अभिजीत बनर्जी ने दिल्ली सरकार के स्कूलों की सराहना की, निजी स्कूलों की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन बताया
दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने वास्तव में ऐसा किया है। दिल्ली सरकारी स्कूल प्रणाली में परिणाम, नगरपालिका स्कूलों की तरह सरकारी स्कूल प्रणाली औसत निजी स्कूल से बेहतर है - अभिजीत बनर्जी
मुंबई, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अभिजीत बनर्जी ने शनिवार को कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा के परिणाम निजी संस्थानों की तुलना में बेहतर हो सकते हैं। उन्होंने निजी स्कूलों की अपेक्षा ‘‘बेहतर प्रदर्शन’’ करने के लिए दिल्ली सरकार के स्कूलों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि राज्य की एजेंसियां शिक्षा के लिए संसाधन आवंटन के साथ ‘‘उदार’’ रही हैं, जो शिक्षकों के वेतन और प्रणाली जैसे पहलुओं में दिखाई देती है, और उन्हें बेहतर प्रदर्शन करने के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
एमआईटी प्रोफेसर का यह बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव से कुछ सप्ताह पहले आया है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा,
‘‘क्या मुझे लगता है कि आप औसत निजी स्कूल की अपेक्षा सरकारी तंत्र में बेहतर करने की आकांक्षा कर सकते हैं? हां। दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने वास्तव में ऐसा किया है। दिल्ली सरकारी स्कूल प्रणाली में परिणाम, नगरपालिका स्कूलों की तरह सरकारी स्कूल प्रणाली औसत निजी स्कूल से बेहतर है।’’
बनर्जी ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों ने निजी स्कूलों की तुलना में ‘‘बेहतर प्रदर्शन किया है।’’
उन्होंने कहा कि भारत के संघीय ढांचे में शिक्षा मुख्यत: राज्य का विषय है लेकिन शिक्षा क्षेत्र में वित्तीय स्थिति ‘‘बुरी खबर’’ है क्योंकि कम संसाधन आवंटित किए जाएंगे। वह केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा बजट में 3,000 करोड़ रुपये की कटौती किये जाने की संभावना पर एक खास सवाल का जवाब दे रहे थे।
हालांकि उन्होंने कहा कि वित्तीय संसाधनों के बजाय, केंद्र का ध्यान मानव संसाधन विकास, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और पाठ्यक्रम तय करने में सुधार पर होना चाहिए।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में ट्विटर पर खुद ट्वीट किया है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई की इस खबर को शेयर करते हुए ट्वीट किया,
‘‘यह दिल्ली के लिए गर्व का लम्हा है. नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत बनर्जी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की परफॉरमेंस को सराहा है। इस साल सरकारी स्कूलों में कक्षा 12 का परिणाम 96 प्रतिशत रहा, वहीं प्राइवेट स्कूलों का 93 प्रतिशत रहा।’’
(Edited by रविकांत पारीक )