रिपब्लिकन ने चली ट्रंप की चाल
अनुभवी नेता हिलेरी क्लिंटन को मात देते हुए डोनाल्ड ट्रंप दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति बने।
बड़े उलटफेर में हिलेरी क्लिंटन को पछाड़कर डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस पहुंच गए हैं और दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क अमेरिका के राष्ट्रपति बन चुके हैं। वैसे जानते तो सभी थे, कि आखिरकार होगा क्या? लेकिन कुछ लोगों की तरफ से खुद को तसल्ली देने के लिए हिलेरी के पक्ष में बातें की जा रही थीं। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति चुने गए हैं। ट्रंप ने यूएस अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में बड़ा फेरबदल करते हुए डेमोक्रेट प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन को आश्चर्यजनक रूप से पछाड़ दिया। 70 साल के ट्रम्प अमेरिकी इतिहास के सबसे बुजुर्ग लेकिन एक एनरजेटिक प्रेसिडेंट हैं।
ट्रंप ने 29 राज्यों और हिलेरी ने 18 राज्यों में जीत हासिल की।
सारी दुनिया भले ही उन्हें डोनाल्ड ट्रंप के नाम से जानती है और कोई-कोई तो सिर्फ ट्रंप ही बुलाते हैं, लेकिन उनका पूरा नाम डोनाल्ड जॉन ट्रंप है। लोगों की मानी जाये और जिस तरह वह चुनाव के दौरान कुछ महीनों से उभर कर सामने आये हैं, उस हिसाब से ट्रंप बेहद मज़बूत इरादों की शख्सियत साबित हुए हैं। दुनिया उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखती है, जिन्हें अपनी बात पर डटे रहना और अपनी बात को बखूबी दूसरों के सामने रखना आता है। ढेरों आलोचनाओं और भद्दी टिप्पणियों को पीछे छोड़ते हुए ट्रंप की निगाह सिर्फ अपने लक्ष्य पर थी। भले ही मीडिया और आलोचक उनके साथ हों या न हों, लेकिन वह अच्छे से जानते हैं, कि उन्हें खुद के लिए कैसे खड़े होना है और इसी वजह से बुद्धिजीवी और विशेषज्ञ वर्ग को उन पर हमेशा से संशय रहा है।
अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने का सपना संजोए चुनावी मैदान में उतरी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन की उम्मीदें इस परिणाम के साथ ही टूट गई हैं। ट्रंप ने निर्वाचन मंडल के 288 मत हासिल करके शानदार जीत हासिल की है, जबकि हिलेरी को 215 मत ही मिले हैं। अरबपति कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सभी बाधाओं को मात देते हुए वज़नदार जीत अपने पाले में डाल ली है। वैसे तो हिलेरी क्लिंटन एक मजबूत दावेदार थीं, लेकिन ट्रंप ने उन पर भारी पड़ गए।
हिलेरी ने ट्रंप को फोन करके जीत की बधाई भी दी है। सूत्रों की मानी जाये, तो ट्रंप ने चुनाव सर्वेक्षकों को गलत साबित करते हुए पेनसिल्वेनिया, फ्लोरिडा, अलास्का, यूटा, आयोवा, एरिजोना, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, ओहायो, उत्तर कैरोलिना, उत्तर डकोटा, दक्षिण डकोटा, नेब्रास्का, कंसास, ओकलाहोमा, टेक्सास, व्योमिंग, इंडियाना, केंटुकी, टेनेसी, मिसीसिपी, अरकंसास, लुइसियाना, पश्चिम वर्जीनिया, अलबामा, दक्षिण कैरोलिना, मोंटाना, इडाहो और मिसौरी में भारी जीत हासिल की है। अपनी चुनाव प्रचार मुहिम के मुख्यालय में ट्रंप ने अपने समर्थकों से कहा है, कि यह सिर्फ मेरी ही नहीं, हम सबकी जीत है। मैं हमारी सरजमीं के हर नागरिक से वादा करता हूं कि मैं सभी अमेरिकियों का राष्ट्रपति बनूंगा। साथ ही ट्रंप ने हिलेरी क्लिटन की शानदार मुहीम पर बधाई देते हुए