एमबीए छात्र ने गाड़ी को बना दिया खास पेट केयर सेंटर, पालतू जानवरों की ग्रूमिंग के लिए सारी सुविधाएं हैं इसमें मौजूद
अपनी खास गाड़ी के जरिये पालतू जानवरों के लिए खास सुविधा उपलब्ध करा रहे पवन ने इसे ‘पेटगली’ का नाम दिया है।
"एमबीए छात्र पवन आज अमरावती में पेट लवर्स के लिए एक बड़ी ही खास सुविधा उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। पवन ने दरअसल एक गाड़ी में कुत्ते और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों की ग्रूमिंग के लिए सारे इंतजाम किए हुए हैं, जिससे इन पालतू जानवरों के मालिकों को अब उनकी देखभाल के लिए बिल्कुल भी परेशान नहीं होना पड़ रहा है।"
आंध्र प्रदेश का एक एमबीए छात्र कुछ नया करते हुए आज देश भर के सभी युवाओं को प्रेरित करने का काम कर रहा है। इस छात्र ने एक बड़े ही अनूठे पेट ग्रूमिंग सेंटर को शुरू करने का काम किया है।
एमबीए छात्र पवन आज अमरावती में पेट लवर्स के लिए एक बड़ी ही खास सुविधा उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं। पवन ने दरअसल एक गाड़ी में कुत्ते और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों की ग्रूमिंग के लिए सारे इंतजाम किए हुए हैं, जिससे इन पालतू जानवरों के मालिकों को अब उनकी देखभाल के लिए बिल्कुल भी परेशान नहीं होना पड़ रहा है।
खास है ‘पेटगली'
अपनी खास गाड़ी के जरिये पालतू जानवरों के लिए खास सुविधा उपलब्ध करा रहे पवन ने इसे ‘पेटगली’ का नाम दिया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पेटगली के संचालक पवन ने बताया है कि वो खुद भी पेट लवर हैं और उन्होने यह कई जगहों पर देखा है कि किस तरह लोग अपने पालतू पशुओं की बेहतर देखभाल के लिए जगह-जगह सफर करते हुए परेशान होते हैं।
पवन ने कुछ नया करते हुए इसी समस्या को हल करने के उद्देश्य से अपने इस उपक्रम की शुरुआत करने का काम किया है। इसी उद्देश्य के साथ आगे बढ़ते हुए पवन ने इसके लिए ‘पेटकेयर ऑन व्हील्स’ बिजनेस मॉडल को अपनाने का फैसला किया।
ऐसे मिला आइडिया
पवन के अनुसार उन्होने लोगों को गाड़ी में खिलौने रखकर बेंचते हुए देखा है और वो लोग अपनी गाड़ी के सहारे गली-गली जाकर अपने खिलौनों को बेंचने में सफल रहते हैं, पवन को अपना आइडिया भी कुछ इसी तरह मिला।
रिसर्च करने के बाद पवन को समझ आया कि आज गाड़ी के जरिये लोगों तक तमाम सेवाएँ पहुंचाई जा रही हैं, लेकिन पेट केयर सुविधा अभी भी इस कॉन्सेप्ट पर चालू नहीं है। पवन ने इसके बाद पेटकेयर सेवा को एक गाड़ी में संचालित करने का फैसला किया।
सभी सुविधाएं हैं मौजूद
आज पवन की ‘पेटगली’ में पालतू पशुओं की ग्रूमिंग के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जिसमें हेयर ट्रिमिंग, बाथ, आई केयर और डेंटल केयर जैसी सुविधाएं शामिल हैं। ‘पेटगली’ में आए पालतू पशुओं की ग्रूमिंग का काम विशेषज्ञ देखते हैं, जबकि मैनेजमेंट की ज़िम्मेदारी पवन के पास है।
इतना ही नहीं, पवन अब पेट ग्रूमिंग के लिए 3 महीने के एक खास ट्रेनिंग कोर्स का भी संचालन करते हैं, जिसके तहत कोई भी घरेलू या व्यावसायिक स्तर पर पालतू जानवर की बेहतर देखभाल करना सीख सकता है।
बड़ा है पेट केयर बाज़ार
एक रिसर्च द्वारा प्रकाशित ‘इंडिया पेट केयर मार्केट आउटलुक, 2025’ नाम की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में पालतू जानवरों की देखभाल (पेट केयर) का बाजार साल 2025 के अंत तक 5457 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
भारत में यह बाज़ार 19 प्रतिशत के CAGR के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है।
Edited by Ranjana Tripathi