'धनवंतरी रथ' ने आयुर्वेद को दिल्ली पुलिस के परिवारों के लिए सुलभ बनाया
एआईआईए और दिल्ली पुलिस के बीच एमओयू पर हुए हस्ताक्षर।
दिल्ली पुलिस की आवासीय कॉलोनियों में आयुर्वेद के प्रतिरोधात्मक एवं प्रोत्साहक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने के लिए, आज अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) और दिल्ली पुलिस के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इन सेवाओं को ‘धनवंतरी रथ’ नामक मोबाइल इकाई और पुलिस कल्याण केंद्र के माध्यम से प्रदान किया जाएगा हैं और एआईआईए, आयुष मंत्रालय द्वारा समर्थित, द्वारा पूरा किया जाना है।
दिल्ली पुलिस आयुक्त, एस. एन. श्रीवास्तव और आयुष मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, प्रमोद कुमार पाठक के बीच हस्ताक्षर किए गए एमओयू का आदान-प्रदान किया गया। एआईआईए की निदेशक प्रो. तनुजा नेसरी की उपस्थिति में धनवंतरी रथ को रवाना किया गया।
आयुरक्षा, आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाला एक स्वायत्त संस्थान एआईआईए और दिल्ली पुलिस का एक संयुक्त उपक्रम है, जिसका उद्देश्य आयुर्वेद प्रतिरक्षा बढ़ाने के उपायों के माध्यम से दिल्ली पुलिस जैसे फ्रंटलाइन कोविड-19 योद्धाओं के स्वास्थ्य को बनाए रखना है। परियोजना की निरंतरता को बनाए रखने के लिए, आयुर्वेद प्रतिरोधात्मक और प्रोत्साहक स्वास्थ्य देखभाल सेवा को अब दिल्ली पुलिसकर्मियों के परिवारों तक पहुंचाने की योजना है।
इस अवसर पर, पाठक ने कहा कि एआईआईए और दिल्ली पुलिस का संयुक्त उपक्रम अब तक का सबसे बड़ा उपक्रम है और दूसरों के लिए बहुत ही सफल और उपयोगी रोल मॉडल है। उन्होंने दिल्ली पुलिस के फ्रंटलाइन योद्धाओं के प्रयासों की सराहना की। 2 महीने में लगभग 80,000 पुलिसकर्मियों के बीच आयुरक्षा किट वितरित करने के बाद, दिल्ली पुलिस कर्मियों में कोविड-19 की घटनाएं और मृत्यु दर में काफी कमी दर्ज की गई है। अब यह सेवाएं दिल्ली पुलिस के परिवारों को भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।
धनवंतरी रथ और पुलिस कल्याण केंद्र, एआईआईए की ओपीडी सेवाओं तक पहुंचेंगे और इनका उद्देश्य आयुर्वेद प्रतिरोधात्मक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के माध्यम से दिल्ली पुलिस के परिवारों को लाभान्वित करना है। धनवंतरी रथ- आयुर्वेद स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की मोबाइल इकाई में चिकित्सकों की एक टीम शामिल होगी जो नियमित रूप से दिल्ली पुलिस कॉलोनियों का दौरा करेंगी। इन आयुर्वेद स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के माध्यम से विभिन्न रोगों की व्यापकता में कमी आने और अस्पतालों में रेफर किए जाने वाले रोगियों की संख्या में कमी आने की संभावना है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के साथ-साथ रोगियों के लिए लागत में कमी आएगी।
प्रो. तनुजा नेसरी ने बताया कि समय-समय पर जांचा-परखा हुआ और वैज्ञानिक रूप से सिद्ध, रोगनिरोधी आयुर्वेद दवाओं ने दिल्ली पुलिसकर्मियों के बीच कोविड-19 की घटनाओं में कमी लाने में सहायता की है।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ रोकथाम और उन्नत स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के लिए समान महत्व पर बल दिया जाता है।
प्रो. तनुजा ने आगे कहा कि पुलिस कल्याण केंद्रों की सेवाओं में, आयुर्वेद जीवनशैली को अपनाकर जीवनशैली में सुधार लाने की दिशा में ज्यादा से ज्यादा प्रयास किया जाएगा, जैसे कि दिनाचर्या और ऋतुचर्य़ा प्रथाओं को अपनाकर।
दिल्ली पुलिस आयुक्त ने अपने संबोधन में दिल्ली पुलिस का स्वास्थ्य संवर्धन करने की दिशा में आयुष मंत्रालय और एआईआईए द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि दिल्ली पुलिस और एआईआईए का संयुक्त उपक्रम बहुत सफल है।
(सौजन्य से: PIB_Delhi)