वी.वी. आचार्य रिजर्व बैंक के नये डिप्टी गवर्नर
नए डिप्टी गवर्नर वी.वी. आचार्य 20 जनवरी को संभालेंगे पदभार।
सरकार ने न्यूयार्क विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर और अपने आप को ‘गरीब व्यक्ति का रघुराम राजन’ कहने वाले विराल वी. आचार्य को रिजर्व बैंक का नया डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल नियुक्ति समिति ने तीन साल के लिये उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है। उनकी नियुक्ति उर्जित पटेल के रिजर्व बैंक गवर्नर बनने के बाद खाली हुये पद पर की जा रही है। पटेल चार सितंबर को रघुराम राजन के स्थान पर रिजर्व बैंक गवर्नर बने। इससे पहले पटेल डिप्टी गवर्नर थे।
आरबीआई में चार डिप्टी गवर्नर होते हैं। इस समय तीन डिप्टी गवर्नर हैं, एस.एस. मूदड़ा, एन.एस. विश्वनाथन और आर. गांधी।
जब नोटबंदी के बाद नियमों में बार-बार बदलाव को लेकर केन्द्रीय बैंक की आलोचना की जा रही है, ऐसे में वी.वी. आचार्य रिजर्व बैंक के नये डिप्टी गवर्नर नियुक्त किये गये हैं। 42 वर्षीय डॉ. आचार्य 2008 से न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में पढ़ा रहे हैं। इससे पहले डॉक्टर आचार्य लंदन बिजनेस स्कूल से प्राइवेट इक्विटी इंस्टीट्यूट के फाइनेंस एंड एकेडमी डायरेक्टर के तौर पर जुड़े थे। उर्जित पटेल के गवर्नर के पद पर चले जाने के बाद इस पद के लिए एक वेकेंसी खाली हो गई थी। वीवी आचार्य के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में तीन और डिप्टी गवर्नर हैं। डॉक्टर आचार्य तीन साल के लिए अपॉइंट किए गए हैं। 2014 में आचार्य सेबी (SEBI) के तहत एकेडमिक काउंसिल ऑफ द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्यॉरिटीज मार्केट्स के सदस्य भी रहे हैं।
न्यूयार्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर वी. वी. आचार्य भी राजन की ही तरह अकादमिक क्षेत्र से जुड़े हैं। वह वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम क्षेत्र में विश्लेषण और शोध के लिये जाने जाते हैं। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। आईआईटी मुंबई के छात्र रहे आचार्य ने 1995 में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में स्नातक और न्यूयार्क विश्वविद्यालय से 2001 में वित्त में पीएचडी की है। वर्ष 2001 से 2008 तक आचार्य लंदन बिजनेस स्कूल में रहे।
नये डिप्टी गवर्नर विराल वी आचार्य 20 जनवरी, 2017 को पदभार संभालेंगे। उनकी नियुक्ति 20 जनवरी से तीन साल के लिए होगी।
रिजर्व बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा है, कि आचार्य 20 जनवरी, 2017 को पदभार संभालेंगे। वह मौद्रिक नीति और अनुसंधान का काम देखेंगे। गौरतलब है, कि उर्जित पटेल को गवर्नर बनाए जाने के बाद से यह पद रिक्त था। नवनियुक्त डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने कहा है, कि वह अपनी नयी भूमिका पूरी लगन और क्षमता के साथ निभाएंगे।
मुझे यह अवसर दिए जाने पर मैं गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं, कि मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ अपनी भूमिका निभा सकूंंगा : विरल आचार्य
वह मौद्रिक नीति और शोध संकुल का कार्यभार देखेंगे। वह उर्जित पटेल के आरबीआई का गवर्नर बनने के बाद रिक्त पड़े स्थान को भरेंगे।