सोलो साइकिलिंग में दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं सेना के ये अधिकारी, बढ़ा रहे हैं साइकिलिंग के प्रति लोगों का झुकाव
दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल पन्नू का मानना है कि उनके इन विश्व रिकॉर्ड के साथ लोगों का आकर्षण साइकिलिंग के खेल की तरफ बढ़ सकता है।
भारतीय सेना का यह अधिकारी एक ओर जहां देश की सुरक्षा में भी योगदान दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इन सैन्य अधिकारी के नाम पर एक नहीं बल्कि दो गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी हैं। ये हैं भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू जिन्होंने ये दोनों वर्ल्ड रिकॉर्ड सोलो साइकिलिंग में बनाए हैं।
अमेरिका में साइकिलिंग करते हुए 5 हज़ार किलोमीटर की दूरी साइकिल पर पूरी करते हुए लेफ्टिनेंट भरत ने भारत के सबसे कठिन रास्तों को भी साइकिल से पूरा किया है। दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल पन्नू का मानना है कि उनके इन विश्व रिकॉर्ड के साथ लोगों का आकर्षण साइकिलिंग के खेल की तरफ बढ़ सकता है।
लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने भारतीय सेना के साथ अपने करियर की शुरुआत बतौर इंजीनियर की थी। पन्नू बीते 16 सालों से भारतीय सेना में है, जहां उन्होंने पहले चार साल टैंक के साथ काम किया है जबकि बीते 10 सालों से वे एविएशन के साथ काम कर रहे हैं।

साइकिलिंग को लेकर अपने इस शौक के चलते उन्हें भारतीय सेना की साइकिलिंग टीम का इंचार्ज भी बनाया गया है। यहाँ पन्नू अन्य जवानों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए साइकिलिंग का प्रशिक्षण भी देते हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू के अनुसार भारतीय साइकलिंग का भविष्य उज्ज्वल है।
पहला विश्व रिकॉर्ड
लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने अपना पहला गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड साल 2020 के अक्टूबर महीने में बनाया था और तब उन्होंने लेह से मनाली की 342 किलोमीटर की दूसरी 35 घंटे और 32 मिनट में पूरी की थी। मीडिया को दिये अपने साक्षातकार में लेफ्टिनेंट कर्नल पन्नू ने बताया है कि वह सफर उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था क्योंकि इस दौरान उन्हें लगातार चढ़ाई करनी थी।
अक्टूबर महीना होने के बावजूद वहाँ का तापमान तब माइनस 5 से माइनस 15 डिग्री सेल्सियस तक था, जो लेफ्टिनेंट कर्नल पन्नू के लिए उनके इस सफर को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना रहा था। लेफ्टिनेंट कर्नल पन्नू के अनुसार उस साइकिल यात्रा के दौरान उन्हें ऐसा लग रहा था जैसे वे किसी डीप फ्रीजर में साइकिल चला रहे हैं।

दूसरा विश्व रिकॉर्ड
हालांकि भरत पन्नू यहीं नहीं रुके और उसी महीने के अंत में वे दूसरा गिनीज़ विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करने निकल पड़े। इस दौरान पन्नू के स्वर्णिम चतुर्भुज रूट यानी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई का रास्ता चुना। यहाँ पर पन्नू ने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने का काम किया। 5942 किलोमीटर लंबे इस रूट को पन्नू ने 14 दिन और 23 घंटे में पूरा किया था।
पन्नू कहते हैं, “मुझे सशस्त्र बलों और सेना का हिस्सा होने पर गर्व है जिसने मुझे हमेशा आगे बढ़ने और चुनौती स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए न केवल प्रतिबद्ध होने की जरूरत है, बल्कि स्मार्ट होने के साथ ही और जीतने की स्पष्ट रणनीति का भी होना जरूरी है।”
Edited by रविकांत पारीक