यह भी कहा है, कि "देश पर उनका बहुत एहसान है। चुनाव के दौरान हुई बातें किसी प्रकार की प्रचार मुहिम नहीं बल्कि एक आंदोलन था। यह सभी जातियों, पृष्ठभूमियों एवं आस्थाओं का आंदोलन था। हम साथ मिलकर देश के पुनर्निर्माण का अत्यंत आवश्यक कार्य आरंभ करेंगे। देश में अपार संभावनाएं हैं। हम अंदरूनी शहरों में हालात दुरस्त करेंगे। हम हमारी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करेंगे। इसके पुनर्निर्माण में हम लाखों लोगों को काम मुहैया कराएंगे।"
बिजनेस परिवार का होने की वजह से डोनाल्ड ट्रंप ने कॉलेज के दिनों से ही अपने पिता जी की कंपनी में काम करना शुरु कर दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप का जन्म 14 जून 1946 को न्यूयॉर्क सिटी के क्वींस में हुआ और इन दिनों वे अमेरिका स्थित मैनहट्टन के ट्रंप टावर में रहते हैं। ट्रंप ने तीन शादियां की हैं। इनका पहला विवाह 1977 में इवाना ज़ेल्निकोवा के साथ हुआ था। दूसरी शादी 1993 में मार्ला मैपल्स के साथ और मेलानिया नाउस के साथ 2005 में तीसरी शादी हुई. पहली पत्नी से ट्रंप की तीन संतानें हैं और दूसरी तीसरी से एक-एक बच्चे। ट्रंप को फुटबॉल और बेसबॉल खेलने का बहुत शौक है। डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पढ़ाई फ़ोडर्म विश्वविद्यालय और पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के वार्टन स्कूल ऑफ़ फ़िनान्स एण्ड कॉमर्स में की है।कुछ लोग कहते हैं, ट्रंप की राय उनके मूड के हिसाब से बदलती रहती है, फिर बात चाहे भारत की हो या फिर रूस की।
2011 में डोनाल्ड ट्रंप फोर्ब्स की टॉप 100 सेलिब्रिटीज़ में भी अपनी जगह बना चुके हैं।
ट्रंप भारत सहित दुनिया के कई देशों की निवेश नीति प्रभावित कर सकते हैं. फिर भी अपने चुनावी माहौल के दौरान हिन्दुओं से प्रेम की बात कहकर भारतीय प्रवासियों को रिझाने में काफी हद तक कामयाब रहे हैं। ट्रंप ने अपने भाषणों में यह बात कई बार दोहराई है, कि वह भारत का सबसे अच्छा दोस्त बनने की कोशिश करेंगे और भारत में बड़े पैमाने पर निवेश करना चाहते हैं। ट्रंप का कहना है, कि वह भारत में आउटसोर्सिंग के खिलाफ कई मजबूत कदम उठाएंगे, जो कि भारत की सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़ी कंपनियों के लिए अहम मुद्दा है। ट्रंप के बाद और जैसा कि ट्रंप ने कहा भी है, कि एचवन-बी वीज़ा सिस्टम में पूरी तरह बदलाव कर दिया जायेगा. एचवन-बी वीज़ा वह वीज़ा है, जो अमेरिका में अस्थाई रूप से काम करने के लिए दिया जाता है और अब तक जिसका सबसे अधिक इस्तेमाल भारत की प्रौद्योगिकी कंपनियां करती आई हैं।
ट्रंप इस्लामिक कट्टरपंथ और आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान को रोकने में भारत का साथ देंगे।
अमेरिकी चुनाव की प्रॉसेस काफी लंबी और पेचीदा रही है। उधर दूसरी तरफ हिलेरी क्लिंटन का समर्थन करने वाली केटी पेरी के माता-पिता ने डोनाल्ड ट्रंप के लिए मतदान किया। केटी ने अपने बयानों में खुद यह खुलासा किया है।
वैसे देखा जाए तो डोनाल्ड ट्रंप की जीत में फ्लोरिडा, उत्तरी कैरोलिना तथा ओहायो जैसे अहम राज्यों में मिली जीत का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ट्रंप एक्ज़िट पोलों में शुरू से ही अपनी बढ़त बनाए हुए थे। जीतने के बाद ट्रंप ने अमेरिका को संबोधित करते हुए कहा है, कि मैं ऐसा काम करूंगा कि आपको अपने राष्ट्रपति पर गर्व होगा।