Apple ने आखिरकार MaCbook pro को टचस्क्रीन बनाने पर शुरू कर दिया काम, जानिए कब कर सकती है लॉन्च
रॉयटर्स की रिपोर्ट मुताबिक एपल इंजीनियर्स अब प्रोजेक्ट पर काफी सक्रियता से लगे हुए हैं, जो ये बताता है कि कंपनी पहली बार टच-स्क्रीन मैक लॉन्च करने के लिए गंभीरता से काम कर रही है. हालांकि लॉन्च को लेकर अभी भी कुछ फाइनल नहीं हुआ है इसलिए प्लान में कई और बदलाव सुनने को मिल सकते हैं.
एपल इंक आखिरकार अपने मैक कम्प्यूटर्स में टच स्क्रीन जोड़ने पर काम कर रहा है. अगर ऐसा होता है तो एपल की लंबे समय से चली आ रही एक रूढ़िवादी कंपनी वाली छवि को बदल देगी.
कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने एक बार इस कदम को एर्गोनॉमिकली टेरिबल (ergonomically terrible) यानी काम करने के लिहाज से शरीर के लिए बेहद रिस्की बताया था.
उन्होंने इसके पीछे तर्क देते हुए कहा था कि एक कम्प्यूटर में अगर यूजर को इनपुट देने केलिए स्क्रीन को बार बार छूना पड़े तो इससे यूजर को काफी परेशानी होता है. टच सर्फेसेज के लिए लंबे समय तक वर्टिकली रखे जाना सही नहीं होता. एक समय के बाद आपके हाथ बार-बार स्क्रीन को टच करते-करते थक जाएंगे.
रॉयटर्स की रिपोर्ट मुताबिक एपल इंजीनियर्स अब प्रोजेक्ट पर काफी सक्रियता से लगे हुए हैं, जो ये बताता है कि कंपनी पहली बार टच-स्क्रीन मैक लॉन्च करने के लिए गंभीरता से काम कर रही है. हालांकि लॉन्च को लेकर अभी भी कुछ फाइनल नहीं हुआ है इसलिए प्लान में कई और बदलाव सुनने को मिल सकते हैं.
कंपनी एक दशक से ऊपर से मैक को टचस्क्रीन बनाने से बच रही है. इसके पीछे ये तर्क दिया गया कि लैपटॉप पर टचस्क्रीन सही से काम नहीं करते. अगर किसी को टच इंटरफेस चाहिए तो वो एपल का आईपैड चला सकता है. एपल की ये भी चिंता थी कि टच स्क्रीन वाला मैक आने के बाद से उसके आईपैड की बिक्री घटने लगेगी.
लेकिन जिस हिसाब से प्रतिद्वंदी कंपनियां कम्प्यूटर में टचस्क्रीन डिस्प्ले ऑफर कर रही हैं उसने एपल पर दबाव बनाया है और नतीजतन उसे भी इस दिशा में कदम बढ़ाने की ओर प्रभावित किया है.
कंपनी ने हाल के सालों में मैक की लोकप्रियता में एकाएक काफी वृद्धि दर्ज की है, जिससे कंपनी के लिए मैक बिजनेस आईपैड के मुकाबले अधिक फायदेमंद साबित हुआ है. कंपनी भी अब इस ट्रेंड को बरकरार रखते हुए अपने कम्प्यूटर लाइनअप को प्रभावी और आकर्षक बनाए रखना चाहती है.
इंटरनल चर्चाओं पर भरोसा करें तो कंपनी 2025 तक पहला टच-स्क्रीन मैक लॉन्च कर सकती है. इस मामले से जुड़े लोगों की मानें तो कंपनी इसे मैकबुक प्रो के अपडेट की तरह पेश करेगी.
हालांकि कंपनी की तरफ से या किसी भी प्रवक्ता ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है, ये सभी खबरें मामले से जुड़े लोगों की तरफ से नाम ना जाहिर करने की शर्त पर बताई गई हैं. बुधवार को कपनी के शेयर 2.1 फीसदी बढ़कर 133.49 डॉलर पर पहुंच गए. 2023 में इसके शेयर अब तक 2.7 फीसदी बढ़ चुके हैं.
मौजूदा प्लान के हिसाब से एपल के पहले टच स्क्रीन वाले मैकबुक प्रो में ट्रेडिशनल लैपटॉप डिजाइन के साथ एक स्टैंडर्ड ट्रैकपैड और कीबोर्ड तो रहेंगे ही बस लैपटॉप का स्क्रीन टच इनपुट और जेस्चर्स को सपोर्ट करेगा जैसे आईफोन या आईपैड करते हैं. समय के साथ एपल अपने बाकी के मैक मॉडल्स में टच सपोर्ट करेगा.
मैकब्रुक प्रो के रीवैंप प्लान के तहत एपल अपने डिस्प्ले को लाइट-एमिटिंग डायोड या OLED टेक्नोलॉजी पर स्विच करनी की तैयारी कर रही है. कंपनी अभी डिस्प्ले में LED का इस्तेमाल कर रही है.
हालांकि आईफोन और एपल वाच में पहले से ही OLED का इस्तेमाल हो रहा है. इन स्क्रीन्स में ब्राइटनेस और कलर का लेवल भी काफी हाई होता है और 2024 की पहली छमाही में आईपैड प्रो में भी ये स्क्रीन आने शुरू हो जाएंगे.
Edited by Upasana