स्टार्टअप्स को स्थापित करने और निवेशकों को लुभाने के लिए प्लेटफॉर्म दे रहा है बेंगलुरु स्थित 'हॉर्स स्टेबल'
अमेरिका में बिजनेस रियलिटी प्रोग्राम शार्क टैंक से प्रेरित, प्रशांत ने उद्यमियों के बिजनेस आइडियाज को अमली जामा पहनाने के लिए भारत में हॉर्स स्टेबल की शुरुआत की। यह ऐसा मंच है, जहां इच्छुक उद्यमी अपने बिजनेस मॉडल को निवेशकों के पैनल में रखते हैं और उन्हें उसी दिन अपने व्यवसाय में पैसा लगाने के लिए राजी करते हैं।
आज जहां अधिकांश टेलीविजन रियलिटी शो अपने दर्शकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं ऐसे में कंपटीशन-बेस्ड रियलिटी शो लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। उनतीस वर्षीय प्रशांत अग्रवाल ने एक इंजीनियर के रूप में दुनिया भर में अपनी यात्रा के दौरान महसूस किया कि भारतीय उद्यमियों के पास निवेशकों से आसानी से पैसा जुटाने के लिए प्लेटफॉर्म नहीं था। अमेरिका में बिजनेस रियलिटी प्रोग्राम शार्क टैंक से प्रेरित, प्रशांत ने उद्यमियों के बिजनेस आइडियाज को अमली जामा पहनाने के लिए भारत में हॉर्स स्टेबल की शुरुआत की।
जनवरी 2019 में शुरू किया गया, बेंगलुरु स्थित हॉर्स स्टेबल एक ऐसा मंच है, जहां इच्छुक उद्यमी अपने बिजनेस मॉडल को निवेशकों के पैनल में रखते हैं और उन्हें उसी दिन अपने व्यवसाय में पैसा लगाने के लिए राजी करते हैं।
स्टार्टअप का लक्ष्य व्यवसायों को आदर्श निवेशक (ideal investor) खोजने में मदद करना है और साथ ही निवेशकों के लिए रोमांचक अवसर भी खोलना है। स्टार्टअप शुरू करने से पहले, प्रशांत ने सात साल तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया। उन्होंने डेकोर इंडिया में भी काम किया। अपने स्टार्टअप हॉर्स स्टेबल को शुरू करने के लिए प्रशांत ने 1 करोड़ रुपये का निवेश किया।
यह काम कैसे करता है?
हॉर्स स्टेबल में, उद्यमियों को हॉर्स स्टेबल के साथ जुड़े हुए निवेशकों के सामने अपने बिजनेस आइडिया रखने और अपने प्रोडक्ट या सर्विसेस के आगे की प्लाननिंग के बारे में बताने का मौका दिया जाता है। इन्वेस्टर्स, जिन्हें "हॉर्स" भी कहा जाता है, वे शो पर पिचिंग करते समय स्टार्टअप और व्यक्ति द्वारा दी गई डिटेल्स के बेस पर हर बिजनेस आइडिया को जांचते-परखते हैं।
प्रशांत कहते हैं,
“स्टार्टअप इकोसिस्टम में और भी कई ऐसे प्लेयर्स हैं जो इसी तरह के मुद्दे को हल करते हैं। हमारा ध्यान मुख्य रूप से किसी बिजनेस आइडिया के मिलने के ठीक 30-45 दिनों के अंतराल में उस राउंड को क्लोज करने का है। टर्म शीट मौके पर दी जाती है, जो तेजी से प्रोसेसिंग में मदद करती है।”
वे कहते हैं कि निवेशक किसी भी स्टार्टअप के लिए एक महत्वपूर्ण एलीमेंट हैं। हॉर्स स्टेबल उद्यमियों और निवेशकों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम करता है। यह स्टार्टअप विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है जहां यह भारतीय व्यवसायों के लिए एक फंडिंग प्लेटफॉर्म की पेशकश करने का प्रयास करता है।
