8 महीने का बच्चा लेकर जहां बेची शिकंजी वहीं सब इंस्पेक्टर बनकर पहुंची एनी, कठिन ट्रेनिंग के बाद संभाला चार्ज
जिन सड़कों पर एनी कभी अपने जीवनयापन के लिए अपने नवजात बच्चे को हाथ में लेकर शिकंजी बेचा करती थीं और अब उन्ही सड़कों पर एनी को बतौर सब इंस्पेक्टर अपनी सेवाएँ देने का मौका मिल चुका है।
"करीब 10 साल पहले एनी एसपी ने अपनी अपमानजनक शादी को खत्म करने का फैसला किया था, उस समय एनी महज 19 साल की थीं और उनके साथ उनका 6 महीने का बच्चा भी था। पति का घर छोड़ने के बाद एनी के लिए सब कुछ मुश्किल होता नज़र आ रहा था।"
जिन सड़कों पर एनी कभी अपने जीवनयापन के लिए अपने नवजात बच्चे को हाथ में लेकर शिकंजी बेंचा करती थीं और अब उन्ही सड़कों पर एनी को बतौर सब इंस्पेक्टर अपनी सेवाएँ देने का मौका मिल चुका है। अपने दम पर कठिन परिस्थितियों को पार करते हुए सफलता का मुकाम छूने वाली एनी की कहानी आज पूरे देश को प्रेरणा दे रही है।
एनी एसपी की शादी जल्द ही हो गई थी, लेकिन शादी के कुछ ही दिनों के बाद उन्हें उनके ससुराल में प्रताड़ित किया जाने लगा, इतना ही नहीं चूंकि एनी ने शादी अपनी मर्जी से की थी इसलिए इस दौरान एनी को खुद उनके माता-पिता ने भी सहारा देने से इंकार कर दिया थ।
जीवनयापन के लिए बेंची शिकंजी
करीब 10 साल पहले एनी एसपी ने अपनी अपमानजनक शादी को खत्म करने का फैसला किया था, उस समय एनी महज 19 साल की थीं और उनके साथ उनका 6 महीने का बच्चा भी था। पति का घर छोड़ने के बाद एनी के लिए सब कुछ मुश्किल होता नज़र आ रहा था।
अपनी ज़िम्मेदारी खुद उठाते हुए एनी को उस दौरान लोगों को बीमा स्कीम बेचने से लेकर सड़क पर शिकंजी और आइसक्रीम बेंचने का भी काम करना पड़ा था। इस दौरान एनी हर महीने 3500 रुपये कमाया करती थीं, जिसमें घर के किराए और बच्चे की देखभाल के बाद उनके पास सिर्फ 100 रुपये ही शेष बचा करते थे। इस दौरान एनी अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दे रही थीं और स्नातक की डिग्री पूरी करने की ओर बढ़ रही थीं।
बधाई दे रहे हैं लोग
द हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार केरल पुलिस ने अब अनुकंपा के आधार पर उनके बेटे की शिक्षा में को ध्यान में रखते हुए कोच्चि में फिर से तैनाती का अनुरोध स्वीकार कर उन्हें कोच्चि में तैनाती दे दी है।
इसके पहले एनी राजधानी तिरुवनंतपुरम के वर्कला पुलिस स्टेशन में तैनात थीं, जहां वे पूरी लगन के साथ लोगों की शिकायतों को दूर करने का प्रयास कर रही थीं, जबकि इसी के साथ पुलिस स्टेशन में उन्हें बधाई देने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बनी हुई थी।
वर्कला क्षेत्र में अपनी तैनाती को लेकर एनी बेहद खुश हुई हैं। मीडिया से बात करते हुए उन्होने बताया है कि जिस इलाके में वह संघर्ष के दिनों में पैसे कमाने के लिए घूमा करती थीं, फिर उसी इलाके में बतौर सब इंस्पेक्टर अपनी सेवाएँ देना उनके लिए बेहद खास रहा है।
जारी है महिला सशक्तिकरण के लिए प्रयास
घरेलू हिंसा का शिकार हो रही महिलाओं को संबोधित करते हुए एनी कहती हैं कि शादी में कुछ समझौते जरूर करने पड़ते हैं, लेकिन जब चीजें सीमा के बाहर चली जाती हैं और शारीरिक हिंसा के रूप में सामने आने लगती है, ऐसे में किसी भी महिला को कुछ नहीं सोचना चाहिए और फौरन अपने माता-पिता के पास वापस चले जाना चाहिए।
गौरतलब है कि बीते दो सालों से एनी की माँ उनके साथ रह रही हैं, जबकि उनके पिता ने उनसे कोई संपर्क नहीं रखा हुआ है। अब एनी खुद महिला सशक्तिकरण के लिए अपनी ओर से हर कोशिश करती रहती हैं और वे समाज से आगे आकर महिलाओं के साथ समानता का व्यवहार करने की अपील करती हैं।
Edited by Ranjana Tripathi