शादी से एक दिन पहले डीएम की मंगेतर ने क्यों ओढ़ लिया कफन!
समय कितना संवेदनशील हो चुका है, यह अबूधाबी की आज की घटना से समझ में आता है कि वहां के एक व्यक्ति ने मजाक-मजाक में अपनी मंगेतर को बेवकूफ बोल दिया, उसके बाद लड़की ने पुलिस में केस फाइल करा दिया। बिहार में कलेक्टर) की मंगेतर ने शादी से ठीक एक दिन पहले छत से कूद कर कफन ओढ़ लिया।
आत्महत्या से एक दिन पहले ही तिलक की रस्म निभाने के बाद डीएम महेंद्र सिंह उनके साथ शादी रचाने वाले थे। घटना डॉक्टर स्निग्धा के बहुमंजिली इमारत से कूदकर आत्महत्या कर लेने की बताई जा रही है।
बिहार में कुछ दिन पहले एक आईएएस अधिकारी की डॉक्टर मंगेतर ने शादी से ठीक एक दिन पहले खुदकुशी के बाद कफन ओढ़ लिया। यह किसी एक महिला की अकाल मौत का वाकया नहीं है। देश में खासकर महिलाओं की आत्महत्या की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। दुनिया भर में आत्महत्या करने वाली महिलाओं में से 37 फीसदी यानी एक-तिहाई से ज्यादा भारत में ही हो रही हैं। पुरुष अधिकारी भी बेमेल विवाह की भेंट चढ़ रहे हैं। भारतीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि हमारे देश में हर आठ मिनट पर एक विवाहित पुरुष आत्महत्या कर लेता है।
कानपुर में एक युवा आईपीएस अधिकारी ने पारिवारिक कलह से जहर खाकर जान दे दी। इससे पहले बिहार के एक आईएएस अधिकारी ने गाजियाबाद में बीते साल रेल से कट कर जान दे दी थी। पिछले साल बक्सर के डीएम मुकेश पांडेय ने घरेलू कलह की वजह से दिल्ली में मॉल से कूदकर जान दे दी थी। पिछले साल लखनऊ में कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की रहस्यमय मौत का मामला भी कहीं न कहीं बेमेल विवाह और घरेलू झगड़ों से जुड़ा बताया जाता है। पिछले महीने जमुई में डीएम की पत्नी अपनी माँ के साथ डीएम आवास के बाहर धरने पर बैठ गई थीं और अब किशनगंज के डीएम महेंद्र कुमार की मंगेतर की वारदात।
देश में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। सवाल जायज है कि आखिर क्यों युवा अधिकारी तक आत्महत्या करने लगे हैं? हमारे देश में आत्महत्या करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। नेशनल हेल्थ प्रोफाइल से उजागर हुआ है कि पिछले डेढ़ दशक के भीतर ऐसी घटनाओं में लगभग तेईस प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल, हाल ही का एक वाकया किशनगंज (बिहार) के कलेक्टर महेंद्र सिंह का, जिनकी डॉक्टर मंगेतर का कथित आत्महत्या के बाद अंतिम संस्कार भी हो चुका है। घटना की पुलिस जांच कर रही है। मंगेतर डॉक्टर स्निग्धा पटना की रही हैं।
आत्महत्या से एक दिन पहले ही तिलक की रस्म निभाने के बाद डीएम महेंद्र सिंह उनके साथ शादी रचाने वाले थे। घटना डॉक्टर स्निग्धा के बहुमंजिली इमारत से कूदकर आत्महत्या कर लेने की बताई जा रही है। पटना के एक अपार्टमेंट के चौदहवें फ्लोर पर रह रहे स्निग्धा के पिता आईपीएस सुधांशु कुमार पुलिस विभाग के रिटायर्ड आईजी हैं। डॉक्टर स्निग्धा कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज से पीजी कर रही थीं। बताते हैं कि स्निग्धा की अपने किसी सहपाठी से दोस्ती थी और वह उसी से शादी भी करना चाहती थीं जबकि पहिवार के लोग उनका ब्याह महेंद्र सिंह से रचाने जा रहे थे।
हमारे देश में आत्महत्या महिलाओं की मौत की सबसे बड़ी वजह बन गई है। इस समय ऐसी वारदातों के आकड़े की दृष्टि से कर्नाटक पहले नंबर पर और पश्चिम बंगाल चौथे नंबर पर है। आत्महत्याएं कर रहीं ज्यादातर महिलाओं की उम्र पंद्रह से उनतालीस साल के बीच मिल रही है। एक ताजा अध्ययन में बताया गया है कि बीते ढाई दशक में हमारे देश में आत्महत्या के चलते होने वाली मौतों में 40 फीसदी की वृद्धि हुई है। ऐसी घटनाओं के अध्येता बता रहे हैं कि देश में विवाहित महिलाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति ज्यादा है।
इसकी कई वजहें हैं। कम उम्र में होने वाले विवाह, कम उम्र में मातृत्व, कमतर सामाजिक दर्जा, घरेलू हिंसा और आर्थिक निर्भरता, जिससे महिलाओं के लिए व्यक्तिगत रक्षा कवच नहीं बन पा रहा है। समाजशास्त्री प्रो. विश्वजीत दासगुप्ता का कहना है कि आर्थिक और सामाजिक रूप से उन्नत कई राज्यो में भी, खासकर प्रेम संबंधों और प्रेम विवाह के मामले में युवाओं की आत्महत्या की दर ज्यादा होने की पहेली समझ में नहीं आ रही है। समय कितना संवेदनशील हो चुका है, यह अबूधाबी की आज की घटना से समझ में आता है कि वहां के एक व्यक्ति ने मजाक-मजाक में अपनी मंगेतर को बेवकूफ बोल दिया, उसके बाद लड़की ने पुलिस में केस फाइल करा दिया।
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