पॉल के उद्यमों ने बदलीं कई जिंदगियाँ ब्रिटेन, भारत और अमेरिका में फैला है उद्योग
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने लॉर्ड स्वराज पॉल और उनके परिवार की प्रशंसा करते हुए कहा है कि समुदाय के प्रति उनके ‘‘योगदान एवं सक्रियता’’ ने कई देशों में कई लोगों की जिंदगियां बदल दी हैं।
ब्राउन ने पॉल की बेटी अम्बिका एवं उनके पुत्र अंगद पॉल की याद में कल ‘लंदन जू’ में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए प्रमुख एनआरआई उद्योगपति एवं उनके परिवार की प्रशंसा की। अंगद पॉल का पिछले साल त्रासद निधन हो गया था।
वैश्विक शिक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ब्राउन ने कहा, ‘‘पॉल परिवार हमारे दौर और हमारी पीढ़ी के सबसे महान एवं विशेष परिवारों में से एक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस दुनिया में कुछ ही ऐसे महान परिवार हैं जिनके उद्यमों ने हजारों लोगों के लिए नौकरियां सृजित की हैं।, जिनके परोपकारी कार्यों ने संभवत: लाखों लोगों का जीवन बेहतर बनाया है। ऐसे विशेष परिवार कम ही हैं जिनकी समुदाय के प्रति अद्भुत सक्रियता एवं योगदान ने इतने लोगों का जीवन बदल दिया है और वे हमारा जीवन समृद्ध बनाने के लिए केवल एक देश नहीं बल्कि कई देशों- भारत, अमेरिका और अन्यत्र काम कर रहे हैं।’’ लेबर पार्टी के नेता ने अंबिका पॉल को भी श्रद्धांजलि दी जिनका वर्ष 1968 में मात्र चार वर्ष की आयु में ल्यूकीमिया के कारण निधन हो गया था और उनके ‘‘छोटे से जीवन का सबसे बड़ा आनंद‘‘ ‘लंदन जू’ जाना था।
ब्राउन ने चिड़ियाघर के लिए लॉर्ड पॉल द्वारा किए गए उदार दान का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘और इसलिए उनकी (अंबिका) याद में पॉल परिवार ने इन पिछले 40 वर्षों में यह संभव बनाया कि लाखों बच्चे इस चिड़ियाघर में घूमने का आनंद ले सकें।’’ उन्होंने कपारो समूह के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम आज अंगद पॉल के जीवन को भी याद कर रहे हैं। वह एक शानदार शख्सियत थे, जिन्होंने फिल्म जगत, इस्पात उद्योत और मोटर कार उद्योग में बेहतरीन उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने ये उपलब्धियां केवल ब्रिटेन में नहीं बल्कि यूरोप, अमेरिका और भारतीय उपमहाद्वीप में भी हासिल कीं।’’ अंगद का पिछले साल नवंबर में निधन हो गया था।
पॉल ने अपने बच्चों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें ‘‘जीवन का प्रकाश’’ बताया जिन्हें ‘‘हम हार्दिक प्यार एवं कृतज्ञता से याद करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह (अंबिका) एक परी थीं, जिन्होंने हमारी जिंदगियाँ बदल दीं। उनके गुज़र जाने के बाद, हमारा एक बेटा अंगद था, जिनका जन्म अंबिका के निधन के दो साल बाद हुआ। हमने हमेशा उन्हें (अंगद) ईश्वर के उपहार के रूप में देखा, जिनके लिए हम आभारी थे। अंगद उर्जा, नए विचारों, जोश एवं जीवन के लिए उत्साह से भरपूर थे। उनके जीवन का बहुत जल्दी त्रासद अंत हो गया। वह हमेशा हमें याद आएंगे, जैसे कि हमें अंबिका की याद आती है।’’
पॉल ने कहा कि अंगद की प्रेरणा कपारो को वास्तव में 21वीं सदी में लेकर आई। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने जब कपारो में काम करना शुरू किया था, तो उसके कुछ ही समय बाद वह भारत गए और उन्होंने वहाँ संयंत्रों की स्थापना करना शुरू कर दिया और अब कपारो के बैनर तले हमारे पास 30 से अधिक स्थल हैं।’’ ‘ब्रिक’ शब्द की खोज करने के लिए पहचाने जाने वाले ब्रितानी अर्थशास्त्री लॉर्ड जिम ओ नील ने भी अंगद एवं ‘‘आनंदित करने वाले उनके जोश’’ को श्रद्धांजलि दी।
अंत में, ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना ने समारोह को संबोधित करते हुए लॉर्ड पॉल के भारत एवं अमेरिका के संबंधों में ‘‘जबर्दस्त योगदान’’ एवं उनके ‘‘मानवीय रूख’’ की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने हर अवसर पर हमेशा स्नेह प्रदर्शित किया।’’ इस अवसर पर लॉर्ड पॉल के साथ उनकी पत्नी लेडी अरणा पॉल एवं उनके परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में ब्रिटेन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े सैकड़ों मेहमान शामिल हुए।