व्यापार
प्लेटफॉर्म वर्तमान में बिल्ड फॉर इंडिया, स्टार्टअप्स इंटरनेशनल बिजनेस एक्सचेंज और बेंगलुरु स्टार्टअप नेटवर्क जैसे नेटवर्क से स्टार्टअप का चयन कर रहा है। इसका दावा है कि अब तक इसके प्लेटफॉर्म के जरिए लगभग 18 कंपनियों ने 39 सिलेक्टेड पार्टिसिपेंट से सफलतापूर्वक फंडिंग हासिल की है। हालांकि, उन्होंने फंडिंग पाई हुई कंपनियों के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने एक पेमेंट स्टार्टअप से 5.75 करोड़ रुपये रिसीव किए।
प्रशांत का कहना है कि कंपनी तब पैसा कमाती है जब निवेशक किसी कंपनी में निवेश करते हैं। हॉर्स स्टेबल के अनुसार, यह किसी स्टार्टअप को पिच करने के लिए 3,000 रुपये और अपने पिचिंग इवेंट में उसे एक्जीबिट करने के लिए 3,000 रुपये चार्ज करता है. हालांकि, कंपनी ने अपने राजस्व के बारे में अधिक जानकारी का खुलासा करने से इनकार कर दिया।
कंपनी का कहना है कि वह अनडिस्क्लोज्ड इन्वेस्टर्स से 6 मिलियन डॉलर जुटाने में भी सफल रही है। प्रशांत कहते हैं,
“मैंने स्टार्टअप को करीब 1 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश के साथ बूटस्ट्रैप किया। शो के दौरान तय हुई हर सफल डील के लिए, हमें वित्त पोषित उद्यमी (पाँच से सात प्रतिशत के बीच) और निवेशक (दो-तीन प्रतिशत) दोनों से फी मिलती है।”
विदेशी ग्राहक
प्रशांत का कहना है कि वह फैमिली ऑफिस, इनवेस्टर्स, और स्पॉन्सर्स के एक नेटवर्क को जोड़ रहे हैं जो प्लेटफॉर्म का समर्थन करते हैं। इस वर्ष, यह स्टार्टअप्स का चयन करने और फिर उन्हें 28 जनवरी, 2020 को दिल्ली में एक पिच इवेंट में ले जाने की योजना बना रहा है। पिचिंग सेसन इस साल फरवरी में यूक्रेन में भी होगा, और फिर मार्च के पहले सप्ताह में सिंगापुर में और फिर लंदन जाएंगे।
कंपनी अगले 12 महीनों में निवेशकों के सामने कम से कम 200 स्टार्टअप को ले जाने की उम्मीद करती है। प्रशांत कहते हैं,
“यह भारत का पहला और एकमात्र शो है जहां इच्छुक उद्यमी अपने बिजनेस आइडिया को निवेशकों के पैनल में रखते हैं और उन्हें अपने व्यवसाय में पैसा लगाने के लिए राजी करते हैं। शो उन्हें निवेशकों को लुभाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण भी प्रदान करता है।”
बाजार और भविष्य की योजना
योरस्टोरी रिसर्च के अनुसार, भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में 2015 से 2019 के बीच कुल 49 बिलियन डॉलर जुटाए गए। अगर भारत को 2030 तक कम से कम 20 मिलियन नौकरियां पैदा करनी हैं, तो एक लाख सफल स्टार्टअप की जरूरत होगी। ऐसे में ये कंपनी आने वाले वर्षों में स्टार्टअप के साथ कई पिच सेसन आयोजित करना चाहती है। इनके पास दस सदस्यों की एक टीम है। ये स्टार्टअप वर्तमान में स्टार्टअप स्पेस में सभी मीडिया कंपनियों के साथ कंपटीशन करता है, जो ईवेंट्स को होस्ट करती हैं और स्टार्टअप प्लेटफॉर्म चलाती हैं।