लॉकडाउन के बीच सिर्फ एक रुपये में इडली खिला रही हैं दादी अम्मा, इस मास्टरशेफ ने भी की तारीफ!
कई लोग कच्चे माल के साथ कमलाथल की मदद के लिए आगे आ रहे हैं ताकि वह इन इडलियों को बहुत किफायती कीमत पर बेच सकें।
कोरोनावायरस महामारी को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन लागू किए जाने के बावजूद नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्यकर्मी, सरकारी कर्मी और आवश्यक सेवाएं नॉन-स्टॉप काम कर रही हैं।
कुछ ट्रेनों के चलने साथ प्रवासी श्रमिक अपने गृहनगर और गांवों की ओर वापस जा रहे हैं। हालांकि कई और कामगार अभी भी अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं। भोजन की कमी के कारण कई एनजीओ और व्यक्ति इन लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
तमिलनाडु के कोयम्बटूर की एक 85 वर्षीय महिला अपने व्यावसायिक नुकसान के बावजूद इन श्रमिकों के लिए इडली बना रही है।
के. कमलाथल जिन्हें पाटी या पत्तिमा या ‘इडली अम्मा’ भी कहा जाता है, इन मुश्किल समय में अपनी इडली और सांभर के साथ इस मेहनती आबादी की मदद करने की कोशिश कर रही हैं। यह नेक काम उनके व्यवसाय के लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित होने के बावजूद जारी है।
पत्तिमा ने इंडिया टुडे को बताया,
“कोरोनावायरस शुरू होने के बाद से स्थिति थोड़ी कठिन है, लेकिन मैं 1 रुपये में इडली प्रदान करने की पूरी कोशिश कर रही हूं। कई प्रवासी मजदूर यहां फंस गए हैं और अधिक लोग आ रहे हैं। ऐसे लोग हैं जो आ रहे हैं और मेरी मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं इडली बनाने के लिए जिन आवश्यक वस्तुओं का उपयोग कर रही हूं, वे उपलब्ध करा रहे हैं।”
कई लोग कच्चे माल के साथ कमलाथल की मदद के लिए आगे आ रहे हैं ताकि वह इन इडलियों को बहुत किफायती कीमत पर बेच सकें। उन्होने कहा कि उनकी मदद के लिए खुद प्रवासी कामगार भी आगे आ रहे हैं।
उनके प्रयासों को भारतीय स्टार शेफ विकास खन्ना ने भी पहचाना और इसी के साथ उन्होने कमलथल के बारे में अपने पेज पर ट्वीट भी किया और कहा कि वह उनसे जुड़ना चाहते थे।
उन्होने लिखा, “क्या कोई-कोई मुझे के कमालथल, कोयम्बटूर, तमिलनाडु से जोड़ सकता है? मेरे पास चेन्नई में 350 किलोग्राम चावल सुरक्षित है। कोई मुझे समन्वय करने में मदद कर सकता है और उन्हें बताएं - हैप्पी मदर्स डे और मैं उन्हे प्यार करता हूँ।”