'अंगूरी भाभी' ने कांग्रेस में शामिल होकर मारी सियासत में एंट्री, जानें पूरी कहानी
कभी अपने न्यायाधीश पिता के मना करने के बावजूद 1999 में अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाली 'भावी जी घर पर हैं' सीरियल की लोकप्रिय अभिनेत्री शिल्पा शिंदे अब कांग्रेस की राजनीति करेंगी। गत दिवस वह बाकायदा कांग्रेस में शामिल भी हो गईं। इससे पहले उन्हें फिल्म-टीवी इंडस्ट्री में कई तरह के झटके लगे। बॉयकाट हुआ। 'बिग बॉस 11' की विजेता बनीं तो एक बार फिर उनकी जिंदगी पटरी पर लौट पड़ी।
छोटे परदे पर एंड टीवी के लोकप्रिय हास्य धारावाहिक 'भाभी जी घर पर हैं' में कभी 'भाभी जी' के किरदार से मशहूर हो चुकीं अभिनेत्री शिल्पा शिंदे अब कांग्रेस की राजनीति करेंगी। 'बिग बॉस 11' की विजेता शिल्पा मुंबई कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पार्टी नेता चरण सिंह सापरा की उपस्थिति में गत दिवस कांग्रेस में शामिल हो गईं। हाल ही में ईशा कोप्पीकर ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में भाजपा की राजनीति में कदम रखा है। इसी साल 2 जनवरी को अभिनेत्री मौसमी चटर्जी ने भी भाजपा की सदस्यता लेकर अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर दी है।
उससे पहले तमिलनाडु की मुख्यमंत्री रहीं जयललिता, 1994 में जया प्रदा, 2003 में स्मृति ज़ुबिन ईरानी, 2004 में हेमा मालिनी और जया बच्चन, 2009 में नग़मा, 2011 में किरण खेर, 2014 में गुल पनाग आदि भी भारतीय राजनीति में सक्रिय हो चुकी हैं। राजनीति एक ऐसा क्षेत्र जिसमें एंट्री के लिए बॉलीवुड अभिनेत्रियां निगाह लगाए रहती हैं। खासतौर पर जब उनका कॅरियर दांव पर हो। राजनीति में आकर वे अपनी किस्मत आजमाने के साथ-साथ अपनी दूसरी पारी शुरू कर देती हैं। कई ऐसी भी अभिनेत्रियां रही हैं, जो एक झटके में राजनीतिक दलों के ऐसे प्रस्तावों को ठोकर मार चुकी हैं।
दूसरी सच्चाई ये भी है कि लाख कोशिशों के बावजूद भारत की औसत महिला सियासत से कोसों दूर रहती है। एक तरफ जहां देश की संसद विधायिका में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटों के रिजर्वेशन पर बहसें चलती रहती हैं, वहीं दूसरी ओर हमारा देश राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के मामले में दुनिया के कई मुल्कों से काफी पीछे है। इस मामले में हम अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान और बांग्लादेश के सामने भी बगलें झांकने को मजबूर हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, फिर भी यहां राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बेहद कम है।
हमारी लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 10.8 फीसदी है, वहीं राज्यसभा में यह प्रतिशत 9.0 है। वर्तमान में लोकसभा के 545 सदस्यों में 59 और राज्यसभा के 233 सदस्यों में 21 महिलाएं हैं। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के मामले में दुनिया के देशों में भारत की रैंकिंग 99 है। यह डेटा लोकतंतत्र, शांति और सहयोग के लिए काम करने वाली संस्था इंटर पार्लियामेंटरी यूनियन द्वारा जारी किया गया है। इस सूची में भारत पाकिस्तान से करीब 50 स्थान नीचे है, जो इस लिस्ट में 49 वें नंबर पर है। आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में निचले सदन में 22 फीसदी और उच्च सदन में 17 फीसदी महिलाएं हैं। ठीक इसी तरह चीन और बांग्लादेश में भी विधायिकाओं में महिलाओं का प्रतिशत भारत की तुलना में काफी ज़्यादा है। चीन सूची में 55 वें नंबर है। वहीं, बांग्लादेश 67वें नंबर पर है।
शिल्पा शिंदे के कांग्रेस में शामिल होने से पहले के दिन काफी उलट-फेर भरे रहे हैं। शिल्पा शिंदे का जन्म 28 अगस्त 1977 को महाराष्ट्र के एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता डॉ. सत्यदेव शिंदे हाई कोर्ट में जज थे, जबकि उनकी मां गीता सत्यदेव शिंदे एक गृहिणी हैं। शिल्पा की दो बड़ी बहनें और एक छोटा भाई है। वह केसी कॉलेज, मुंबई की मनोविज्ञान की छात्र रही हैं, लेकिन स्नातक की डिग्री प्राप्त करने में असफल रहीं। उनके पिता चाहते थे कि वह कानून की पढ़ाई करें, लेकिन उसमें उनकी कोई दिलचस्पी नहीं थी। 2013 में उनके पिता की अल्जाइमर बीमारी से मृत्यु हो गई। उनके पिता नहीं चाहते थे कि वह अभिनय करे।
शिल्पा ने अपना टेलीविजन डेब्यू 1999 में किया था। सियासत में उनका दावा किसी और के साथ होने का रहा है और फिल्म-टीवी इंडस्ट्री में भी उन्हें कई तरह के विष घूंट पीने पड़े हैं। अनबन के चलते उन्होंने 2016 की शुरुआत में 'भावी जी घर पर हैं' सीरियल बीच में ही छोड़ दिया था। क़रीब दो साल तक उनका बॉयकाट किया। उस समय उन्होंने महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के नेताओ के साथ कॉन्फ्रेंस भी की थी। वह कहती रही हैं कि वह मराठी हैं और उनका राज ठाकरे परिवार और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना से ख़ास रिश्ता है लेकिन अब वह कांग्रेस की ओर चल पड़ी हैं।
उस ख़राब दौर से शिल्पा को बाहर निकलने में सहारा दिया कलर्स टीवी के रिएलिटी शो बिग बॉस ने और इस दौरान सलमान खान ने उनको ख़ूब सपोर्ट भी किया। उस समय शिल्पा न सिर्फ़ बिग बॉस सीज़न 11 की विनर बनीं बल्कि ख़बरें उड़ीं कि सलमान ने उनको फ़िल्म तक ऑफ़र की है। उसके बाद शिल्पा शिंदे को टीवी में काम मिलना शुरू हो गया और उनकी ज़िंदगी वापस ट्रैक पर लौट आई।
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