्रणाली इस सेक्टर के ग्रोथ के लिए बेहद ही अनुकूल होगी। राजन के मुताबिक ये प्रणाली ऐसी होगी कि इससे स्टार्टअप्स को विदेशी उद्यम पूंजी या निजी इक्विटी कोष से कर्ज प्राप्त करने के लिए अनुकूल ढांचा मिले। रिजर्व बैंक द्वारा उठाए जाने वाले कदमों से स्टार्टअप्स के लिए विदेशी फंडिग की राह आसान होगी। इसके अलावे ऑउटवार्ड रिमीटेंस की प्रक्रिया को भी आसान बनाने की योजना है। इतना ही नहीं रघुराम राजन के मुताबिक सरकार के साथ मिलकर रिजर्व बैंक स्टार्टअप्स के लिए कुछ ऐसे कदम उठाने जा रहे हैं जिससे पूरी प्रक्रिया बहुत ही और सहायक होगी। उदाहरण के तौर पर स्टार्टअप के लिए कर्वर्टिबल नोट्स की इजाजत देने की योजना पर काम कर रहे हैं। मोद्रिक नीति की घोषणा के दौरान राजन ने कहा कि स्टार्टअप्स को लेकर नए दिशा-निर्देश सरकार के स्टार्टअप इंडिया जैसी योजना को देखते हुए एक ऐसे इकोसिस्टम को बनाना है जो स्टार्टअप के ग्रोथ के लिए सहायक और लाभकारी हो। स्टार्टअप्स की सहायता के लिए रिजर्व बैंक ने एक हेल्पलाइन ई-मेल घोषित किया है- [email protected] । रिजर्व बैंक के गर्वनर ने उम्मीद जाहीर कि है कि इस ई-मेल से स्टार्टअप करने वालों को जानकारी हासिल करने में काफी मदद मिलेगी।
रिजर्व बैंक का कदम क्यों महत्वपूर्ण है
ग्लोबल स्टार्टअप इकोसिस्टपम में भारत तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। देश में रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स की सालाना ग्रोथ 40 फीसदी है। टेक्नोलॉजी बेस्ड स्टार्टअप्स के मामले में भारत अब सिर्फ अमेरिका और ब्रिटेन से पीछे है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत स्टार्टअप्स के लिए हॉट डेस्टिनेशन बन रहा है। और हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने देश के स्टार्टअप इंपल्स को पकड़ते हुए सरकार की स्टार्टअप इंडिया योजना लॉन्च की है। देश की करीब 70 फीसदी जनसंख्या अब भी गांव में रहती है। वहीं, भारत के जीडीपी में टियर-1 और टियर-2 शहरों की हिस्सेफदारी काफी ज्यादा है। ऐसे में यहां कारोबार शुरू करने के लिए बड़ा बाजार और विकल्प मौजूद है। एग्री बिजनेस, हाइपर लोकल, ई-कॉमर्स, पेमेंट से जुड़े स्टार्टअप्सज के लिए मौका है कि वह असान फंडिंग और बेहतर इकोसिस्टम के बाद छोटे शहरों और गांवों तक में अपनी पहुंच बना सकते हैं।