बहादुर बच्चों ने रोका हादसा, ट्रेन से गिर रही 5 साल की बच्ची की बचाई जान
मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन पर दो किशोरों ने 5 साल की बच्ची की जिंदगी बचाते हुए एक हादसा होने से रोक लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के जवान की बेटी ट्रेन से गिरने ही वाली थी लेकिन लड़कों ने उसे गिरने से बचा लिया। घटना बीते सप्ताह ही है जब 37 वर्षीय रूपेष शर्मन राय अपने परिवार के साथ रिश्तेदारों के यहां जा रहे थे। उनकी पत्नी और बेटी फास्ट लोकल में चढ़ गए, लेकिन बाकी लोग नीचे ही रह गए।
इसी बीच शर्मन की पत्नी ने ट्रेन से वापस नीचे उतरने की कोशिश की और प्लेटफॉर्म से नीचे गिर गई। उनकी बच्ची ने भी ट्रेन से बाहर आने की कोशिश कर रही लेकिन ट्रेन चल पड़ी। इतने में ही ट्रेन पर चढ़े दो बच्चों ने बच्ची को चलती ट्रेन से नीचे गिरने से बचा लिया। शरमन राय की फैमिली कोलाबा के नेवी नगर में रहती है। उन्हें चर्चगेट से दादर जाने के लिए लोकल पकड़नी थी, लेकिन गलती से वे सेंट्रल रेलवे लाइन पर आ गए और वहां प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर चले गए।
मिड डे से बात करते हुए शर्मन ने कहा, 'हम लोग ट्रेन के आने का इंतजार कर रहे थे कि उसी बीच एक यात्री प्लेटफॉर्म पर आया और उसने हमें प्लेटफॉर्म नंबर 4 से ट्रेन पकड़ने की बात कही। हम भागकर प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर पहुंचे लेकिन वहां पर ट्रेन आ चुकी थी।' शर्मन की पत्नी मरीना अपनी 5 साल छोटी बच्ची को लेकर ट्रेन पर चढ़ गईं लेकिन ट्रेन चलने के बाद वे उतरने के लिए शोर मचाने लगीं।। इतने में वे ट्रेन से नीचे कूदीं और प्लेटफॉर्म पर गिर गईं।
इतने में ही उनकी बेटी साएशा ट्रेन से बाहर कूदने वाली थी, लेकिन ट्रेन पर चढ़े दो छोटे बच्चों इस्माइल सिराज शेख और मोहम्मद तौफीक तैय्यब शेख ने उसे बचा लिया। उन्होंने शोर मचाई और बाकी यात्रियों ने ट्रेन की चैन खींचकर उन्हें बचा लिया। इसके बाद ट्रेन माटुंगा रेलवे स्टेशन पर जा कर रुकी। शर्मन ने कहा, 'वो दो बच्चे हमारे लिए भगवान थे जिन्होंने हमारी बेटी को बचाया। मेरे पास उनका शुक्रिया अदा करने के लिए शब्द नहीं हैं।' दोनों बच्चों को दादर जीआरपी ने सम्मानित किया।
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