Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

दिल्ली AIIMS में OPD रजिस्ट्रेशन के साथ 300 रुपये तक जांच अब होगी फ्री

दिल्ली AIIMS में OPD रजिस्ट्रेशन के साथ 300 रुपये तक जांच अब होगी फ्री

Monday October 31, 2022 , 3 min Read

2 नवंबर यानि मंगलवार से AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) में Out Patient Department (OPD) कार्ड बनवाने के लिए शुल्क नहीं लगेगा. एम्स प्रशासन की ओर से मरीजों से लिया जाने वाला ओपीडी का 10 रुपये का शुल्क भी समाप्त कर दिया गया है. इसके साथ ही 300 रुपये तक की स्वास्थ्य जांच भी मुफ्त कर दी गई है. यह व्यवस्था मंगलवार से ही लागू कर दी जाएगी.


AIIMS में स्लॉट के अनुसार मिले अप्वाइंटमेंट पर ओपीडी (OPD) में मरीजों के इलाज की जाएगी. अप्वाइंटमेंट लेने का ऑनलाइन और ऑफलाइन (online and offline) दोनों विकल्प मौजूद होगा. इनमें जिन मरीजों का नंबर नहीं आएगा, उन्हें टोकन दे दिया जाएगा और वेटिंग एरिया में इंतजार करना होगा. इससे OPD में भी भारी भीड़ से लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकी इलाज करवाने के लिए आने वाले मरीजों का ट्रीटमेंट स्लॉट (Slot system) के आधार पर किया जाएगा.


एम्स में OPD पंजीकरण, 300 रुपये तक की जांच की सुविधा निशुल्क करने के फैसले से उन परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं और दूर-दराज़ से अस्पताल में इलाज़ करवाने आते हैं.


ये सारे निर्णय भी 2 नवंबर से अमल में लाए जायेंगे.


इनके अलावा एम्स, दिल्ली की कार्यप्रणाली में हाल ही में कई बदलाव देखने को मिले हैं और कई सुधार जल्द ही लागू किए जाएंगे.


दिल्ली एम्स में पारदर्शिता को बढ़ाने के उद्देश्य से एम्स मेन हॉस्पिटल में कैजुअल्टी डैशबोर्ड सेवा को लॉन्च किया है. इस सर्विस के लॉन्च होने से लोगों को एम्स में इमरजेंसी में मौजूद खाली बेड की रियल टाइम जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ ही कितने पेशेंट वेटिंग में हैं इसकी भी जानकारी एम्स की वेबसाइट पर मिल सकेगी.


इस आदेश के साथ एक और आदेश पारित किया गया है जिसके मुताबिक मरीजों, तीमारदारों और अन्य सहायक कर्मचारियों के लिए ‘सीएसआर’ की मदद के लिए बैटरी से चलने वाली और बसें तैनात करन का फैसला लिया गया है. इसके तहत 50 बैटरी से चलने वाली और बसें तैनात की जाएंगी.


बता दें कि एम्स परिसर में मरीजों और उनके परिवारजनों के आने-जाने के लिए इलेक्ट्रिक शटल का इस्तेमाल किया जाता है. मौजूदा और नए इलेक्ट्रिक शटल जीपीएस सिस्टम से लैस किये जाएंगे.


जल्द ही एम्स में पार्किंग की समस्या से भी राहत मिलेगी. अस्पताल द्वारा जारी एक नए ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान के अनुसार, यहां एम्स द्वारा जारी किए गए सभी पार्किंग स्टिकर 1 अप्रैल, 2023 से अमान्य हो जाएंगे और उन्हें आरएफआईडी टैग से बदल दिया जाएगा, वहीं सभी इलेक्ट्रिक शटल को जीपीएस से लैस किया जाएगा.


Edited by Prerna Bhardwaj