दीया मिर्ज़ा बनीं Beco की ब्रांड एंबेसडर और निवेशक
D2C होम, किचन और पर्सनल केयर ब्रांड बेको (Beco) ने दिया मिर्ज़ा को अपना नया ब्रांड एंबेसडर और निवेशक बनाया है। यह घोषणा बेको के पहले फंड-राइज़ पर आती है, जहां कंपनी ने क्लाइमेट एंजेल्स फंड और अन्य निवेशकों के नेतृत्व में सीड राउंड में 4 करोड़ रुपये जुटाए हैं। स्टार्टअप इस फंडिंग का उपयोग टियर 2 और टियर 3 शहरों के बाजारों का विस्तार करने के लिए करेगा।
कंपनी के अनुसार, दीया मिर्ज़ा बेको के आगामी मार्केटिंग प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, साथ ही किचन और होम केयर स्पेस में ब्रांड को परिभाषित करने वाली श्रेणी के रूप में इसको सपोर्ट करेंगी। उपभोक्ताओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने के अलावा, बेको ने अपने उत्पादों के स्थायित्व, सुरक्षा और स्थिरता को उजागर करने की योजना भी बनाई है।
बेको के को-फाउंडर अनुज रुइया कहते हैं,
"दीया मिर्ज़ा का बोर्ड में होना हमारे उद्यम के माध्यम से स्थिरता को बढ़ावा देने और उसकी वकालत करने के प्रति बेको के दृढ़ विश्वास की पुष्टि करता है। उनका नेटवर्क और दर्शक, एक पर्यावरणविद के रूप में उनकी विश्वास प्रणाली के साथ, बेको को उपभोक्ता क्षेत्रों की एक विस्तृत श्रृंखला में अपने संदेश को उपयुक्त रूप से संप्रेषित करने में मदद करेगा।"
साथ ही आदित्य ने यह भी कहा,
"इस साझेदारी को आसान बनाने वाला तथ्य यह है कि ब्रांड के लॉन्च के बाद से ही दीया हमारी सबसे बड़ी और शुरुआती समर्थकों में से एक रही हैं। एक ब्रांड एंबेसडर और निवेशक के रूप में उन्हें अपने साथ लाना हमारे जुड़ाव को स्वाभाविक विस्तार की तरह महसूस करेगा और साथ ही बड़े पैमाने पर पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों के महत्व पर जोर देने में हमें सक्षम करेगा।"
बेको की ब्रांड एंबेसडर और निवेशक दीया मिर्ज़ा कहती हैं,
"मेरे लिए मेरे जीवन के हर पहलू में स्थायी विकल्प बनाना हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। मैं सचेत पूंजीवाद की उस अवधारणा में भी दृढ़ता से विश्वास करती हूं, जहां हम सभी को सामूहिक रूप से व्यापार के बारे में इस तरह से सोचना शुरू करना चाहिए, जो बेहतर ढंग से दर्शाता है कि हम अपनी यात्रा में कहां हैं। बेको के साथ जुड़कर मैं गर्व महसूस करती हूं, क्योंकि यह ब्रांड न केवल पर्यावरण को होने वाले नुकसान कम करता है, बल्कि उपभोक्ता को एक हरियाली और अधिक जागरूक जीवन शैली की आदत भी डालता है।
साथ ही वह कहती हैं,
"बिना सोचे-समझे खपत के पैटर्न को बदलना महत्वपूर्ण है और मुझे उम्मीद है कि इस सहयोग के माध्यम से बेको और मैं आपस में एक दूसरे से विचारों का आदान-प्रदान करने के साथ-साथ पर्यावरण की संवेदनशील स्थितियों को भी मुख्यधारा में लाएंगे।"
गौरतलब है, कि बेको की स्थापना आदित्य रुइया, अक्षय वर्मा और अनुज रुइया द्वारा 2019 में हुई थी। बेको 100 प्रतिशत पर्यावरण के अनुकूल और शून्य प्लास्टिक स्टार्टअप होने का दावा करता है। पिछले चार वर्षों में यह स्टार्टअप एक लाख से अधिक सदस्यों के समुदाय में विकसित हो चुका है, जिससे प्लास्टिक को अपनी दैनिक दिनचर्या से 25 प्रतिशत कम करने में मदद मिली है।