अग्निपथ स्कीम: आनंद महिन्द्रा देंगे अग्निवीरों को नौकरी, बोले- कॉरपोरेट सेक्टर में अपार संभावनाएं
स्कीम के विरोध में पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश और बिहार सहित देश के कई हिस्सों में तीव्र और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आज भारत बंद का ऐलान किया गया है.
केन्द्र द्वारा घोषित की गई अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) के खिलाफ देश में जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन (Agnipath Protest) हो रहे हैं. स्कीम के विरोध में पिछले कई दिनों से उत्तर प्रदेश और बिहार सहित देश के कई हिस्सों में तीव्र और हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आज भारत बंद (Bharat Bandh) का ऐलान किया गया है. इन प्रदर्शनों पर दिग्गज कारोबारी आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने विरोध प्रदर्शनों पर दुख प्रकट करने के साथ-साथ यह ऐलान किया है कि अग्निपथ से वापस आने वाले ट्रेंड और कुशल अग्निवीरों को वह नौकरी (Anand Mahindra giving jobs to Agniveers) देंगे.
आनंद महिन्द्रा ने ट्वीट करके कहा, 'अग्निपथ कार्यक्रम को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं. जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था और मैं दोहराता हूं- अग्निवीर जो अनुशासन और कौशल हासिल करेंगे, वह उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा. महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है.'
एक ने पूछा किस तरह की पोस्ट देंगे तो ये मिला जवाब
आनंद महिन्द्रा के इस ट्वीट पर कई तरह के रिप्लाई आए. जिनमें से कुछ में आनंद महिन्द्रा से यह पूछा गया कि वह अग्निवीरों को किस तरह की नौकरी देंगे, किस तरह की पोस्ट देंगे. ऐसे ही एक ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए आनंद महिन्द्रा ने एक दूसरा ट्वीट किया. इसमें उन्होंने कहा, 'कारपोरेट क्षेत्र में अग्निवीरों के रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. लीडरशिप, टीम वर्क और फिजिकल ट्रेनिंग के साथ अग्निवीर, उद्योग को मार्केट रेडी प्रोफेशनल सॉल्युशंस उपलब्ध करांएगे, जिसमें संचालन से लेकर एडमिनिस्ट्रेशन और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है.'
क्या है अग्निपथ स्कीम
‘अग्निपथ योजना’ के तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ (Agniveer) कहा जाएगा. भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल बदलाव से सैनिकों की भर्ती शुरू में चार साल की अवधि के लिए होगी, लेकिन उनमें से कुछ को बरकरार रखा जाएगा. अग्निवीरों को तीन सेनाओं में लागू जोखिम और कठिनाई भत्ते के साथ एक आकर्षक अनुकूलित मासिक पैकेज दिया जाएगा. चार साल की कार्यावधि के पूरा होने पर, अग्निवीरों को एकमुश्त 'सेवा निधि' पैकेज का भुगतान किया जाएगा. इसमें उनका योगदान शामिल होगा, जिसमें उस पर अर्जित ब्याज और सरकार से उनके योगदान की संचित राशि के बराबर योगदान शामिल होगा. इस साल 46000 'अग्निवीरों' की नियुक्ति का प्लान है.
14 जून को घोषित हुई थी स्कीम
14 जून को हुई इस स्कीम की घोषणा के बाद से पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली, यूपी, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पंजाब, झारखंड और असम तक में इसका विरोध हो रहा है. स्कीम को वापस लेकर पुरानी भर्ती प्रक्रिया को जारी रखने की मांग की जा रही है. हालांकि, व्यापक प्रदर्शन के बावजूद अग्निपथ भर्ती योजना को वापस लेने से इनकार किया जा चुका है.