Byju’s इस सप्ताह फाइल करेगा FY22 के फाइनेंशियल रिजल्ट
ब्लूमबर्ग ने सोमवार को बताया कि वित्त वर्ष 2022 के परिणाम की घोषणा के लिए अपनी प्रतिबद्ध समय सीमा चूकने के बाद,
इस सप्ताह मार्च 2022 तक के अपने वित्तीय परिणाम दाखिल करेगा.इस साल अप्रैल में अन्य कंपनियों ने अपने वित्त वर्ष 2023 के नतीजों की घोषणा पूरी कर ली है, लेकिन खातों को अंतिम रूप देने में बायजू की अत्यधिक धीमी गति ने शेयरधारकों को अत्यधिक अधीर बना दिया है. कंपनी नकदी संकट से भी जूझ रही है और 1.2 अरब डॉलर के टर्म लोन का भुगतान नहीं कर पाई है.
एक समय साल की सबसे मूल्यवान एड-टेक फर्म में से एक मानी जाने वाली बायजू गंभीर वित्तीय समस्याओं और कर्ज के बोझ से जूझ रही है. कंपनी के सीएफओ अजय गोयल ने पहले पिछले साल के ऑडिटेड आंकड़े सितंबर के अंत तक पेश करने का वादा किया था.
बायजू ने सभी समूह इकाइयों का लंबे समय से प्रतीक्षित ऑडिट पूरा कर लिया है. बायजू ने सोमवार को एक बयान में कहा कि ऐसी संभावना है कि पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड इस सप्ताह अपने समेकित परिणामों में ऑडिटेड वित्तीय को शामिल करेगी.
वित्तीय परिणामों की घोषणा में अत्यधिक देरी के कारण भी नियामकों की जांच हुई और इस साल की शुरुआत में डेलॉइट हास्किन्स एंड सेल्स को कंपनी के ऑडिटर पद से इस्तीफा देना पड़ा. कंपनी को मार्च 2023 तक के लिए वित्तीय परिणामों की घोषणा करने की तारीख की घोषणा करना बाकी है.
स्टार्टअप द्वारा लिए गए टर्म लोन पर ब्याज भुगतान में चूक को लेकर बायजू और उसके लेनदारों के बीच विवाद चल रहा है.
हालांकि, एडटेक सेक्टर की दिग्गज कंपनी ने मार्च 2004 तक लाभदायक बनने का लक्ष्य रखा है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि यह लक्ष्य संगठन के एकीकरण और पुनर्गठन और 1.2 अरब डॉलर के ऋण पर निपटान के आधार पर निर्धारित किया गया था. विशेष रूप से, कंपनी अपनी वर्कफोर्स में कटौती करके अपनी लागत कम करने का प्रयास कर रही है. बायजू ने संगठन में भूमिकाओं में दोहराव को समाप्त करके इस महीने कार्यबल को लगभग 3,000-3,500 तक कम करने की कवायद शुरू की है.
"थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (टीएलपीएल) के पुनर्गठन से कई व्यावसायिक इकाइयों में फैले मौजूदा परिचालन को के-12, परीक्षण तैयारी, ऑनलाइन और हाइब्रिड के चार मुख्य क्षेत्रों में सुव्यवस्थित किया जाएगा. व्यापार पुनर्गठन का उद्देश्य नकदी प्रवाह के साथ संसाधनों का मिलान करना है. एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ''कंपनी चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में मार्च तक ब्रेक-ईवन हासिल कर लेगी.''
31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष में कंपनी को ₹4,588 करोड़ का घाटा हुआ, जो पिछले वित्तीय वर्ष से 19 गुना अधिक है.
Edited by रविकांत पारीक