"मेक इन इंडिया का लक्ष्य भारत को नई उचांइयों पर ले जाना"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तमाम कोशिशें भारत को दुनिया में अपनी अलग जगह बनाने की है। मेक इन इंडिया को लेकर किए जा रहे तमाम प्रयास भारत को दुनिया में शीर्ष पर ले जाना है।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हषर्वर्धन ने देश की युवा पीढ़ी से ‘स्टार्टअप’ और ‘स्टैंड-अप’ की अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहला का लक्ष्य भारत को दुनिया में शीर्ष पर ले जाना है।
हषर्वर्धन ने यह बात ‘इनोवेट-द को-वकि’ग स्पेस’ स्टार्टअप के उद्घाटन के मौके पर कही। इस केंद्र की स्थापना युवा डॉ. रितेश मलिक ने नवोन्मेषी विचार रखने वाले युवाओं को बेहतर मौके मुहैया कराने के मकसद से की है।
डॉ. हषर्वर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को देश के नौजवानों से स्टार्टअप और स्टैंड-अप की अपील की थी जिसका आशय था कि युवा नए अवसरों को तराशें और खड़े होकर स्टार्टअप शुरू करें।
उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से प्रधानमंत्री का इरादा भारत को संसार में उन उचांइयों पर ले जाने का है जहां हर भारतवासी भारत पर गर्व महसूस करे। इसीलिए मेक इन इंडिया अभियान को भी उन्होंने शुरू किया है।
केंद्रीय मंत्री ने मलिक के बारे में कहा, ‘‘एक युवा डॉक्टर ने देश की समस्याओं का सही से पता लगाकर, इसका इलाज करने की दिशा में और प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार करने के लिए यह पहल की है।’’ दिल्ली के कनॉट प्लेस में डॉक्टर मलिक ने यह प्रतिष्ठान स्थापित किया है।
इस अवसर पर मलिक ने कहा कि स्टार्टअप ही हमारे देश को रोजगार दे सकता है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह को-वकि’ग केंद्र खोला है जहां पर लोग आएं, सदस्यता शुल्क दें और अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए साथ मिलकर काम करें।
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य यहां के स्टार्टअप के जरिए अगले तीन वर्ष में देश के लिए 50 हजार नौकरियां पैदा करने का है।